यात्रा एवं पर्यटन – कैसे करें यात्रा | Travel and Tourism | how to travel

खुशियां हमारे जीवन यापन में यात्रा और भ्रमण के द्वारा भी पा सकते हैं। यात्रा के दौरान हमें अपने साथी या परिवार, मित्र, और बंधुओं के साथ रहने का समय मिलता है।यात्रा के दौरान, हम उस स्थान को छोड़ देते हैं, जहां हम रहते हुए पुरानी स्थिति से उब चुके होते हैं।इस दौरान हम पुरानी स्थिति , पुराने स्थान से निकलकर नए परिवेश ,नए स्थान में भ्रमण के लिए जाते हैं, जो हमें खुशी देता है।

यात्रा एवं पर्यटन – कैसे करें यात्रा | Travel and Tourism | how to travel

 

By एयर

यात्रा को हम ट्रेन या बस के द्वारा भी कर सकते हैं किंतु यदि हम आकाश मार्ग से यात्रा करते हैं तो हम यात्रा की थकान से बच पाते हैं। अपने आप को ऊर्जावान महसूस करते हैं।

अगर परिवार और ग्रुप के साथ यात्रा की योजना हो, तो रेल यात्रा भी थकान को आनंद में बदल देती है।

 

१२ या १६ घंटे की यात्रा के लिए ट्रेन का सफर ही चयन करें।

 

फैमली के साथ

यात्रा के दौरान परिवार और बच्चों के साथ रहने का अद्भुत आनंद अविस्मरणीय होता है। जब हम अपने परिवार को समय दे, उनके साथ बैठकर, खाना पीना, दिल की बातों को एक दूसरे को बताना आदि करते हैं, तो परिवार के सभी सदस्यों को यह आनंद से भर देता है।

खुली हवा मे प्रकृति के बीच योग।

यात्रा के दौरान द्वारा हम अपनी मानसिक स्थिति को नए माहौल में ले जाते हैं। इस समय जब खुली हवा में योग करते हैं तब हम अपने मस्तिष्क को नई ऊर्जा देते हैं,जिसके कारण हम खुशी महसूस करते हैं। इस दौरान हम हमारे मस्तिष्क को प्रकृति की गोद में प्रकृति के साथ जोड़कर शांति और प्रसन्नता महसूस कर वाते है। प्रकृति की खुली हवा में शरीर के रोम रोम में खुली हवा, नई ऊर्जा भरती है।

 

बड़े और बच्चे हर्ष उल्लास से भर जाते हैं।सभी गजब की खुशी से भर जाते हैं।

इस यात्रा के दौरान घर के वृद्ध और बच्चे विशेस आनंद महसूस करते हैं। ज्यादातर समय वह घर में ही रहते हैं इस वजह से उनके शरीर और मानसिक थकान को इस यात्रा के दौरान बहुत ही इंजॉय करते हैं इस समय बच्चे खेलने कूदने का आनंद लेते हैं बड़े बुजुर्ग पुस्तक पढ़ते हैं और आनंदित होते हैं।

 

ब्रह्मांड के प्रति धन्यवाद के भाव उमड़ते हैं।

यात्रा के दौरान जब हम नई नई चीजों को देखते हैं, हमें नई जानकारियां मिलती है, हम अपने आप को प्रसनचीत महसूस करवाते हैं, तब हमारा मन ब्रह्मांड के प्रति कृतज्ञ हो जाता है, हम खुशी से भर जाते हैं।

 

मस्तिस्क में चल रहे हजारों विचार को रोक पाते हैं।

यात्रा और परिभ्रमण के दौरान हम अपने शरीर को आराम की अवस्था में ले जा पाते हैं। हमारा शरीर और मस्तिष्क नये नये अनुभव प्राप्त करता है।इससे हम खुशी और शांति को महसूस करते हैं। इस दौरान हमें पुस्तकों को पढ़ने का भी समय मिलता है जिससे हमारा मन मस्तिष्क खुशी महसूस करता है।

पुस्तकें पढ़ पाते हैं

 

नई आइडिया पर सोच पाते हैं

यात्रा और भ्रमण के दौरान जब हम नए माहौल और स्थिति में पहुंचते हैं तो हमें नए समाधान, नई बातें, नई आईडिया, और आगे के जीवन के लिए सोचने का समय मिलता है जिससे हम खुशी महसूस करते हैं।

यात्रा के दौरान जब नई नई जगह और परिवेश में भ्रमण करते हैं, तो हमें नई जानकारी मिलती है, हमारा आहार हमारी हवा और जल के परिवर्तन से इस दौरान हमारा शरीर स्वस्थ महसूस करता है । परिवार के सभी सदस्यों को एक साथ बैठकर भोजन करने का समय भी मिल पाता है ,इससे सभी परिवार के सदस्य बहुत ही आनंदित होते हैं।

पाचन क्रिया सुचारु तरीके से।

इस दौरान इन सभी प्रतिक्रियाओं से ,हमारा पाचन तंत्र सही तरीके से कार्य करता है ,जिससे हमारी भूख, प्यास बढ़ती है, पाचन तंत्र सही तरीके से कार्य करता है ,जिससे हमें खुशी मिलती है।

यात्रा और भ्रमण के दौरान भ्रमण के लिए जब हम नए गांव में शहर यह नए देश में जाते हैं तो हमारा सारा कार्यक्रम पूर्व नियोजित होता है ,जिसकी वजह से हम शांति और खुशी से अपने साथी लोगों के साथ समय व्यतीत करते हैं। पूर्व नियोजित सभी कार्यक्रम होने की वजह से हम शांति महसूस करते हैं, जिससे हमें खुशी मिलती है।

 

क्वालिटी नींद ले पाते हैं

यात्रा भ्रमण के दौरान हम अच्छी नींद ले पाते हैं जिससे भी हम खुशी महसूस करते हैं। इस समय हमें हवा ,पानी ,भोजन अच्छा मिलता है ,और बार-बार का डिस्ट्रक्शन नहीं होता जिसकी वजह से हम मीठी नींद ले पाते हैं। इससे हमारा मन मस्तिष्क नई ऊर्जा से भर जाता है इस मीठी नींद के दौरान हम अपने सारे फिजूल विचारों से भी मुक्त हो पाते हैं और खुशी महसूस करते हैं।

 

फिजूल विचारों पर विराम

 

ऊर्जा और खुशी

यात्रा और भ्रमण का यह कार्यक्रम जितने अधिक लंबे समय के लिए होता है उतनी ही अधिक हम खुशी और शांति महसूस करते हैं।

 

जीवन की योजना बनाने का समय

यात्रा और भ्रमण के दौरान हमारे पास काफी अतिरिक्त समय होता है जिससे हम अपनी आगामी योजना को पूर्व नियोजित कर पाते हैं ।इस दौरान हम अपने दैनिक जीवन में हर उस चीज को समय दे पाते हैं जो बहुत जरूरी होती है ,लेकिन उस पर समय या ध्यान हम नहीं दे पाते, इन सब चीजों के बारे में हमें सोचने का समय मिलता है।

इन यात्राओं का प्रयोजन जीवन की चुनौतियों से भागना नहीं होता, बल्कि उनके समाधान पर चिंतन करना होता है ।यात्रा के दौरान हमें जो समय मिल पाता है उसमें हम आगे के समाधान पर सोच पाते हैं, इससे हमारा जीवन सरल होता है इन यात्रा का उद्देश्य अपने आप को ऊर्जा देना, प्रसन्नता देना, और आगे जीवन का निर्माण होना चाहिए।

यात्रा के दौरान हमारा मस्तिष्क जब अपनी रोज की आदतों,जीवन शैली से अलग हटकर नया कुछ करता है, नई जगह जाता है ,नए लोगों से मिलता है, नई जगह, देखता है ,तब उसका मस्तिष्क अपने सोच विचारों को परिवर्तित कर ,आनंद महसूस करता है और उसकी विचार धारा, नई सोच की ओर जाती है और उसे मस्तिष्क में कुछ विश्राम जैसा महसूस होता है।

 

सेल्फी का आनंद

यात्राओं के दौरान आजकल परिवार के लोग सेल्फी खिंचवा कर नए-नए दृश्यों की मोबाइल कैमरे के द्वारा फोटो लेकर अपने इन यात्राओं को अपने कैमरे में सजा कर खूब आनंदित होते हैं

यात्राओं के दौरान आजकल मोबाइल से लोग संगीत का भी बहुत आनंद लेते हैं क्योंकि यह सुविधा आजकल मोबाइल और ब्लूटूथ के माध्यम से हर समय हमारे हाथों पर ही उपलब्ध रहती है। इंटरनेट के जरिए हम अपने मनपसंद गीत संगीत का चयन कर पाते हैं जो हमें बहुत ही खुशियां देता है।

 

सामान कम लें

ट्रेन और हवाई मार्ग के द्वारा तो हम दूर दूर के सफर कर पाते हैं। कई बार हमारे जीवन में ऐसा भी होता है जब हम दूर के सफर नहीं कर पाते। या तो समय के अभाव में या प्राकृतिक आपदा की अवस्था में, तब हम अपने शहर के बाहर नहीं जा पाते ,उस समय हम अपनी छोटी यात्रा या वीकेंड पर किसी रिसोर्ट पर जाकर भी अपने मन को ऊर्जा दे सकते हैं। इस दौरान जब हम गाड़ी से अपने आसपास के रिसोर्ट तक जाते हैं तो बीच-बीच में पडने वाले ढाबे पर रुक कर जब हम अपने परिवार या बंधुओं के साथ खाना पीना करते है, तब यह हमें बड़ा ही आनंद और खुशी से भरता है।

इस तरह कुल मिलाकर अपने साथियों , फैमिली, फ्रेंड्स के साथ हम यात्रा पर जाकर खुशी महसूस कर सकते है। मेरा तो यह मानना है खुशियां ही इस जीवन का उद्देश्य है हमें इसके लिए समय और अपनी एनर्जी देना चाहिए, और समय-समय पर ट्रैवल और टूर का प्रोग्राम सुनियोजित कर अपने परिवार अपने इष्ट मित्रों के साथ खुशियां मनाना चाहिए।

धन्यवाद

जय श्री कृष्ण

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