शिक्षा के बाद वैवाहिक जीवन को मैनेज करने के टिप्स | Tips to manage married life after education
कॉलेज और स्कूल के दिन पूरे हुए ,अब जब हम जीवन की उस राह पर चलना शुरू करने जा रहे हैं जहाँ दो मुसाफिर अपनी नई जीवन राह पर चलने की योजना बना रहे हैं तब यह जरुर जानें।
जिस तरह साइकल दो पहिये पर चलने वाली है,और साइकल का एक पहिया भी गड़बड़ी होने पर ठीक तरह से साइकल चल नहीं पाती। हर युवा वर्ग पढ़ाई के बाद अपने वैवाहिक जीवन में प्रवेश करने की सोचें तब यह जान लें, की हमारे जीवन के सभी निर्णय और खुशहाली, हम पति पत्नी के समान विचार,पर निर्भर करती है। इन विचारों के द्वारा ही हम हमारे स्वयं को और हमसे जुड़े परिवार के अन्य सदस्यों को खुशीयां दे पाते हैं।
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शिक्षा के बाद वैवाहिक जीवन को मैनेज करने के टिप्स | Tips to manage married life after education
जब हमारा युवा वर्ग अपनी पढ़ाई पूरी करके अपनी शिक्षा के बाद गृहस्थ जीवन में प्रवेश करता है उस समय उसे जान लेनी चाहिए,कुछ ऐसी तकनीकें, जिससे वह अपने भविष्य के जीवन को खुशहाल तरीके से गुजार सके।
सबसे पहले तो यह जान ले, विवाह दो परिवारों का मिलन है, ना कि केवल दोनो पति पत्नी का। इस विवाह में दोनों परिवार के सब रिश्तों की मान मर्यादा और हंसी खुशी छुपी रहती है ,जुड़ी रहती है।
दोनों परिवार की खुशहाली के लिए प्रथम तो हम पति-पत्नी एक दूसरे को मान सम्मान दें, तथा एक दूसरे के परिवार को खूब आदर दे, इससे परिवार में प्यार बना रहता है।
विवाहित जीवन या गृहस्थ जीवन की सफलता आजकल इस बात पर भी निर्भर करती है कि दोनों की सोच किस हद तक मिलती है इसलिए कुंडली मिलान तो करें ही, साथ साथ 2 ,4 बातें करके विवाह का निर्णय करने से पहले युवा वर्ग meeting के द्वारा, चर्चा कर इस बात को भी समझने, की कोशिश करें कि,हमारी सोच किस हद तक मिलती है।
First Love marriage ? or arranged
सिर्फ आकर्षण के आधार पर जीवनसाथी का चयन ना करें ,क्योंकि मनुष्य आकर्षण या बाहरी सुंदरता पर कुछ क्षण के लिए ही खुश रह सकता है,क्यों की ये आकर्षण तो क्षणिक होता है,किंतु हमारे स्वभाव,सोच तथा हमारी आदतों से हमें जीवन भर आदर और प्यार लेने देने में आसानी होती है।हम सारी जिंदगी प्यार से हंसी खुशी से जी पाते हैं।
विवाह के दौरान इस बात पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाए कि युवक और युवती, आजकल दोनों के काम करने की परंपरा चल पड़ी है। दोनों ही पढ़ लिख कर जॉब या काम करना पसंद करते हैं,और इस दौरान बाकी अन्य सदस्यों की देखभाल,बाकी घर की संभाल,इस विषय पर चर्चा करें,दोनों की सोच किस हद तक मिलती है इस बात पर जरूर ध्यान दें।युवक- युवती, सयुक्त परिवार में रहना पसंद करेंगे,या एकल परिवार में इस बात पर भी चर्चा करें, और एक दूसरे की सोच पर चर्चा और विचार करें।
वैवाहिक जीवन की प्रसन्नता और सुखद एहसास के लिए अगर माता-पिता भाई बंधु के साथ रहे और संयुक्त परिवार में ही रहना पसंद करें तो जीवन काफी खुशहाल और आसान हो जाता है। हम अपने जीवन की हर परिस्थिति को इस संयुक्त परिवार की छाया में आसानी से गुजार पाते हैं,अपना जीवन अपने तरीके से बुजुर्गों की रजामंदी से खुश हाल व्यतीत कर पाते हैं।
विवाह के बाद तीसरे मेहमान को जीवन में लाने के लिए हमारी सोच किस तरह मिलती है।इस बात पर भी चर्चा कर ले, क्योंकि इससे परिवार और हमारी वैवाहिक जीवन के मतभेद विशेष करके बच्चे के बारे में।यह भी परिवार और खुद के सुख दुख का, विवाद का कारण बन जाताहै। विवाह का उद्देश्य प्रमुख रूप से नई पीढ़ी को सृजन ही होता है, इस बारे में भी खुलकर चर्चा कर लें ,ताकि आगे जीवन में किसी तरह की असुविधा ना हो।
जब हमारी ऊर्जा,बातें ,विचार एक दूसरे से मिलते हो,सहमति प्रदान करते हो,तभी आप रिश्ते को मंजूर करें,और विवाह का निर्णय लें, और अपने अनुकूल जीवन साथी का चयन करें।
Sense of humour:-understanding
हमारे विवाह की सफलता और खुशियां बहुत हद तक सेंस ऑफ ह्यूमर पर टिकी होती है, एक लड़का और एक लड़की इस विवाह को किस तरह देखते हैं,कितना जानते हैं,इस पर बहुत कुछ निर्भर करता है।कई जगह पर विवाह एक्सेप्टेंस भी होता है ,कई जगह पर विवाह एडजस्टमेंट की बुनियाद पर टिका होता है,फिर भी विवाह की मूलभूत या प्रधान बातें हमें जरूर जाननी चाहिए। एक लड़के से लड़की की आशाएं,और एक लड़की की लड़के से आशाएं और उस पर सोच, विचार, और भविस्य की योजना पर चर्चा जरूर करनी चाहिए।इसके अलावा यदि कहीं किसी तरह की बात विवाह के बाद सामने आये तो भी यह समझ युवक या युवती में होनी चाहिए,झूठ किस परिस्थिति में बोला गया। कई बात को नजरंदाज करना, या न बोलना भी अति उतम् होता है।
अगर आप युवती हैं
अगर आप युवती हैं, और विवाह करने का निर्णय आपने ले लिया है तो निम्न बातों को जरूर जान ले
१)दिन की शुरुआत हमेशा हल्की सी मुस्कान के साथ करें। सुबह-सुबह दिन की शुरूआत में पहली बार,उनके समक्ष मुस्कुराते हुए चेहरे के साथ जाएं। यह आपको और उनको,दोनों को ऊर्जा से भर खुशियों से भर देगा।
१)पति की पसंद नापसंद का विशेष ध्यान रखें। उनको जिस तरह के रंगों के वस्त्र पसंद हो वो ही पहनें।
२)ऑफिस में फोन करके पता करें कि,उन्होंने खाना खाया या नहीं अगर फोन करना संभव न हो या उनको पसंद ना हो, तो मैसेज करके पता करें।
३)अपने पति पर पूरा भरोसा रखें। कभी कभी जीवन में चुनौती की परिस्थितियां उत्पन्न हो जाती है ,उस समय अपने पति पर पूरा भरोसा रखें ।अपनी बुद्धि और विवेक से आप और आपके परिवार के हितों को ध्यान में रखते हुए वे अच्छा ही निर्णय लेंगे।
४)अपने खर्च को अपने पति की कमाई के अनुकूल ही करें ,खर्च करते वक्त, अपने पति की कमाई और उन खर्चों के प्रति उनके रुख का ध्यान रखते हुए निर्णय लें।
5)पेट के द्वारा ही दिल तक पहुंचा जा सकता है इसलिए अगर संभव हो तो पति के मनपसंद भोजन को ही minu में सेलेक्ट करें। जो उन्हें पसंद हो वही भोजन बनाए और खाएं।
६) उन्हें कभी-कभी पर्सनल स्पेस की भी जरूरत होती है,उस समय उन्हें अकेला छोड़ दें।उन्हें बाहर सेआने के बाद ३०मिनट अकेले छोड़ दें।वो t.V पर न्यूज़ या कुछ और देखें तो उन्हें जरूर देखने दें ,इससे वे अपनी चुनौती को भूल जाते हैं।
७)पति की पसंद, नापसंद का ख्याल रखे।
८)उनका बर्थडे कभी ना भूलें, उनके सच्चे दोस्त बन कर हमेशा दुख सुख में उनका साथ दें।
९) उनके साथ कभी कभी रात को भोजन के बाद टहलने के लिए जाए। इससे आपका और उनका दोनों का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
१०)अपने सास-ससुर की पूरी देखभाल करें । खुद ना कर सके ,तो उनकी देखभाल के लिए किसी व्यक्ति विशेष की व्यवस्था करें। परिवार के अन्य सदस्यों की भी जहाँ तक हो सके देखभाल करें।
११)खूब सज, संवरकर और साफ-सुथरे रहे। चेहरे पर मुस्कान हर समय बनाकर रखने का प्रयास करें।विशेषकर जब अपने पति के पास जाएं तो हल्की सी मुस्कान चेहरे पर जरूर बनाकर रखें।
१२)बेवजह किसी बात से पति से उलझें नहीं, उनसे हर समय खूब शांतिपूर्वक बैठकर, मित्रवत ही सलाह करें।
१३)पति कभी परेशान दिखे,तो उनके साथ उनकी जिम्मेदारियों को बांटने के लिए उनकी मन की बात को पूछें, और उन्हें उचित सलाह दें।उनका मनोबल बढ़ाएं,उनके दोस्त की तरह उनके साथ समय बिताएं,उन्हें किसी भी तरह गलत ना ठहराएं।
१४)हमेशा उनके समक्ष सच ही बोलें।उनकी बातों को गुरुतुल्य मान कर उसका आदर करें, उसे काटें नहीं।
अगर आप युवक हैं।
अगर आप युवक हैं और आपने विवाह करने का निर्णय ले लिया है तो निम्न बातों को जरूर जान ले://
Respect
उनका किसी से परिचय कराते वक्त उन्हें, home maker, life partner, betterhalf, very lucky, आदि शब्दों के साथ संबोधन करते हुए उनका परिचय करवायें।
१) अपनी पत्नी की हर एक अच्छी बात के लिए उन्हें सदैव प्रोत्साहित करें।उनकी प्रशंसा करें ,चाहे उनके कपड़े हो ,उनका बनाया भोजन हो, उनका कोई भी प्रशंसनीय काम हो जो अच्छा लगे,उसके लिए उन्हें प्रशंसा के दो शब्द जरूर बोलें।
२)यदि उनके कुछ सपने हो,तो उनके सपनों को साकार करने के लिए उनका साथ दें,और अपने घर परिवार के लोगों को भी इसके लिए तैयार करें,इससे आपकी धर्मपत्नी की नजर में आपकी इज्जत कई गुणा बढ़ जाएगी।
३)उनकी पसंद को जाने।इस बात को गहराई से देखें, कि उनकी पसंद पर आप कहां तक खरे उतर सकते हैं,तो उनकी पसंद आपूर्ति करें।
४)कभी-कभी उनके काम के अतिरिक्त दबावको देखते हुए, घर के कामों में भी उनकी मदद करें।यदि ऑफिस के काम में किसी तरह की उनकी कोई मदद कर सकें,तो जरूर करें। उनका मनोबल बढ़ाने के लिए,उनसे सलाह मशवरा करें,उनकी ताकत बनें, हर सुख दुख में उनका साथ दें।
५)उनका दिन कैसे गुजरा उनसे पूछे।
Love जतायें और दिखाएँ। hug karein, उनके हाथों को हाथ में लेकर अपने खास होने का अनुभव कराएं। love you
६) अपनी पत्नी की हर बात को खूब ध्यान से सुने,सुनना इसलिए जरूरी है,क्योंकि पत्नी का कोई काम आप कुछ कर पाओ या ना पाओ, उससे कोई उसे फर्क नहीं पड़ता,वे अपना रास्ता स्वयं बना लेती है,किंतु आप उनकी बातों को सिर्फ सुनो,सिर्फ सुनो यही आशा वे आपसे रखती हैं।
७) उनको कॉल रेगुलर करते रहे।उनके कॉल को अटेंड करते रहें।उन्हें मैसेज करते रहें।उनके मैसेज का जवाब देते रहे ,इससे उन्हें लगता है कि आप उनका केयर करते हैं,उन्हें प्यार करते हैं।
4) अपने सास-ससुर की खूब इज्जत करें। उनके सामने तो उन्हें मान सम्मान दें ही,उनके पीछे भी धर्म पत्नी के सामने भी उनको सदैव मान सम्मान देते हुए उनके बारे में चर्चा करें।
5) किसी भी तरह का मतभेद हो जाए तो इस चक्कर में ना पड़े कि गलती किसकी है, तुरंत सॉरी बोले और उनसे माफी मांगे,और उन्हें बड़ा फील कराएं।इसको प्रतिष्ठा की बात ना बनाएं ।तुरंत सुलह के रास्ते पर चल पड़े। मतभेद की बातों को तुरंत भूल जाएँ।say sorry..
6) इनके मूड बहुत जल्दी बदल जाते हैं। इनके बार-बार बदलते हुए इस मुड की भी इज्जत करें उनके बदलते मूड के अनुसार अपनी योजना बनाएं, उनके मुड के अनुसार काम करें।
7) छुट्टी अवकाश के दिन उन्हें देर तक सोने दे। उन्हें देर तक सोने देने से उनके मन में आपके प्रति हमेशा इज्जत बढ़ेगी। उन्होंने आपके स्वास्थ्य को देखते हुए आपको देर तक सोने की इजाजत दी..
8) अपने ऑफिस और दुकान की समस्याओं को घर लेकर ना आए।
9) अगर वह अपने माता-पिता से देर तक बात करना पसंद करें ,तो उनकी इस आदत के लिए किसी तरह का कोई हस्तक्षेप ना करें।
10) gift them as surprise:- कभी movie देखने जाने, या dinner का अचानक progrramme बनाएं।
Anniversary wishes
12) उनका बर्थडे और अपनी marriage anniversary कभी न भूलें।अपनी एनिवर्सरी को मनाने की योजना उनके साथ बैठकर बनाएं। खास अवसर पर उन्हें अपने उन्हें दिल की बातें गिफ्ट के साथ लिख कर दे! (like love
13) पत्नी के साथ जब भी बैठे, सोशल मीडिया और अपने मोबाइल से दूर रहें।
कुल मिला कर।
कुल मिलाकर यह देखा गया जिसने जिंदगी बहुत खुशी खुशी बिताई तो उसमें यह देखा गया ,जिसके रिश्ते मजबूत रहे, जिन्होंने रिश्तो को अहमियत दी, जिन्होंने रिश्तो के महत्व को समझा ,जिन्होंने इसके पीछे समय दिया, वही अपने जीवन को खुशी खुशी जी सके ,उनका ही जीवन सफल माना गया।
Wedding wishes
जय श्री कृष्ण :
Thank you..
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