आत्मविश्वास – अपना आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए अपनाएं ये तरीके और पाएँ खुशियां ही खुशियाँ | Follow these methods to increase your confidence

आत्मविश्वास वह शक्ति है जिसके बल पर हम इस जीवन को लक्ष्य की ओर ले जाते हैं और अपने जीवन में खुशियों का रंग भरते हैं। आत्मविश्वास हर व्यक्ति की वह पूंजी है जिसके दम पर वह खुद पर भरोसा कर ,अपनी कीमत को जान या अपनी ताकत को पहचान पाता है। आत्मविश्वास मस्तिष्क में डोपामाइन रसायन के रिलीज होने पर हमें ऊर्जा प्रवाह के रूप में प्राप्त होकर हमारी सोई हुई शक्तियों को जगाता है, हमें उत्साह से भरता है। 

आत्मविश्वास हमारे जीवन के सपनों को, हमारी योजनाओं को सफल करने के लिए अति आवश्यक है।स्वयं में विश्वास ही आत्मविश्वास है ।स्वयं की क्षमता ,योग्यता ,और शक्ति को भली भांति प्रयोग कर अपनी शक्ति को बढ़ाकर अपने कार्य को सफलता के साथ पूर्ण करना ही आत्मविश्वास है।

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अपना आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए अपनाएं ये तरीके और पाएँ खुशियां ही खुशियाँ | Follow these methods to increase your confidence

आत्मविश्वास दो तरह का होता है एक तो जो अंदर से हमें प्राप्त होता है दूसरा हमें बाहरी व्यक्ति वस्तु या परिस्थिति से प्राप्त होता है जो हमारे वश में या स्थाई नहीं होती।

आत्मविश्वास के लिए हमारे मन मस्तिष्क के सभी विचारों को ध्यान के द्वारा रोकने की आवश्यकता है क्यूंकी यह हमारी मानसिक ऊर्जा शक्ति को बढ़ाता है।इसके लिए नित्य प्रार्थना के द्वारा हम अपने दिन की शुरुआत करें। आत्मविश्वास के लिए सांसो को प्राणायम और व्यायाम के द्वारा अपने मस्तिष्क तक ऑक्सीजन पहुंचाना अति कारगर होता है।

आत्मविश्वास के लिए हमें नित्य व्यायाम और प्राणायाम करने की आदत को डालना भी अति आवश्यक है क्योंकि यह हमारी मन मस्तिष्क शरीर को एक दिशा में कार्य करने के लिए शक्ति प्रदान करता है,हमारे शरीर को आकर्षक बनाता है जो हमारे आत्मविश्वास को बढ़ाता है।

सफलता के शिखर पर पहुंचने वाला व्यक्ति अपने आत्मविश्वास से ही दूसरों के लिए प्रेरणा बनता है। इंसान को अपने आप में विश्वास हो तो उसे प्रकृति,और अदृश्य शक्तियां भी अवसर भेजती है । आत्मविश्वास हमारे स्वयं में हमारी शारीरिक वेशभूषा, चाल ढाल, बोलने के ढंग ,और हमारे ज्ञान से समझ आता है।जितना हो सके इसलिए सदैव मन मस्तिष्क में ज्ञान को भरें। जब हमारा आत्मविश्वास जागता है तब हमारी कार्यशक्ति दुगुनी हो जाती है।

आत्मविश्वास एक मानसिक शक्ति और आंतरिक भावना भी है।आत्मविश्वासी इंसान को सभी लोग पसंद करते हैं। आत्मविश्वास के द्वाराही मनुष्य किसी भी लक्ष्य को प्राप्त कर पाता है ।हमारी आत्मविश्वास की शक्ति ही हमें साहस और बल देकर आगे ले जाती है।

अवसर हर किसी के जीवन में आते हैं लेकिन आत्मविश्वास के बिना वह अवसर कोई लाभ नहीं देता।आत्मविश्वास हमारे जीवन में स्थाई रहने से कोई भी काम असंभव नहीं होता । अपनी शक्तियों को पहचान कर जब आत्मविश्वास हम पैदा करते हैं हमें सफल होने से कोई नहीं रोक पाता। आत्मविश्वासी व्यक्ति हर परिस्थिति में अवसर ढूंढ ही लेता है।उस व्यक्ति को फिर सफल होने से कोई रोक नहीं सकता।आत्मविश्वासी व्यक्ति अभय प्राप्त होते हैं और हर परिस्थिति में डर के ऊपर पांव रख कर अपने लक्ष्य की और बढ़ते हैं।

 

आत्मविश्वास से ही बदलाव और अवसर का लाभ उठा कर खुशियां मिलती है

जब हम अपने निज के काम पर विश्वास करते हैं तो हमारे परिवार और हमारे इर्द-गिर्द के लोग भीआत्मविश्वास के साथ हमारे साथ होते हैं ।परिवार ,मित्र और हमारे सहयोगी आत्मविश्वास को पैदा करने में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं ।कोई अच्छा मित्र और सलाहकार ,प्रेरणा देने वाला यदि होता है तो उसकी प्रेरणा से हम सोई हुई शक्तिको जगा कर फिर से आत्मविश्वास ,आनंद , उत्साह ,और खुशियां भर सकते हैं जीवन में निखार ला सकते हैं।

आत्म विश्वासी व्यक्ति ही जीवन में अवसर को पहचान कर निर्णय ले पाता है जो उसे सफलता और खुशियां देता है जिस व्यक्ति में आत्मविश्वास होता है वही अपनी शक्तियों और योग्यताओं से दूसरे को प्रभावित कर सकता है जो उसे सफलता और खुशियों की ओर ले जाती है । आत्म विश्वासी व्यक्ति हर खतरे में अवसर देखता है और अपने लक्ष्य की ओर बढ़ता है।
समृद्धि और खुशियों से भरे जीवन के लिए आत्मविश्वास का होना अत्यंत आवश्यक है।
आत्म विश्वास के लिए हमें अपनी सोच के दायरे को बढ़ाना अति आवश्यक है। हमारी सोच का दायरा यह तय करता है कि हमारी मंजिल क्या होगी। हम जो चाहते हैं उसी के अनुसार हमें अपनी सोच रखनी चाहिए, जैसा हम सोचते हैं अंततः वैसे ही बन जाते हैं हमारे पास सफलता, उपलब्धि, दौलत ,खुशी तभी आती है जब हम इनके बारे में सोचते हैं ।श्रेष्ठ विचार, उत्तम सोच , निरंतर हमारे आत्मविश्वास को निमंत्रण देते हैं और सफलता की ओर बढ़ाते हैं।

वस्त्र हमारी पहचान

 

बन ठन कर रहें

आत्मविश्वास के लिए हमें अपने बाहरी हुलिया पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है क्योंकि भगवान हमारे अंदर के विचारों को देखते हैं जबकि संसार हमारी बाहरी हुलिया हमारे वस्त्र और हमारे कथन से ही हमें पहचानता है। हमें बातचीत की कला सीखना चाहिए जिससे उसका सामने वाले व्यक्ति पर प्रभाव पड़े ,हमें समझाने के तरीकों को सीखना चाहिए । हमें अंग्रेजी को भी सीखना चाहिए क्योंकि यह भाषा आज विश्व स्तर पर चलती है। सोशल मीडिया, इंटरनेट के इस युग में हमें आगे जाने के लिए इस भाषा को सीखना चाहिए क्योंकि यह भाषा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सभी देश के लोग थोड़ी-थोड़ी समझते हैं।

आत्मविश्वास के लिए हमें अपने शौक और आदत को पहचानना होगा और उसे ही अपना लक्ष्य बनाकर बार-बार प्राप्त करने के लिए प्रयास करना होगा। बार बार करने से उस कार्य में हम अपना आत्मविश्वास भी बढ़ा लेते हैं सफल भी हो जाते हैं और खुशी भी प्राप्त कर लेते हैं। किसी एक कार्य में सफल होना के लिए हमें उसे बारीकियों से सीखना होगा जो हमारा आत्मविश्वास बढाएगा और हमें जीत की ओर ले जाएगा।

 

तैयारी करें

आत्मविश्वास के लिए हर उस काम को बार बार करें जिसे करने से हमें डर लगता है ।हार को असफलता ना मान कर फिर, उन्लोगों से सीख कर करें, जिन्होंने इस कार्य को सफलता के साथ किया है और फिर बार बार का प्रयास हमारेआत्मविश्वास को बढ़ा कर सफलता और खुशियां हमें दिलाएगा।

आत्मविश्वास के लिए हम अपने मुख से बार बार अपने लिए सकारात्मक बोल कर अपने अवचेतन मन को संदेश देना ,दिन में कई बार उन्हीं विचारों को बार-बार दोहराना हमारा आत्मविश्वास बढ़ाता है।

शरीर का 90% हिस्सा सदैव कपड़ों से ढका रहता है। सिर्फ एकमात्र हमारा चेहरा ही खुला रहता है ,इसलिए आत्म विश्वासी दीखने के लिए हमें अपने चेहरे पर मुस्कुराहट रूपी गहने को सजाना चाहिए। मुस्कुराहट सारे माहौल को खुशनुमा बना कर स्वयं में आत्म विश्वास को बढाती है, साथ की टीम के सभी साथियों का भी मनोबल बढ़ाती है।

हमारी आंखें भी हमें आत्मविश्वासी दीखने के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होती है क्योंकि आंखों से जब हम सामने वाले व्यक्ति की आंख में आंख डाल कर बात करते हैं तो उसे वह यह दिखाता है कि, मैं विजेता हूं ,और मुझ में आत्मविश्वास भरपूर है जो उसे खुशियां और सफलता दोनों देता है।

आत्मविश्वास के लिए अपने वस्त्रों पर थोड़ी खुशबू का प्रयोग भी कर सकते हैं क्योंकि यह सामने वाले व्यक्ति को हमारी ओर आकर्षित कर हमें भी शक्ति प्रदान करता है।

कई बार अतीत की सफलता को भी हम याद कर सकते हैं अपनी किसी कामयाबी को याद कर अपने आप में आत्मविश्वास का संचार कर सकते हैं।

आत्मविश्वास के लिए हम स्वयं की तारीफ भी कर सकते हैं किसी एक खूबी को बार-बार याद कर सकते हैं जो हमें हमारा आत्मविश्वास मजबूत कर सकते हैं।

आत्मविश्वास के लिए हमें जीवन में नए नए प्रयोग करते रहना चाहिए और नए नए लोगों से जुड़ कर नए-नए लोगों का संग कर नए नए नए शहरों गांव और देशों का भ्रमण कर अपने उच्चतम लक्ष्य को हम प्राप्त कर सकते हैं जो हमें सफलता और खुशियां दोनों ही दे सकता है।

आत्मविश्वास के लिए अपने उद्देश्यों को कागज पर लिखकर जहां हम बार-बार जाते हैं उस स्थान पर उस कागज से चिपका देना चाहिए ताकि बार-बार हमारा उद्देश्य हमें वह लिखा संदेश याद दिला सके और हम आत्मविश्वास के साथ फिर अपने लक्ष्य की ओर बढ़ सके।

आत्मविश्वास के लिए सदैव प्रसन्न रहना अति आवश्यक है हमें अपने मन को सदैव सकारात्मक विचारों का भोजन देना चाहिए हम ज्यादा से ज्यादा उन्हीं विचारों के साथ रहे जो हमारे आत्मविश्वास को और मजबूत करते हैं।

हमारी खुशियां पूर्ण रूप से इसी बात पर निर्भर करती है कि हम कैसा सोचते हैं और हम कैसे लोगों का संग करते हैं क्यूं की ये ही हमारे आत्मविश्वास का निर्माण करते हैं।

आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए हमें रोज नई नई पुस्तकें पढ़ने चाहिए जिससे हमारे ज्ञान का विकास होता है और हम अपने क्षेत्र में जिस चीज की कमी होती है उसे जान पाते हैं और उस पर काम कर पाते हैं पुस्तकों से हमें हमारे क्षेत्र के उन लोगों से उनका अनुभव मिल जाता है जिस स्थिति से वे स्वयं गुजर चुके होते हैं जिससे हमारी काफी ऊर्जा की बचत होती है काफी समय भी बच जाता है।

 

गजब के अनुभव मिलते हैं।

 

अदृश्य शक्ति पर भरोसा करें

याद रखें अदृश्य शक्तियां सब का पालन करती है सबकी देखरेख करती है और उसकी देखरेख में ,ना बोलने वाले ,ना देखने वाले और सुनने वाले सबका ही संरक्षण करती है ,इसलिए पूर्ण आत्मविश्वास के साथ उन अदृश्य शक्तियों पर भरोसा करें और अपने कार्य की ओर अग्रसर हो।

धन्यवाद

जय श्री कृष्ण

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