Reality and Importance of Indian Education System
शिक्षा क्या है
84 लाख योनियों में केवल मनुष्य ही विद्यार्थी है, और शिक्षा का अधिकारी है बाकी अन्य तो सब भोग योनी है केवल मनुष्य योनि ही शिक्षा के लिए मानी गई है वर्तमान में शिक्षा के प्रभाव से ही हर मानव अपनी,जीविका उपार्जन कर पाता है,इस शिक्षा के प्रभाव से ही हम जीवन में अनुकूल आचरण कर अपना प्रभाव स्वभाव,अपने गुण और चरित्र को प्रदर्शित करते हैं,शिक्षा के प्रभाव से हमें जीवन के संयम और नियम का पता चलता है, हम अपने कर्तव्यों और,अपनी जिम्मेदारी को समझने का अनुभव प्राप्त करते हैं,हर एक मानव को अपने पल -पल के समय का उपयोग करके विद्या का संग्रह करना चाहिए,इस ज्ञान का संग्रह करना चाहिए।
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शिक्षा का सही अर्थ क्या है
जीवन निरंतर सीखने की प्रक्रिया का नाम है और जिस औजार के द्वारा हम सीखते हैं उसका नाम है शिक्षा
शिक्षा हर मानव की एक मूलभूत जरूरत है शिक्षा ही व्यक्ति को आत्मनिर्भर बनाती है,शिक्षा ही सामाजिक बुराइयों को दबाने में मदद करती है,शिक्षा ही समग्र रूप से समाज और राष्ट्र के विकास में योगदान देती है।
शिक्षा ही प्रकृति के रहस्यों को जानने में मदद करती है, शिक्षा हमें,समाज कल्याण को समझने और सुधारने में सक्षम बनाती है,शिक्षा ही बेहतर जीवन के लिए परिस्थितियाँ और अवसर बनाती है।
शिक्षा ही जीवन के कठिन समय में चुनौतियों से सामना करने में सहायता करती है।शिक्षा व्यक्ति की वाणी को सुधारती है, प्रभावी और परिष्कृत बनाती है।
शिक्षा का मूल उद्देश्य क्या है
शिक्षा एक ऐसा धन है जिसे ना तो कोई चुरा सकता है और ना ही कोई छीन सकता,यह एक मात्र ऐसा धन है जो बाँटने से कभी कम नहीं होता है,शिक्षा मानव् के जीवन को बेहतर बनाने का एक हथियार है,जीवन में सफल होने और कुछ अलग पाने के लिए शिक्षा हर एक के लिए बहुत महत्वपूर्ण साधन है,शिक्षा के प्रभाव से हम सत्य और असत्य का निर्णय कर पाते हैं
शिक्षा से क्या होता है
शिक्षा से हमें किसी विषय पर ज्ञान पूरा मिल जाता है तब उस विषय पर हमको हमारे भय से निवृत्ति मिलती है, शिक्षा से ही हमारी मन और बुद्धि में पवित्रता आती है,हमारे अंदर की जिज्ञासा शक्ति बढ़ती है हमारे अंदर का विवेक जागृत होता है हम शब्दों के प्रयोग ,वाणी में मिठास और खुश रहने के महत्व को समझ पाते हैं।
हमें क्या करना,क्या नहीं करना इसके भेद को भी हम शिक्षा के प्रभाव से ही समझ पाते हैं इस शिक्षा के प्रभाव से ही हमें अपनी जीवन शैली और जीवन,जीने की कला जान पाते है
शिक्षा का प्रभाव
इस प्रारंभिक शिक्षा के माहौल से जुड़ते ही हमें एक के बाद दूसरी शिक्षा मे प्रवेश अपने आप प्राप्त हो पता है,इस शिक्षा के प्रभाव से ही हम अपने परिवार को खुश रख पाते हैं अपने जीवन में लक्ष्मी को प्राकृटय कर पाते हैं, इस शिक्षा के प्रभाव से हम अपने जीवन से दुखों को दूर कर पाते हैं
शिक्षा के प्रभाव से ही समय का मूल्य और इसका सदुपयोग कैसे करना है हम जान पाते हैं, इस समय के महत्व को हम शिक्षा के प्रभाव से ही जान पाते हैं, हमें जीवन में सुख कैसे मिले,हमारे मनुष्य जन्म का क्या उद्देश्य है यह भी हमें शिक्षा के माध्यम से ही पता चलता है,जब हम शिक्षित होते हैं तभी हम प्रार्थना के रहस्य को जान पाते हैं और इस प्रार्थना को निरंतर करने और जीवन में स्थान देने की वजह से ही हम निरंतर और अधिक शिक्षा प्राप्त करते है,बुद्धिमान बनते हैं
शिक्षा से सच्ची शिक्षा
इसी शिक्षा के प्रभाव से हमारे स्वभाव में परिवर्तन आता है और कमाल की बात है इस स्वभाव से ही,दूसरे मानव हमें प्यार करते हैं हमसे जुड़ते हैं इस शिक्षा के प्रभाव से हम अपने अवगुणों को देख पाते हैं और उसे मिटाने के उपाय पर भी काम कर पाते हैं इस शिक्षा के प्रभाव से ही,हम जीवन में प्राप्त स्थिती,वस्तु और समय का सदुपयोग कैसे करें, और तभी हमारा जीवन बदल पाता है
शिक्षा से आध्यात्मिक शिक्षा
इस शिक्षा से निरंतर जुड़ने से हमें आध्यात्मिक शिक्षा का महत्व मालूम पड़ता है इसके प्रभाव से हमारा यह जन्म भी सुधरता है और हमारे अंदर मन मे शांति और सुकून की प्राप्ति होती है
इस शिक्षा के प्रभाव से ही हमारे संकल्प शक्ति और दृढ़ इच्छा शक्ति का प्रभाव भी, हमारे दैनिक जीवन मे निरंतर बढ़ता है ,हम एक अच्छे इंसान बन पाते हैं,हमें किन चीजों से दूर रहना है किन चीजों को छोड़ना है,इसका अनुभव भी हमें इस शिक्षा के प्रभाव से ही होता है।
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शिक्षा से स्वतंत्रता
प्रतिकूल परिस्थितियों से कैसे निपटा जाए यह भी शिक्षा के द्वारा ही हमें प्राप्त होता है, हम स्वाधीन कैसे बने स्वतंत्र कैसे रहें खुश कैसे रहें,यह भी हमें शिक्षा ही सिखाती है हमें अपने धर्म का ज्ञान,शिक्षा के प्रभाव से ही होता है हम अपने सच्चे गुरु के प्रभाव से इस शिक्षा को प्राप्त करते हैं और जीवन मे नित्य योग की प्राप्ति भी हमें इस शिक्षा के प्रभाव से ही होती है
शिक्षा का मन पर प्रभाव
शिक्षा के प्रभाव से ही हम मन की चंचलता को दूर कर पाते हैं। इसी शिक्षा के प्रभाव से हम अपने गृहस्थ धर्म का व्यवहार अपना कर्तव्य और सबको खुश रखने की कला सीख पाते हैं
शिक्षा से ही प्राप्त होती है शक्ति
शिक्षा ही जीवन की कठिन चुनौतियों को कम करने में मदद करती है,शिक्षा ही कमज़ोरी को ताकत में बदलने की कुंजी है अपनी सोच को विकसित करने और अन्य लोगों की बातों को समझने योग्य बनाती है।
शिक्षा के बिना जीवन
शिक्षा के बिना हमारा जीवन अधूरा है। शिक्षा के बिना हम ज्ञान, समझ और सोचने की क्षमता से वंचित रह जाते हैं। यह एक ऎसा माध्यम है जो हमें समझने और सीखने में मदद करता है।यह हमारे व्यक्तिगत और सामाजिक विकास को बढ़ावा देता है। इसी प्रकार शिक्षा व्यक्ति को स्वतंत्र बनाने में सहायक होती है।हमारी धारणा को सकारात्मक रूप से प्रभावित करती है। यह हमें सही रास्ता चुनने में मदद करती है और विभिन्न दृष्टिकोणों से चीजों को देखने की समझ प्रदान करती है।
शिक्षा से लाभ
शिक्षा का महत्त्व बहुत अधिक है, क्योंकि यह हमें ज्ञान, कौशल, आत्मविश्वास, आत्मनिर्भरता, और समाज में एक सकारात्मक भूमिका निभाने में मदद करती है। शिक्षा हमारे व्यक्तित्व, चरित्र, और आदर्शों का निर्माण करती है। शिक्षा हमें अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक बनाती है और हमें देश के विकास और प्रगति में योगदान करने का अवसर देती है।
शिक्षा के माध्यम से, व्यक्तियों को उनकी सर्वोत्तम पूर्ति के लिए निर्देशित किया जाता है, जिससे उन्हें अपने लक्ष्यों और सपनों को पूरा करने में मदद मिलती है। शिक्षा से ही हमारे अंदर उत्साह बढ़ता है हमारे अंदर संतुलन आता है और समृद्धि सफलता धन वैभव आदि भी हम शिक्षा की वजह से ही प्राप्त कर पाते हैं
वर्तमान शिक्षा प्रणाली
वर्तमान शिक्षा मे सीखने और पढ़ाने के लिए डिजिटल उपकरणों और संसाधनों के उपयोग भी भरपूर होता है। इसमें सॉफ्टवेयर, ऐप, ऑनलाइन पाठ्यक्रम और इंटरैक्टिव प्लेटफ़ॉर्म भी शामिल हैं जो शिक्षकों को अधिक प्रभावी ढंग से पढ़ाने और छात्रों को अधिक कुशलता से सीखने में मदद करती है
नये भारत के लिए शिक्षा एजेंडा | Education Agenda for New India
शिक्षा दृष्टि और दृष्टिकोण को बढ़ाती है, जिससे समाज में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना पैदा होती है।
इससे सामाज और न्याय के क्षेत्र में प्रगति करने की इच्छा बढ़ती है, अन्याय, भ्रष्टाचार, हिंसा, असमानता और सांप्रदायिकता आदि से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।
शिक्षा और देश
शिक्षा एक ऐसे लोकतंत्र को सुनिश्चित करती है जिसमें एक सभ्य और सुसंस्कृत समाज हो।
यही शिक्षा आर्थिक और मानसिक रूप से वंचित समूहों के उत्थान में भी मदद करती है और यही शिक्षा कइ नौकरी और रोजगार के अवसरों का निर्माण सुनिश्चित करती है।
एक सभ्य शिक्षा प्रणाली विचारों, ज्ञान और अच्छी प्रथाओं का शांतिपूर्ण आदान-प्रदान सुनिश्चित कराती है।
शिक्षा और शांति
एक शिक्षा प्रणाली ही अपराध और आतंकवाद को कम करने में मदद करती है; शिक्षा ही इस बात को निर्धारित करती है की किस प्रकार, कानून और व्यवस्था के मुद्दों को नियंत्रण में रखा जाये।
एक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रणाली राष्ट्रीय और सांस्कृतिक मूल्यों को विकसित करने के साथ-साथ भाईचारे की भावना को बढ़ाने में भी मदद करती है।
दुनिया का कोई भी देश अच्छी शिक्षा प्रणाली के बिना तेज और लगातार विकास की गति हासिल नहीं कर सकता है।
शिक्षा और बजट
जिस तरह देश की सुरक्षा के लिए अस्त्र-शस्त्र खरीदे जाते हैं,सुरक्षा के लिए बजट बनाया जाता है,बजट मे एक बड़ी राशि सुनिश्चित की जाती है,उस तरह ही शिक्षा के लिए एक बड़ा बजट,बड़ी योजना पर काम करने की जरूरत है, क्योंकि ऐसा देखने में आता है जिस देश की शिक्षा प्रणाली,एजुकेशन सिस्टम मजबूत रहता है
वही देश पूरे विश्व पर अपना स्वामित्व करते दिखाई देते हैं उनका ही नियम और कानून सारे विश्व को मानना पड़ता है।
शिक्षा पर कुछ अनमोल विचारों को भी हमें जरूर ध्यान देना है
ज्ञान और शिक्षा से बड़ा कोई दान नहीं और गुरु से बड़ा कोई दानी नहीं
शिक्षा एक ऐसा शक्तिशाली हथियार है जिससे पूरी दुनिया को बदला जा सकता है
हमें शिक्षा को उतना ही महत्व देना चाहिए जितना कि हम अन्य आंदोलन को महत्व देते हैं
अगर सूरज की तरह हमें चमकना है तो हमें शिक्षा को प्राथमिक महत्व देना होगा
शिक्षा में सुधार
कमाल की बात और आश्चर्य की बात यह है आजादी के 77 वर्ष बीतने के बाद, इतनी बड़ी डिजिटल क्रांति आने के बाद भी,देश में सब कुछ इतना बदलने के बाद भी शिक्षा के मायने,शिक्षा की पॉलिसी पर उतना अधिक काम नहीं हो पाया जितना होने की जरूरत थी।
शिक्षा के दौरान हमें इस बात का ध्यान रखना है कि हमारी शिक्षा सिर्फ भाषा तक ही सीमित ना रह जाए बल्कि हमें ऐसी शिक्षा प्रणाली को लाना है जिससे हमारे चरित्र का निर्माण हो हमारे मन की शक्ति बड़े हमारी बुद्धि का विकास हो हमारी सकारात्मक सोच बने हमारे उज्जवल भविष्य के लिए यह एक आवश्यक उपकरण बने।
इस शिक्षा से हमारे जीवन में खुशहाली शांति और सुकून और, हमारे अंदर सहनशीलता बढ़ती है, हम जीने के सही तरीके को जान पाते हैं, हम अमीर समृद्ध और शक्तिशाली बनते हैं,शिक्षा से ही हम आने वाले समाज और युवा पीढी को चिंता से चिंतन की ओर ले जा सकते हैं।
बिना शिक्षा की कोई भी व्यक्ति अपनी परम ऊंचाइयों को नहीं छू सकता,शिक्षा स्वतंत्रता के द्वारा को खोलने की एक कुंजी है,सब कुछ भूल जाने के बाद भी जो जीवन में शेष रहता है वह शिक्षा है, शिक्षा के साथ-साथ,शिक्षा का एक उद्देश्य जगना और जागना भी है। हमेशा जवान बने रहने के लिए भी हमेशा सीखते रहना जरूरी है। शिक्षा एक अच्छा निवेश है जिसका फल सारे जीवन हमको मिलता है, शिक्षा एक शक्तिशाली शास्त्र है जिससे हम बहुत प्रभावी बनते हैं शिक्षा हमें सोचने की कला सिखाती है।
शिक्षा अंधकार से प्रकाश की एक यात्रा है,शिक्षा हमें मानसिक और हैप्पी लाइफ प्रदान करती है हमारे सुंदरतम भविष्य और स्वतंत्रता के द्वार खोलती हैं
शिक्षा का उद्देश्य हमारा सिर्फ पढ़ना याद करना रटना और परीक्षा में अधिक नंबर ले आना,ना होकर अच्छा और खुशहाल इंसान बनना होना चाहिए।
इन सबके लिए एजुकेशन सिस्टम में बदलाव करना बहुत जरूरी है इसके लिए उसे आध्यात्मिक शिक्षा भी देनी जरूरी है इसके अलावा जो बच्चा जो पढ़ सकता है जिसमें वह शौक रखता है उसे उस आधार पर उस चीज में प्रशिक्षण देकर मास्टर बनाने, पर हमें ध्यान देने की जरूरत है, इस बात पर भी ध्यान देने की जरूरत है
हम जो इतिहास पढ़ रहे हैं क्या वह इतिहास हमारे लिए उसे इतिहास को पढ़ना और जानना कितना उपयोगी होगा, हमें यह भी समझ लेना चाहिए कौन सी भाषा हमारे लिए उपयोगी होगी और उसी भाषा को सीखने की आजादी हर बच्चे को मिले इसकी भी योजना होनी चाहिए
शिक्षा की ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए जिसमें हम जब शिक्षा लेकर अपने रियल लाइफ में जाए तो हर चीज हमारे काम आ सके,हर इंसान अलग-अलग काबिलियत लेकर पैदा होता है और उसे उसकी काबिलियत के अनुसार शिक्षा मिले ऐसी व्यवस्था होनी जरूरी है
शिक्षा व्यवस्था पर काम करना
शिक्षा की ऐसी व्यवस्था हमारे देश में ही होनी चाहिए ,की जिससे शिक्षा को लेने के लिए हमारे देश के सेलिब्रिटी और बड़े-बड़े नेताओं के बच्चे हमारे देश में ही पढ़ सके शिक्षा का मतलब सिर्फ पढ़ लिखकर एक नौकरी प्राप्त करना न हो जो की हर बच्चे के दिमाग में बैठा दिया जाता है,उसकी जगह वह अपने स्किल डेवलपमेंट पर काम करे,
व्यापार करने के लिए उसे प्रोत्साहित किया जाए ताकि वह अन्य 10 लोगों को रोजगार दे ऐसी शिक्षण व्यवस्था में ट्रेनिंग देने की जरूरत है,जितना जल्दी हो सके अधिक से अधिक स्कूल और शिक्षा को सरकारी स्तर पर समान शिक्षा के रूप में परिवर्तित किया जाए, प्राथमिक शिक्षा को सबके लिए समान और मुफ्त किया जाना भी जरूरी है
धन्यवाद जय श्री कृष्ण