These 9 Facts of Life Together Bring Happiness | जीवन के ये 9 तथ्य एक साथ मिलकर खुशियां लाते हैं

जीवन के ये 9 तथ्य एक साथ मिलकर खुशियां लाते हैं( These 9 facts of life together bring happiness) मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है,और वह समाज,परिवार रिश्तेदार और अपने मित्रों साथियों के बिना खुद को आधा अधूरा सा महसूस करता है,उसकी सारी खुशियां उसके नाते रिश्तेदार और समाज से जुड़े होने की वजह से ही होती है,जो कहीं ना कहीं हमको यह दिखाती और बताती है की हम सभी मानव को खुश और गतिशील जीवन के लिए सबका साथ सबका विकास और सबके प्रयास के आधार पर ही, हम सब एक दूसरे पर निर्भर होते हैं।

एक दूसरे की परवाह करने की आदत की वजह से ही हम सब खुशहाल जीवन को जी पातेहैं,क्योंकि कहीं ना कहीं हम अपनी खुशी को दूसरों के साथ साझा करके ही स्वयं भी खुश होते हैं, और अपने आस पास के वातावरण में खुशियां फैला पाते हैं

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हम किसी भी उत्सव को खुशी और सफलतापूर्वक मना पाते हैं

इसी तरह हम किसी भी उत्सव को भी खुशी और सफलतापूर्वक तभी आनंद और खुशी से मना पाते हैं,जब हम सामूहिक रूप से अपने आसपास के वातावरण और लोगों को समान भाव से खुशियां और मान दे पाते हैं। उन सबके साथ मिलकर समय बिताना,उनके साथ खाना पीना,नाचना,गाना,संगीत का आनंद लेना और इन सब चीजों का एक साथ जब जीवन में संबंध होता है तभी हम वास्तव में खुशी और आनंद को लूट पाते हैं।

Happier to Gether

यह बात कहीं ना कहीं इस बात को प्रमाणित करती है कि हम अकेले खुश नहीं रह सकते हमें किसी ने किसी का साथ चाहिए ही चाहिए होता है,चाहे वह  जड़ हो या चेतन, चाहै, वह कोई भी स्थिति हो परिस्थिति यह कोई भी हो सभी के संग से ही हमको प्रसन्नता और खुशी आजीवन मिलती है।

स्वस्थ शरीर का होना

इस खुशी के लिए सबसे पहले हमें अपने अच्छे स्वस्थ शरीर की आवश्यकता होती है जिसके प्रभाव से हम जीवन की सभी खुशियों को अपने जीवन में भोग पाते हैं, आपने जीवन में स्थान दे पाते हैं।अगर स्वस्थ शरीर ना हो तो बाकी सारी चीज भी हमारे लिए बेकार हो जाती है। 

दूसरा है हमारे जीवन में निरंतरता से पैसों और धन का प्रवाह,होना,

इस धन की आवश्यकता,हमें आंखें खोलने से लेकर आंखें बंद करने तक,यानि सुबह से रात तक अपने जीवन की दिनचर्या को सुचारू रूप से चलाने के लिए होती है।इसकी व्यवस्था अगर हमारे जीवन में नहीं होती है तो हम दुखी रहने लगते हैं।और हमे इसकी कमी की वजह से कई तरह की दुख और निराशा का सामना करना पड़ता है,इसलिए हमें धन के प्रवाह को उचित बनाए रखने के लिए इसकी धन कमाने की शिक्षा को जरूर धारण करनी चाहिए, ऐसे भी हमारे जीवन में,सरस्वती के बाद ही लक्ष्मी को पैदा करने की कला हम सीख पाते हैं। 

इसलिए हमें अपनी बाल्यावस्था से ही अपनी शिक्षा का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है,ताकि हम इस धन के प्रवाह को अपने जीवन में निरंतरता से बना कर रख सके। सरकारी स्तर पर इसका प्रबंध सबके लिए होना चाहिए। 

नारी शक्ति का साथ

नारी शक्ति हमारे जीवन में सृजन करती है हमारा पालन पोषण करती है और हमारे सुख दुख का ख्याल रखती है।इस शक्ति के हमारे देखभाल करने की प्रेरणा की वजह से ही हमारा जीवन और परिवार सुखमय बन पाता है,इस तरह इस नारी के संग से ही सारे विश्व का सिस्टम चलता है इसलिए इस नारी शक्ति को हमें सम्मान देना बहुत जरूरी है, इसको और बलशाली बनाने के लिए इनको शिक्षित करना, इनको समान अधिकार देना भी बहुत जरूरी है। की भर्ती ताकत से हमारे जीवन में खुशियों का स्थाई वास होता है 

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जब हम अपने धर्म और संस्कृति से जुड़े लोगों के साथ अपने देश में रहते हैं तब यह हमारे लिए बहुत ही खुशी की बात होती है,क्योंकि यहां हम अपने समाज  संस्कृति और अपने गुन के मिले-जुले लोगों के साथ अपने जीवन को यापन करते हैं तो यह हमें प्रसन्नता देता है

राज हो पास

जब हमारी राजनीति स्तर पर पहुंच होती है, तब इसके प्रभाव से भी हमारा समाज में प्रभाव बढ़ता है, तो यह हमें सकारात्मकता,निर्भयता,और संतुष्टि देता है जिसके प्रभाव से हम खुश रहते हैं

पुत्र आज्ञाकारी

हमारी संतान का आज्ञाकारी होना भी हमारे लिए बहुत ही खुशियों का  संयोग होता है,क्योंकि आज्ञा पालन से बड़ी कोई सेवा नहीं और जब संतान हमारी आज्ञा का पालन करती है, तब हमें जीवन भर बहुत ही प्रसन्नता का अनुभव कराती है। 

संतोषी जीवन

जब हमारा जीवन संतोषी होता है या संतुष्टता से भरा होता है तब हमें किसी तरह की इच्छा और आकांक्षा नहीं होती जिससे हम प्रसन्न रहने लगते हैं और प्रसन्नता दायक जीवन को यापन कर पाते हैं क्योंकि कोई भी इच्छा की पूर्ति होना हमारे वश में नहीं है,और यदि कोई इच्छा पूर्ति हो भी जाए तो यह नई इच्छा को जन्म दे देती है, इसलिए संतोषी जीवन वास्तव में हमें सारे जीवन खुशियां देता है।

खुशी इन सबके एक साथ मिलने से

इन सातों सुखों के जीवन में एक साथ होने से हमारा जीवन खुशियों,आनंद और,प्रसन्नता से भरा होता है। जीवन में इन सातों सुखों के समिश्रन होने से हर मानव संतुष्ट और निर्भय रहने लगता है,इसके प्रभाव से नई-नई खुशियां और जीवन जीने के अवसर का भी हम लाभ उठा पाते है।

इसके बाद आता है हमारे स्वयं की आदत

जितना हम अच्छी आदतें अपने जीवन में बना पाते हैं उतना ही हम खुशी और आनंद को अनुभव कर पाते हैं,खुशियों से दोस्ती रख पाते हैं, अच्छी आदतें हमें जीवन में बनानी पड़ती है और बुरी आदतें अपने आप लग जाती है इसलिए खुशियों से भरे जीवन को यापन करने के लिए हम अपने जीवन में हमेशा अच्छी आदतों का निर्माण करने पर ध्यान देना चाहिए। 

सकारात्मक सोच

जीवन में हर स्थिति में सकारात्मक का होना,आने वाले भविष्य की जीवन के लिए खुशियों को संजो कर रखता है।जब तक जीवन में सकारात्मकता और आशायें रहती है,तभी तक हमारा जीवन —,जीवन जैसा हम यापन कर पाते हैं और इन दोनों के जीवन में रहने से हम निर्भयता और संतुष्टि भरा जीवन स्वतंत्र रूप से निर्माण कर पाते हैं।कुल मिलाकर इन सब बातों का एक साथ संजोग हमें जीवन भर जीवन खुशियों देता है। 

जिस तरह प्रत्येक देश में रक्षा का बजट बनाया जाता है इस तरह जीवन में मानव खुशियां को बढ़ाने के लिए शिक्षा के बजट को प्राथमिकता से बढ़ाने की जरूरत है क्योंकि जब हम शिक्षित होते हैं तभी वास्तव में हम खुश रह सकते हैं। पुराने समय में हमारे देश में जिस तरह गुरुकुल की शिक्षा दी जाती थी उसी तरह की यह शिक्षा वर्तमान में हैप्पीनेस और हैप्पी साइंस के रूप में स्कूल कॉलेज में दी जाने की जरूरत है तभी आने वाले भविष्य में आने वाली पीढ़ी को हम खुशहाल जीवन दे पाएंगे। 

ऐसे तो छोटी-छोटी ,ईधर उधर की बातों को देखकर आजकल की युवा पीढ़ी को मैं देखता हूं बहुत प्रसन्नता होती है,किंतु वास्तविक ज्ञान और सच्चा खुशी का ज्ञान लेने से आजीवन आने वाली पीढ़ी को खुशियां मिल सकती है,क्योंकि जो हम वास्तव में स्कूल कॉलेज में सीखते हैं उसे ही हम जीवन में धारण करके सारे जीवन काम ले पाते हैं।

हम सब कुछ करके खुशी ही होना चाहते हैं,हम जो भी कर रहे होते हैं, उसके परिणाम में हमें खुशी की ही खोज रहती है,इस तरह कुल मिलाकर हम अपना काम खूब मन लगाकर करें और परिणाम की अपेक्षा न रखें,सिर्फ और सिर्फ अपने  काम को करते रहे,अपने पसंद के काम करते रहे और इन सब बातों का सम्मिश्रण हमारे जीवन में बना रहे तो हमें खुशहाल जीवन जीने,और विकसित राष्ट्र के निर्माण से कोई नहीं रोक सकता 

आज विश्व में 190 देश की श्रेणी में बड़े ही दुख की बात है हमारा देश भारत आज भी 126 में स्थान में 2023 में रहा इसलिए हमें आने वाले समय में युद्ध स्तर पर शिक्षा,भोजन,रोजगार पर काम करने की जरूरत है और बहुत जल्दी-जल्दी विकसित रास्ट्र बनाने के लिए हमें शिक्षा को प्राथमिकता देनी होगी तभी हमारा राष्ट्र विश्व गुरु के रूप में फिर से सम्मान को प्राप्त कर सकता है
जय श्री कृष्ण 
धन्यवाद
Nirmal Tantia
मैं निर्मल टांटिया जन्म से ही मुझे कुछ न कुछ सीखते रहने का शौक रहा। रोज ही मुझे कुछ नया सीखने का अवसर मिलता रहा। एक दिन मुझे ऐसा विचार आया क्यों ना मैं इस ज्ञान को लोगों को बताऊं ,तब मैंने निश्चय किया इंटरनेट के जरिए, ब्लॉग के माध्यम से मैं लोगों को बताऊं किस तरह वे आधुनिक जीवन शैली में भी जीवन में खुश रह सकते हैं

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