चुनौतियां क्या हैं? कैसे किसी भी तरह की चुनौती भेष बदली खुशियां | what are the challenges

चुनौती प्रभावशाली व्यक्तित्व का एक विशेष आंतरिक गुण है ,जो प्रेरक शक्ति के रूप में लक्ष्य की सिद्धि के लिए व्यक्ति को साहस, उत्साह और संघर्षशील बनने का आह्वान करता है। चुनौती का मतलब चैलेंज या कठिन समय भी होता है ।जो कार्य रुका हुआ या रुक गया है फिर से सुनियोजित ढंग से उसका निर्माण को करने के लिए प्रकृति जिस परिस्थिति का निर्माण करती है उसे चुनौती कहते हैं।

Table of Contents

चुनौती से समाधान की यात्रा | what are the challenges

यह चुनौती व्यक्ति के अंदर कठिन और असंभव कार्य करने का साहस पैदा करती है। उसे जोखिम उठाने की प्रेरणा देती है, उसकी छिपी प्रतिभा योग्यता और क्षमता को बाहर निकाल कार्य की सिद्धि के लिए उसे उत्साहित करती है।

जो व्यक्ति चुनौती स्वीकारने में नहीं हिचकीचाता और कर्तव्य परायणता की भावना से कार्य को हाथ में लेकर, अपनी लगन से सफलतापूर्वक उस कार्य को करने का निर्णय लेता है तब वही उसका निर्णय उसे सफलता दिलाता है ।

इस दौरान उसका साहस ,उसे भय के ऊपर पांव रख कर उसे आगे बढ़ने के लिए अभयता प्रदान करता है ,जिससे वह अपने सभी कार्य को पूर्ण कर पाता है ।साहस सदैव अंधा होता है किसी भी खतरे के बावजूद वह अपना काम करता है।

Maa kee tarah bharosa रखें

हर परिस्थिति में हमारा उत्थान ही होगा

चुनौती के समय विजेता के जीवन में कुछ खास चीजें होती है जो फिर से उसके जीवन में खुशियां लाती हैं। उसके पास अपने कुछ सिद्धांत और अदृश्य शक्तियों पर उसका दृढ़ विश्वास होता है, जो उसे फिर पुनः समाधान की ओर ले जाता है ,जो उसके जीवन में खुशियां लाता है।

अदृश्य शक्ति पर पूरा भरोसा रखें
बच्चा मां पर जैसे भरोसा करता है वैसे

जीवन में कई बार ऐसा भी होता है कुछ चुनौतियां के समय हमें यह समझ नहीं आता कि हम क्या करें कैसे इस परिस्थिति से निकले समाधान कैसे होगा। कैसे हम अपने इस जीवन को फिर से सही मार्ग पर ला सकेंगे ऐसे समय में हमें पूर्ण धैर्य धारण कर उन अदृश्य शक्तियों पर पूरा भरोसा रखना चाहिए , हमारा भरोसा और हमारा विश्वास ही हमें उन परिस्थिति से यहां निकालता है।

ब्रह्मांड चलाने वाली सही पूछें और उत्तर पाएं

यह न भूलें

याद रखें कि हम सदैव अपने चुनौतियों से बड़े हैं तभी हम उसके सन्मुख होकर आगे बढ़ सकते हैं इस समय निर्भय होकर समाधान पर काम करना हमें हर चुनौतियों से आगे ले जाता है।

याद रखें

इन चुनौतियों के समय हमें अपने पराए की पहचान होती है हमें अपने इर्द-गिर्द उन लोगों की परख होती है जो हर परिस्थिति में हमारा साथ देना चाहते हैं और हमारे सच्चे हमदर्द होते हैं।

चुनौती की स्थिति में हमें यह देखना जरूरी है कि कौन सी परिस्थिति हम बदल सकते हैं और कौन सी परिस्थिति हमारे हाथ में नहीं है इसका निर्णय करना प्रधान है।यदि स्थिति बदली जा सकती हो तो उस पर ध्यान केंद्रित करनाऔर आगे क्या हो सकता है उस पर अपनी ऊर्जा को खर्च करना चाहिए। बीते दिनों की नहीं सोचना और ,आने वाले कल की चिंता नहीं करना ,ये दोनों बातें खुशियों और, समाधान की और ले जाती है।

हर स्थिति में अपनी खुश रहने की जिम्मेवारी निभाएं

चुनौतियों को जितना हम बाटेंगे या जितने लोगों से हम सलाह करेंगे वह हमारे लिए मार्गदर्शन करेगी , जितना हम छूपाएंगे ,उतना ही वह बढ़ेगी।इसलिए हमें उस क्षेत्र के लोगों से जिन्होंने पहले इस परिस्थिति को पास से देख कर उसे गुजारा है उनसे सलाह करना चाहिए।

सलाह करें

चुनौती के समय हमें अपनी सोच को सकारात्मक बना कर आशावादी होना और आने वाले कल के विषय में सकारात्मक बातों पर चिंतन करना हमें पुनः खुशियों की ओर ले जाता है। हमें विश्वास रखना चाहिए नई चुनौती निश्चित रूप से कोई नया अवसर लेकर आई है जिसे हमें खोजना है और जीवन को खुशहाल बनाना है।

मुझे हर हाल में डट कर टिके रहना है

चुनौती के समय विजय और खुशियों के लिए हमारी सोच पर काम करना और पूरा ध्यान केंद्रित होना चाहिए।

शब्दों को मीठे बोल कर हथियार बनाइए मीठे बोल से सामने वाले को हारना पड़ता है।

चुनौतियों के समय हमें अपने व्यवहार पर विशेष ध्यान रखने की जरूरत है धीरज और धैर्य को धारण करते हुए अपने व्यवहार को विशेष ध्यान रखने की जरूरत है जितना अधिक हम शांत रहकर परिस्थिति के अनुकूल शब्दों का व्यवहार करते हैं उतना ही हमारे अनुरूप हमारी परिस्थितियां बनती हैं।

शांत रह कर परिस्थिति को सम्हाले

खुशियों के लिए यह जानना जरूरी है कि प्रत्येक चुनौतियों की परिस्थिति का निर्माण हमारे कल्याण के लिए होता है और कहीं ना कहीं इसमें नई कोई सृजन की स्थितियां ही बनती है जो हमारा कल्याण करती है, जो हमें खुशियां देती है।

याद रखें

चुनौती भरी स्थिति में हमें सामने वाले इन्सान की जगह खुद को रख कर सोचना भी हमें समाधान की ओर ले जाता है। इस समय हमें थोड़ा जोखिम लेना और साहस दिखाना हमें समाधान की ओर ले जाता है।

प्रार्थना से समाधान

चुनौतियों के समय हमारी प्रार्थना हमारे मन मस्तिष्क को अजीब सा सुकून और शांति देती है ।हमारी प्रार्थना जीवन में चमत्कार स्वरूप हमें रास्ता दिखाती है हम जब भी अदृश्य शक्तियों के पास अपनी चुनौतियों को लेकर जाते हैं वह हमें कहती हैं कि वह हमारे साथ हैं मुझ में विश्वास रखो और अपना कार्य जारी रखो।

इस दौरान योग, व्यायाम और ध्यान बड़ा ही योगदान करता है।इस दौरान, हमारे निर्णय लेने, हमें मानसिक शांति देने और शरीर को स्वस्थ्य रखने में नियमित शरीर को शारीरिक श्रम से जोड़े रखना भी बहुत लाभदायक होता है।

चुनौती के समय मस्तिष्क को कैसे सम्हाले

मुश्किल और चुनौती भरे समय में हमें जब माइंड अपने आप प्रेसर की गिरुफ्त से जकड़ा रहता है तब बॉडी पर प्रेशर देना जरूरी होता है।इसके लिए दिन भर में हम 3 से 4 बार व्यायाम करें ,प्राणायाम करें तक की तेज गति से मस्तिष्क में प्रवाह होता रक्त शरीर के अन्य भाग में प्रवाहित हो और मस्तिष्क को विश्राम मिले।

जैसे कंप्यूटर में हम स्टॉप लॉस लगाते हैं वैसे बॉडी को स्टॉप लॉस के लिए प्रेशर दें।

Body aur mind ko parents aur kids की तरह उपयोग करें।जैसे बच्चे को कुछ खरीदना हो तो बच्चे को माता पिता दोनो को राजी करना होता है और बॉडी को माइंड की जगह रखें।

गहरी सांसे लें और कुछ गुनगुनाएं

चुनौती समाधान और सफलता का प्रोसेस है।

टिकना ही जितना है

इस दौरान चुनौतियों को जीवन का हिस्सा मानना बहुत ही महत्व रखता है जो हमें ऊर्जा और उत्साह देता है हमें समाधान की और ले जाता है और फिर से हमें खुशियों तक पहुंचाता है। हर चुनौती अपने साथ समाधान लेकर आती है चुनौतियों से दूर भागकर हारने की बजाय चुनौतियों से खेल की तरह खेलना चाहिए ताकि वह खेल खेल में ही खुशियों में परिवर्तित हो जाए

इस समय बुद्धिमान व्यक्ति के संग रहें

चुनौती हमें हमारे जीवन को निखारने के लिए आती हैं। इस दौरान हमें अपने को खोजी प्रवृत्ति वाला बनाना, कुछ न कुछ नया सीखने का प्रयास ,जिम्मेदार व्यक्तियों की संगति भी हमारे लिए बहुत ही कारगर होती है।

कुछ अप्रिय बातें सुनने को भी मिले तो सहन कर लें अनसुना करें मन पर ना लें

चुनौतियों के समय मन की शांति और खुशियों के लिए बहुत सी बातों को सुनते हुए भी अनसुना कर हम खुश रह सकते हैं ,और बहुत सी बातें जहां हमें बोलने की आवश्यकता है वहां हम चुप रह कर भी भविष्य की खुशियां तय कर सकते हैं।

चुनौतियों के समय हमारी खुशियां फिर से हमें प्राप्त हो इसमें उत्साह का बहुत बड़ा योगदान होता है यदि हम उत्साहित होकर जुनून के साथ पूर्ण उत्साह और समर्पण के साथ हर परिस्थिति में अपने कार्य को करते रहते हैं तो निश्चित ही खुशियां प्राप्त कर सकते हैं।

इस समय मुस्कुराहट के साथ कार्य करते रहने से हम मंजिल तक पहुंच जाते हैं फिर से खुशियों को प्राप्त कर लेते हैं।

किसी असंभव कार्य को कुल मिलाकर संभव बनाने के लिए हमें उस कार्य को चुनौती के रूप में लेना पड़ता है ऐसा करने से हमारे अंदर अद्भुत साहस पैदा होता है और हमारे छिपी हुई प्रतिभा और कार्य क्षमता उभर कर सामने आती है, जिससे कुशलतापूर्वक उस कार्य को करने में हम अपनी पूरी शक्ति लगा देते हैं जो हमें विजेता बनाती है, हमें हमारे जीवन में फिर से प्रसन्नता देती है।

यह जान लें

सफलता का नाम ही जीवन है और चुनौतियां, जीवन का एक भाग है जो चिरस्थाई नहीं होती हमें पुनः पुनः तैयारी के साथ लड़ना होता है।चिंता या चुनौती तभी तक रहती है जब तक हम निर्णय नहीं लेते क्यों की निर्णय का लेना ही चिंता का मिटना और समाधान का मिलना है।

इस निर्णय को लेकर उसे सही करना भी हमें आगे बढ़ने में और खुशियां वापस दिलाने का कार्य करता है।

चुनौती की स्थिति से निपटने के लिए हमें सत्य को साथी बनाना बहुत ही कारगर होता है क्यों की सत्य बोलने से सिर्फ उस समय के लिया डर लगता है नही तो हर समय डरे डरे रहना पड़ता है।

उन्हीं बातों को सोचें और चिंतन करें जैसा हम होते हुए देखना चाहते हैं

चुनौती के समय ज्यादातर हम मानव उस बात को ज्यादा सोचते हैं जो हम नहीं चाहते जबकि हमें सोचना अधिक से अधिक उस स्थिति के बारे में है जो हम चाहते हैं इस तरह की सकारात्मक सोच निश्चित रूप से हमें पुनः समाधान की ओर ले जाती है।

अपने मस्तिस्क की सोच पर काम करें

चुनौतीपूर्ण कार्य करने वाला व्यक्ति के लिए उसके सपने जीवन में बड़ा महत्व रखते हैं क्योंकि बड़ी बड़ी उपलब्धियां जो वो हासिल कर पाते हैं पहली बार वे स्वप्न में और दूसरी बार उसे हकीकत में कर पाते हैं मतलब यह है कि हमेशा युवा और ऊर्जावान बने रहने के लिए हमें स्वप्न बड़े देखने चाहिए अपने सपनों में अपने आप को साहसी होना और अपनी उपलब्धियों को हासिल करते हुए देखना चाहिए जो हमें हर चुनौती में खुशियां देता है।

धन्यवाद

Nirmal Tantia
मैं निर्मल टांटिया जन्म से ही मुझे कुछ न कुछ सीखते रहने का शौक रहा। रोज ही मुझे कुछ नया सीखने का अवसर मिलता रहा। एक दिन मुझे ऐसा विचार आया क्यों ना मैं इस ज्ञान को लोगों को बताऊं ,तब मैंने निश्चय किया इंटरनेट के जरिए, ब्लॉग के माध्यम से मैं लोगों को बताऊं किस तरह वे आधुनिक जीवन शैली में भी जीवन में खुश रह सकते हैं

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version