सप्ताह के सातों दिन खुशियां ही खुशियां | International happiness day week ceremony 2022
जीवन की हर क्रिया के पीछे, हर कार्य के पीछे ,अंतिम परिणाम जब खुशियां ही हैं,तो हम सब मिलकर क्यूँ न,खुशियों के लिए ,ही काम करें। खुशियों को ही,जीवन का लक्ष्य बनाएं।खुशी कैसे मिले,इस पर काम करें, खुशीयों की तैयारी करें।
ये जीवन भगवान से मिला अनमोल तोहफा है,हमें।हम इसके बदले भगवान को जो दें, वह हमारा रिटर्न गिफ्ट और वही हमारा जीवन के प्रति रुख या नजरिया होता है। इसलिए हम सबकी जिम्मेदारी है, कि हम अपने जीवन का निर्माण कमाल का करें। ऐसी जिंदगी जिऐं,जो हमारे लिए भी आत्मविश्वास का रूप बने,और हम से प्रेरणा लेकर आने वाली पीढ़ी भी,इससे सीखें।
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जीवन की हर सुबह नई आशाएं लेकर आती है|
जीवन की हर सुबह नई आशा, नई उमंग, नया जोश लेकर आती है।बीती बात को जाने दे,आने वाले कल के लिए नई योजनाएं बनाएं, हर सुबह हमारे लिए सुखद हो सकती है।
सबसे बड़ी सीख: | International happiness day week ceremony
जीवन की यही कहानी — ये भी गुजर जाएगा।
जो परिस्थितियां आज बनी हैं ,वे भी निकल ही जाएंगी, रात के बाद दिन होता है,उसी तरह जीवन की हर एक परिस्थितियों कितनी भी चुनौती भरी क्यों ना हो वह निकल ही जाती है,और हम एक सुखद परिस्थिति में निश्चित रूप से पहुंचते हैं।
Happiest week programme://
इसलिए सर्वप्रथम अपने दिन, अपने सप्ताह को खुशनुमा व्यतीत करने का लक्ष्य बनाएं..
7 day in week…
जीवन के सातों दिन, हर क्षण हमें खुशियां ही खुशियां मिले। इसके लिए हम सीखें,किस तरह अपने जीवन को, अपनी साप्ताहिक दिनचर्या को बनाएं, की खुशियां ही खुशियां हमें मिले ।
सातो दिनों की खुशी के लिए सातों दिन के अपने लक्ष्य साफ रखें, 7 तरह के लक्ष्य रखें और उन लक्ष्यों पर सातों दिन तक काम करें।
Monday|प्रशंसा डे।
पहला दिन यानी सोमवार।इस सप्ताह के पहले दिन हम सब की जमकर तारीफ करें। हम यह लक्ष्य रखे ,की आज हमसे जुड़े लोगों की हम तारीफ करेंगे।उनके जीवन में हम खुशियां ही खुशियां भरेंगे, उनकी प्रशंसा कर उन्हें उत्साहित करेंगे।
Tuesday|ability day
सप्ताह का दूसरा दिन हम हर परिस्थिति में अच्छाई को ही देखेंगे। आज हम हर परिस्थिति में अपना कल्याण देखें। आज सप्ताह के दूसरे दिन हम किसी दूसरे के जीवन के दोषों को ना देखें।
Wednesday|giving day
सप्ताह के तीसरे दिन को हम देने का दिन बनाएं ।किसी न किसी को कुछ न कुछ दान दें। बच्चों को टॉफी दे ,तोहफा दें ,और इस देने में भी हम आनंद महसूस करें,और सामने वाले व्यक्ति के जीवन में भी आनंद का माहौल बनाएं।
Thursday|silent day
सप्ताह के चौथे दिन दिन हम सिर्फ मौन रहैं। किसी से कोई बात ना करें। किसी भी बात का कुछ चिंतन ना करें, और इस दिन मौन रहने के आनंद को हम महसूस करें।
Friday|technology fasting day
पांचवा दिन हम टेक्नोलॉजी का उपवास करें, पूरे दिन भर हम ऐसा निर्णय लें कि हम किसी तरह की टेक्नोलॉजी को यूज नहीं करेंगे। उस दिन हम प्रकृति के साथ रहें,यह जीवन को आनंदित करता है।अगर सारा दिन हम ना भी रह सकें, तो हम आधे दिन का उपवास कर सकते हैं ,और आधे दिन भी हम ना रह सके तो कम से कम सुबह के 4 घंटे का तो उपवास जरूर करें।इससे भी हम खुद को ऊर्जावान, और मन को आनंद प्रदान करेंगे।
Saturday|no load day
जीवन का छठा दिन हम ऐसा बनाएं कि उस दिन किसी तरह का हम कोई लोड ना लें ।कोई पुरानी या नई आगे की कोई भी बात ना सोचे। किसी तरह की चुनौती के समाधान में मस्तिष्क को न ले जाएं। हमारा मन, मस्तिष्क उस दिन संतुलित और शांत होकर आनंदित रहें,और खुशी महसूस करें।
Sunday|decision day|
सातवां दिन हम ऐसा बनाएं, इस दिन हम कुछ ना कुछ अपने मन में सोची हुई बातों पर निर्णय कर,उसे पूरा करें और खुशीयां महसूस करें।
ये भी करें।
जीवन अनमोल है,अपनी तुलना किसी के साथ ना करें। हमेशा यही सोचे कि मैं यूनिक हूं। मैं एक्स्ट्राऑर्डिनरी हूं। मेरे पास समय है,ऊर्जा है और मुझे ब्रह्मांड ने बहुत कुछ दिया है। हम दूसरे की कामयाबी से भी तुलना नहीं करें। एक्सपेक्टेशन को एक्सेप्टेंस में कन्वर्ट कर खुश रहें।अपने गलत फोकस को खोजें और उसे दूर करने पर काम करें।
Look at your challenges::
अपने हालात और परिस्थितियों में देखें कि आप उन हालातों के बारे में क्या सोचते हैं। आप यह भी देखें कि ये परिस्थितियां हमारे कंट्रोल या वश में है या नहीं।अगर हमारे बस में नहीं है तो उन परिस्थितियों का चिंतन बंद करें। उसे परमात्मा और यूनिवर्स के भरोसे छोड़ कर जो स्थितियां अपने हाथ में हो उन्हें ठीक करें। यह कभी ना सोचे, दूसरे क्या सोचेंगे तभी हम जीवन में खुश रह सकते हैं।
कुल मिला कर :
कुल मिलाकर यह जान ले कि आप बहुत ही कीमती है। बेवजह खुश रहने की आदत बनाएं,तो हम उस उर्जा से जुड़ें। हम स्वत: ही खुश रहने लगेंगे।नए-नए अवसर हमारे जीवन में आने लगेंगे,अपनी विलक्षणता को खोजें, अपने गुणों को महत्व दें, हर हफ्ते कुछ नए गुणों पर काम करें, नई संभावनाओं पर काम करें।खुद को सर्वश्रेष्ठ बनाने के तरीके अपनाएं।अपने अंदर सब कुछ कर सकने का विश्वास रखें यह जान लें कि असंभव कुछ भी नहीं। अपने दैनिक कार्यों को अपना कर्तव्य समझकर करें।हर पल उत्सव मनाने के लिए तैयार रहें। नए विचारों के स्वागत के लिए भी तैयार रहें। अच्छी संगत बदल देती है ,हमारी रंगत इसलिए अच्छा संग करें।हर सप्ताह के नए नए प्लान छोटी-छोटी आदतों की लिस्ट बनाएं और उन पर काम करें। धीरे-धीरे यही सप्ताहिक कार्यक्रम हमारे मासिक और वार्षिक कार्यक्रम में परिवर्तित होकर हमारा जीवन हंसी खुशी भरा बना देंगे।
जय श्री कृष्ण
धन्यवाद।