Students Should Understand These Things Carefully | Students इन बातों को ध्यान से समझ लें

विद्यार्थियों को यह बात हमेशा ध्यान रखनी चाहिए कि विद्या एक तप है, जिसमें हर विद्यार्थी को तपना ही पड़ता है, इस तपस्या से गुजरना पड़ता है।इस तपस्या से गुजरने से वास्तव में स्टूडेंट की बुद्धि विकसित होती है,जो उसे पूर्ण मानव बनने की राह देती है।इस पढ़ाई और परीक्षा की वजह से ही उसके जीवन में उन्नति होती है,और उसकी कीमत बढ़ती है। 

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विधार्थी परीक्षा को कैसे समझे

हर विद्यार्थी को यह बात ध्यान रखना चाहिए जैसे क्रिकेट में बैटिंग करते वक्त  कभी चौक,कभी छक्के लगते हैं,कभी बोल छुट्टती है,कभी सेंचुरी,तो कभी हाफ सेंचुरी,कभी वहाँ आउट भी हो जाते हैं और जैसे भी हो वहाँ,हमें पिच पर डटे रहने का ही हर हाल में प्रयास करना होता है,डटकर हर बॉल को अपॉर्चुनिटी मानकर उसका सामना करना होता है,उसी तरह हमे सिर्फ परीक्षा मेंअपना काम करना है,कहीं डरना नहीं,कहीं घबराना नहीं,सिर्फ और सिर्फ अपनी पढ़ाई पर फोकस करते हुए,अपने से बड़ों की बात और अनुभव का आदर करते हुए जीवन को जीना है।

परीक्षा एक प्रतियोगिता

परीक्षा को हमेशा प्रतियोगिता मानना है क्योंकि यह सब को देनी होती है,चाहे वह आप हो या आपके माता-पिता भाई-बहन दादा दादी,यह तो आप विधार्थी का सौभाग्य है,की आपको परीक्षा,आपके कोर्स के अंदर के प्रश्न में से प्रश्न पूछ कर ही ली जाती है,किंतु जीवन की विभिन्न परीक्षाओं से आपके गार्जियन को गुजरना पड़ता है,और ऐसे प्रश्न  उनके जीवन में आ जाते हैं,जो उन्होंने कभी सोचा ही न हो। परीक्षा के प्रति सोच जीवन में सोच कर सोचे क्योंकि हम जैसा सोचते हैं वैसा ही वास्तव में परिणाम आते हैं। 

आदत

विद्यार्थियों को हमेशा अपनी आदतों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।अपनी बन रही आदत को ध्यान से देखना चाहिए कि किस तरह की आदत मेरे जीवन में लग रही है,क्योंकि आपकी आदत ही आपका जीवन बनाती है।जैसी आपकी आदत होती है वैसे ही आप बन जाते हैं और भी एक बात आदत के विषय में ध्यान देने की है कि आप अपने भविष्य को नहीं बदल सकते,लेकिन आप अपनी आदत को बदल सकते हैं,और यह आदत ही आपका भविस्य बना देती है। 

विधार्थी और प्रस्न

विद्यार्थी के लिए इस बात को भी ध्यान देने की जरूरत है कि वह प्रश्न पूछने में कभी ना हिचकिचाए क्योंकि प्रश्न पूछने वाला विधार्थी कुछ समय के लिए ही मूर्ख रहता है,किंतु जो प्रश्न पूछने में हिचकाता है वह सारे जीवन के लिए मूर्ख रहता है। इसलिए हमेशा जो नहीं आता है, वो शिक्षक से बार बार पूछे।

फ्रेंड्स डिस्कसन

अपने फ्रेंड्स के साथ बार बार डिस्कस करें क्योंकि डिसकस के दौरान वह चीज हमें याद हो जाती है। अपने लिए बार बार बोलें
 
हमेशा अपने लिए कुछ देर अच्छा जरूर बोले जैसे आई एम द बेस्ट,आई कैन डू इट ,आई एम  डिसिप्लिनड,आई एम द मास्टर,आई एम द पावरफुल,आई कैन  आदि 

अनुशासन और चुनौती

हमेशा अनुशासन को अपने जीवन में विशेष महत्व दें अपने प्रॉब्लम से अपने आप को बड़ा माने,प्रॉब्लम से आप बहुत बड़े होते हैं

विधार्थी के लिए समय का महत्व

अपने जीवन में समय को बहुत महत्व दें अच्छे परिणाम जीवन में प्राप्त करने के लिए अपने मन को दोस्त बनाकर हमेशा गलत राह पर जाने से समझा कर मनाएं। 

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अपने विद्यार्थी जीवन की सफलता के लिए कई बार आपको रातों से लड़ना पड़ता है नींद से लड़ना पड़ता है सोशल मीडिया की हैबिट से लड़ना पड़ता है और इस लड़ाई में आपको जितना भी जरूरी है।

विद्यार्थी और नींद

नींद हर प्राणी के लिए बहुत जरूरी है क्योंकि यह हमारा मानसिक संतुलन बना कर रखती है हमें ब्रह्मांड से ऊर्जा देती है इसलिए विधार्थी को अपनी नींद को भी बहुत महत्व देना है।

ऐसे पढाई करो

हमेशा याद रखें जब भी पढ़ने बैठें,इस तरह पढ़े की 2 घंटे बाद ही मेरा एग्जाम है या कल ही मेरा एग्जाम है और जो भी पढाई करें,पूरे फॉक्स से करें। समय का सदुपयोग करते हुए करें,यह समय अनमोल है,अगर अभी पढ़ लिया तो जीवन भर गर्व होगा और यदि फिर भी कहीं कमजोरी है तो भी डरने की जरूरत नहीं,जो वास्तविकता है उसे स्वीकार करें क्योंकि हर बच्चा अलग है,अपनी दूसरे से तुलना कभी ना करें,कि वह ऐसा है तो मैं ऐसा क्यों नहीं हूं,और इसके लिए मन में किसी तरह के नकारात्मक विचारों को पैदा न होने दे।

पढाई स्वयं की जिम्मेदारी

पढ़ाई और परीक्षा की जिम्मेदारी हमेशा स्वयं की माने और इसको ईमानदारी से हर हाल में निभाएं,अपने कठिन विषयों को ताल मटोल करने की आदत से बचे।अपने कठिन विषयों को विशेष रूप से ध्यान देकर पढ़ें।

होमवर्क का महत्व

अपने होमवर्क जो रोज मिलते हैं,उनको भी इमानदारी से करते रहने से हम काफी हद तक परीक्षा की तैयारी कर लेते हैं।एग्जाम में उस बच्चे को डर लगता है जिसकी तैयारी पूरी नहीं होती इसलिए अपने एग्जाम की पूरी तैयारी शुरुआत से ही करते रहे ताकि आपको एग्जाम के दिनों में कोई तरह की चिंता ना हो। थोड़ा-थोड़ा पढ़ते रहने से तैयारी अपने आप हो जाती है।

स्टूडेंट परीक्षा की घोषणा के बाद इस तरह सोचना शुरू करें

परीक्षा को परीक्षा न माने बल्कि प्रतियोगिता माने,परीक्षा की घोषणा होते ही अपने दिन को योजनाबध तरीके से बिताना शुरू करें। पूरे दिन भर आपको क्या करेंगे,इसकी योजना बना ले और अनुशासन को जीवन में स्थान देकर अब योजना के तहत ही अपनी दिनचर्या रखें इस समय सोशल मीडिया से पूरा सावधान रहे और इसका उपयोग,निर्धारित समय के अनुसार ही करें।कम से कम इन दिनों सोशल मीडिया से इनफॉरमेशन लेने से बचने की कोशिश करें, क्योंकि इससे हमारे याददश्त शक्ति पर प्रभाव पड़ता है।

परीक्षा के दिन

अगर संभव हो तो थोड़ा जल्दी उठ सर्वप्रथम नहाकर थोड़ा व्यायाम करने की आदत रखें इस दौरान थोड़ा पैदल चलने की आदत,ब्रीदिंग एक्सरसाइज की आदत,योग करने की आदत रखें।भले ही 5 से 10 मिनट ही हो इन क्रिया को जरूर करें इससे मस्तिष्क में रक्त का संचार अच्छा हो जाता है और आपकी मानसिक कार्य क्षमता भी बढ़ जाती है इसके बाद किसी मंत्र की चांटिंग करें। इन दिनो टाइम पर सोने और उठने की आदत रखें क्योंकि नींद भी बहुत जरूरी होती है।

अपना विजन बोर्ड

अपने दिन भर के लक्ष्य को विजन बोर्ड पर चिपका कर रखें और उसी के अनुसार दिन बीते ऐसा प्रयास करें। 
 
कोई कठिन विषय या कोई सब्जेक्ट हो  तो उसके मुख्य पॉइंट बनाकर अपने विजन बोर्ड पर चिपका कर रखें ताकि बार-बार देखते  रहने से वह चीज याद होती जाती है।इन दोनों व्यर्थ के विचारों या जो कभी हुआ न हो,उन नकारात्मक विचारों से ध्यान हटाकर जो वास्तव में आप चाहते हैं उसे ही बार-बार सोच कर उसे आकर्षित करें।उसे ही बोलें, उसे ही लिखने की आदत डालें। जैसे आई एम द बेस्ट,i am यूनिक,मुझे सब कुछ याद हो गया है आपको अगर एग्जाम के दिनों में कभी-कभी आलसय जैसा महसूस हो तो आप थोड़ा इंस्ट्रूमेंटल म्यूजिक भी सुन सकते हैं,इससे हमारे मस्तिष्क की क्रियाएं यथावत रूप से काम करने लगती है।

बार बार पूछे

आपको किसी प्रश्न में बहुत अधिक दिक्कत होती है या समझ नहीं आता है तो आप बार-बार अपने टीचर से पूछे क्योंकि प्रश्न पूछने वाला कुछ सेकेंड के लिए ही मूर्ख रहता है और जो अधिक प्रश्न पूछता है वह थोड़ी देर के लिए ही मुर्ख रहता है। 
 
फास्ट फूड से बचे इन दिनों मे फास्ट फूड खाने से बचें क्योंकि हमारा फास्ट फूड हमारे मन को स्लो करता है।इन दिनों आइसक्रीम या किसी ठंडी चीज को खाने से भी बचेअधिक से अधिक प्राकृतिक फल सब्जी और आसानी से पचने वाले पदार्थ जैसे चावल दाल दलिया,खिचड़ी खाने का प्रयास करें। 
 
होम वर्क का महत्व परीक्षा की घोषणा के बाद जो होमवर्क स्कूल में मिलते हैं उन्की विशेष रूप से तैयारी करें क्योंकि वे होमवर्क की चीजे हमारे परीक्षा पत्र में पूछने की संभावना  अधिक रहती है,अगर हमारी प्राइवेट परीक्षा है तो ज्यादातर स्कूलों में शिक्षक उन् सब्जेक्ट या चैप्टर को ज्यादा पढ़ाते हैं,जो परीक्षा पत्र में निर्धारित किए जाते हैं। 
 
सफाई को महत्व जहां आप पढ़ते हैं उसे स्थान को साफ सुथरा और व्यवस्थित रखने का प्रयास करें इससे हमारा पढ़ाई में फोकस होता  है,ऐसी सभी चीजों को अपने से दूर रखें जो आपको आपकी पढ़ाई के समय ध्यान भंग करती है। 

Student परीक्षा के दिन इन १० बातों को याद रखे

परीक्षा के स्ट्रेस को दूर करने के लिए हमेशा सुबह-सुबह जल्दी नहाने की आदत रखें।यदि समय मिले तो थोड़ा व्यायाम प्राणायाम और योग भी 10 मिनट में हल्के-फुल्के मार ले इससे हमारे मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह अच्छा हो जाता है।इसके बाद परीक्षा के प्रति सकारात्मक सोच रखें,क्योंकि परीक्षा सबको ही देनी पड़ती है और यह तो सौभाग्य की बात है कि आपको तो पहले पढ़ाई करवा कर फिर फिर परीक्षा देनी होती है,किंतु आपके घर के गार्जियन को तो रोज नई परीक्षा देनी होती है,और वह कैसी होगी उन्हें पता भी नहीं होता,आपको तो प्रश्न कोर्स के अंदर से ही पूछे जाते हैं किंतु उनको ऐसे प्रश्न परीक्षा  का हल ढूंढना पड़ता है,जो उन्होंने कभी सोचा भी नहीं,इसलिए कोई डरने की जरूरत नहीं परीक्षा हर इंसान को हर उम्र में देनी पड़ती है.
 
इस दिन अपने विचारों का पूरा ध्यान रखें इन दिनों विचारों को सकारात्मक सोच से भर कर रखें बिना वजह के असफलता के विचारों का चिंतन ना करें ,जो भी सोचे अच्छा सोचे,क्योंकि व्यर्थ विचारों से हमारे मस्तिष्क में याददाश्त शक्ति पर प्रभाव पड़ता है और आप पढ़ा हुआ भी भूल सकते हैं। 
 
एग्जाम के दिन में हर चीज के बने नोट्स को देखने की आदत रखनी चाहिए,और ताकि उस पॉइंट को याद करने से ही बाकी सब याद आ जाए।इस एग्जाम के दिन में अपने कठिन विसय की चर्चा अपने दोस्तों से करें क्यूँकि,इस चर्चा के दौरान जब उस विषय पर बात होती है तो वे सब चीज याद हो जाती है। अपने विजन बोर्ड पर भी कोई कठिन विषय हो तो उसके नोट्स बनाकर टांग कर रखें, बार बार देखें। 

सकरात्मक सोच

एग्जाम  में सब ठीक हुआ है ऐसा सोचें, अपने लिए अच्छा सोचें और बाकी सब भुला दे। ध्यान से सिर्फ लिखें
 
अपनी परीक्षा के दौरान परिणाम की चिंता किए बिना खूब शांति दिमाग और सूझबूझ से अपने प्रश्न का उत्तर लिखें।
एग्जाम के दौरान जरूरत होने पर खूब जल पीये
 
तुलना से बचें दूसरे से तुलना ना करें की उसने अच्छा लिखा या आपने कमजोर लिखा ऐसा ना सोचे,क्योंकि सब बच्चे अलग है,सब बच्चा अलग है,कोई थोड़ा कम जानता है कोई थोड़ा अधिक जानता है तो इसके लिए किसी तरह की चिंता ना करें।
 
अंक से न घबराएं परीक्षा में कम या अधिक अंक मिलते हैं इससे कोई विशेष फरक नहीं पड़ता और वैसे कम अंक हताश होने के लिए या चिंता करने के लिए नहीं मिलते वह हमें ये प्रेरणा देते हैं कि हम आने वाले समय में और मेहनत करें। 
 
Student  को Time Table  क्यों बनना चाहिए  टाइम टेबल बनाने से कम समय में और आसानी से अपना गोल को हासिल कर सकते हैं।टाइम टेबल की मदद से सोशल लाइफ, फिजिकल लाइफ और स्टूडेंट लाइफ तीनों में बैलेंस बनाकर अपना छात्र जीवन सफल बना पाता है। 
 
चिंता मुक्त टाइम टेबल बनाने से आपका मन दिन भर चिंता से मुक्त रहेगा इस वजह से बाकी के भी सभी काम पूरे ध्यान से कर सकेंगे।टाइम टेबल से हमेशा  खुश और शांति रह सकेंगे।टाइम टेबल बनाने से स्टडी करने के तरीके इंप्रूव कर सकेंगे 

विधार्थी और पेरसोनालिटी

टाइम टेबल पर्सनालिटी में निखार लाता है।समय की अहमियत को समझने में आप जिम्मेदार इंसान बन पाएगा।टाइम टेबल में कुछ बड़ा हासिल कर पाएंगे टाइम टेबल बनाने से अपने लक्ष्य पर आसानी से पहुंच जायेंगे।
 
टाइम टेबल बनाने से रात्रि को सुकून की नींद ले पाते हैं ।टाइम टेबल बनाने से शिक्षकों के भी हम खास चहेते विद्यार्थी बनते हैं।टाइम टेबल बनाने से परीक्षा और पढ़ाई पर पूरा फोकस कर पाते हैं जिससे बच्चे एग्जाम की एंजायटी से मुक्त रहते हैं। टाइम टेबल बनाने से जीवन के निर्माण,अच्छे स्वास्थ्य,रिश्ते धन,समृद्धि वैभव सब विधार्थी कोजीवन में मिल जाता है।
 
जय श्री कृष्ण
Nirmal Tantia
मैं निर्मल टांटिया जन्म से ही मुझे कुछ न कुछ सीखते रहने का शौक रहा। रोज ही मुझे कुछ नया सीखने का अवसर मिलता रहा। एक दिन मुझे ऐसा विचार आया क्यों ना मैं इस ज्ञान को लोगों को बताऊं ,तब मैंने निश्चय किया इंटरनेट के जरिए, ब्लॉग के माध्यम से मैं लोगों को बताऊं किस तरह वे आधुनिक जीवन शैली में भी जीवन में खुश रह सकते हैं

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