खुश रहने के अद्भुत तरीके | Amazing Ways to be Happy

बड़े कमाल की बात है, वह इंसान जो आकाश में उड़ना सीख गया, जल के भीतर पहुंच गया, अंतरिक्ष और चंद्रमा पर चला गया, किंतु अभी तक उसे पृथ्वी पर भी ठीक तरह से चलना नहीं आ पाया, यहां खुश रहना नहीं आया। उसी कड़ी में यह वेबसाइट हमारी जीवन में कैसे खुश रहें, सिखाती है।

जीवन की सच्ची खुशियां प्रकृति के नियम को पालन करने से मिलती है, और हम मानव ही सबसे ज्यादा प्रकृति के नियम को तोड़ते हैं। जीव जंतु, पशु पक्षी, पेड़ पौधे, प्रकृति के नियम का पालन करते हैं, और आराम से जीते हैं। हम मानव ही प्रकृति के नियमों को तोड़ते हैं और निरंतर जीवन में चुनौतियों का सामना करते हैं। कुदरत का कानून तोड़ने की हमें सजा मिलती है, और हमें अपनी खुशियों से समझौता करना पड़ता है।

Table of Contents

खुश रहने के अद्भुत तरीके | Amazing Ways to be Happy

सारे विश्व के 7 बिलीयन लोग सुबह से शाम तक जो कुछ भी काम करते हैं, उनका अल्टीमेट गोल उस काम को करने के बाद खुशियों को प्राप्त करने का ही रहता है।और कमाल की बात तो यह है दुनिया की किसी भी स्कूल में हैप्पीनेस को पढ़ाया नहीं जाता, कैसे हम खुश रहे, इस पर कोई ध्यान नहीं देता।

किसी को गाड़ी लेनी है, किसी को घर बनाना है, किसी को कुछ करना है, किसी को सफलता प्राप्त करनी है, किसी को जल्दी रिटायर होना है, किसी को बैंक बैलेंस करोड़ों में बनाना है, कोइ सोशल वर्क में लगा है, किसी को किसी को इंप्रेस करना है, किसी को नेतृत्व में आगे आना है, इन सब की प्राप्ति के बाद भी हम सबका उदेश्य खुशियां को ही प्राप्त करना है।

इस हैप्पीनेस को प्राप्त करने के लिए हम सबको चाहिए, अपने जीवन पर नियंत्रण

Also Check:

कैसे मनाएं इस दिन को

कुछ दैनिक बदलाव लाइफस्टाइल में कर जीवन जीने के तरीकों और सोच में परिवर्तन कर हम आसानी से खुशहाल जीवन व्यतीत कर सकते हैं।

Vote for happiness- अपना मत लिखें:

खुशी के लिए आपका क्या कहना, और सोच है इसको लिखें।

Interesting fact about international day of happiness:

हजारों सालों का तथ्य इस बात को प्रमाणित करता है कि हमें खुशियां तब मिलेंगी, जब हम जो चाहे वह कर सके, जब हम चाहे तब कर सके। हम अपने मनपसंद का काम जब चाहे तब कर सके और इसका उद्देश्य यही हो कि हम अपने लिए एक ऐसी स्थिति का निर्माण कर ले कि हमें इन सब की आजादी मिल सके, संतुष्टि मिल सके, तब हम खुश रह सकते हैं। हम आजाद हों, अपनी मर्ज़ी के मालिक हों।

Clear goal.

1)आप चाहते क्या है, और किसके साथ करना चाहते हैं. और उस तथ्य तक पहुंचने के लिए आपके पास क्या क्या सोच है। हमारे पास कितना समय है, इसके लिए क्या करना होगा, किसके साथ समय बिताना होगा, किन लोगों से जुड़ना होगा,इस पर विचार विमर्श कर चिंतन मनन करें ,योजना बनाएं, और यहाँ तक पहुंचने के लिए मुझे कितने पैसों की जरूरत होगी, कितना कमाना होगा इस पर भी अपनी योजना क्लियर करें, और लिख डालें।

लिस्ट बनाएं।

२) उन कामों की लिस्ट बनाएं जिन कामों को आप शुरुआत करने के लिए अभी तक रोक कर रखे हैं। जो काम आपके कंट्रोल में है, और जो आप तुरंत कर सकते हैं, उसके लिए काम करने के लिए तुरंत एक्शन ले,किसी भी पूर्ण स्थिति का इंतजार ना करें, तुरंत उन कामों को कर डालें, जो आपके बस में हो।

जो है, उसी से शुरुआत करें।

2) जो है उसी से शुरुआत कर दें। जीवन में कभी थी कोई भी परिस्थिति पूरी तरह से अनुकूल नहीं होती, सारे साधन एक समय पर एक साथ उपलब्ध नहीं होते, इसलिए हम जिस परिस्थिति में हो और दो साधन भी हमारे पास उपलब्ध हो उन्हीं से हम काम की शुरुआत करें।

आज ही वह १ दिन

३)वह 1 दिन कभी नहीं आएगा, वह 1 दिन आज ही है,अभी है, उसे कर डालें। आप जैसे ही उन कामों को करने लगेंगे आगे के रास्ते स्वत: ही दिखने लगेंगे, और परिणाम भी नये आने लगेंगे।

खुशी को रोकने वाले तथ्य का नियंत्रण।

उस चीज को भी चिंतन मनन करके निकाल ले,जो आपके जीवन की सबसे बड़ी चुनौती आज जो आपकी खुशी में आपकी सफलता में,सबसे बड़ी रुकावट आ रही है,उसे किसी कागज पर लिख डालें।इसे सामने रख ले,उन कामों की लिस्ट बनाने के बाद हम यह देखेंगे की बहुत सी चुनौतियां ऐसी है,जो हमारे कंट्रोल में नहीं है,और हम उन्हीं चुनौतियों की वजह से परेशान हैं,रुके हुए हैं,थके हुए हैं।

नियंत्रण वाले काम कर डालें।

आप उन कामों को प्रथम करना शुरू करें जो आपके कंट्रोल में है,अपने काम की क्वालिटी पर ध्यान दें,अपनी लाइफ स्टाइल पर ध्यान दें।

उदाहरण

१)आपकी यह बातें आपके कंट्रोल में है कि आप 10 बार असफल होने के बाद भी 11वीं बार प्रयास करेंगे या नहीं।

२)कितनी बारभी ना सुनने के बाद भी आप उस काम को कर सकते हैं या नहीं यह आपके कंट्रोल में है।

३)याद रखें दूसरे लोगों की राय आपके कंट्रोल में नहीं है आपके कंट्रोल में आपके खुद के विचार आप के निर्णय आपकी सोच और आपके भविष्य की योजना आपके कंट्रोल में है।

४)मौसम को बदलना गर्मी ,सर्दी, लॉकडाउन,वेकेशन इन सब का बदलाव भी आपके कंट्रोल में नहीं है किंतु इस खाली समय को आप कैसा उपयोग करते हैं यह आपके कंट्रोल में है।

५)हमारे रोज के एक्शन,रोज के रिएक्शन हमारी रोज की आदतें यह सब हमारे कंट्रोल में है।

६)रास्ते में ट्रैफिक जाम है यह आपके कंट्रोल में नहीं है,किंतु आप आसपास के किसी दूसरे रास्ते से अपने लक्ष्य तक पहुंच जाएं, रास्ता बदलकर यह आपके कंट्रोल में है।

७)आप अपने काम पर फोकस करें यह आपके हाथ में है,परिणाम क्या होगा यह आपके हाथ में नहीं है,परिणाम आपके कंट्रोल में नहीं है। किंतु कड़ी मेहनत पूरा प्रयास और लगन यह आपके कंट्रोल में है।

८)लोग अपने खाली समय में क्या करते हैं यह हमारे कंट्रोल में नहीं है,किंतु हम अपने खाली समय में क्या करते हैं,या कर सकते हैं यह हमारे कंट्रोल में है।

९)टीवी इंटरनेट सोशल मीडिया पर नए-नए और बहुत तरह के प्रोग्राम, मूवीस,सीरियल्स आएंगे ,यह आपके कंट्रोल में नहीं है किंतु हम क्या देखेंगे,किस जगह पर अपने समय को लगाएंगे,यह हमारे कंट्रोल में है।उस समय आप किताबें पढ़ते हैं या ऑनलाइन कोई कोर्स करते हैं ,यह आपके कंट्रोल में है।

१०)लोग कैसा रिएक्ट करेंगे लोग क्या बोलेंगे यह हमारे कंट्रोल में नहीं है,हम कैसा रिएक्ट करेंगे हम कैसे बोलेंगे यह हमारे कंट्रोल मेंहै।

११)आपकी सिचुएशन और परिस्थिति आपके कंट्रोल में नहीं है,उसके बाद भी हम समय देंगे,अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए एक्सरसाइज के लिए अच्छा खाना देने के लिए यह हमारे कंट्रोल में है।

१२)पूरी दुनिया, पूरा परिवार,पूरे अपने इर्द-गिर्द के लोग आपको राय देंगे ,आपके लिए अलग-अलग तरह की सिचुएशन पैदा करेंगे, किंतु उस सिचुएशन के बावजूद आपका क्या एटीट्यूड होगा ,क्या आपकी सोच होगी, यह आपके कंट्रोल में है अपनी कंट्रोल की चीजों पर काम करें।

कभी खुशी कभी गम।

खुश रहने के लिए इस जीवन को समझना जरूरी है,कि यह संसार कैसे चलता है,इस संसार में सुख और दुख दोनों आते और जाते रहते हैं,हमें इसे दृष्टा की तरह देखना और हर परिस्थिति को अपने लिए अच्छा समझना, कल्याणकारी समझना और खुश रहना यह सीखना बहुत जरूरी है। दुख को भी सुख की तरह देखना चाहिए,कि इस दुख के अवसर पर हमारे जीवन में किस तरह के सुधार हो रहे हैं,जब हम चुनौती या दुख को सुधार या अवसर की तरह देखते हैं,तब हमारा दुख भी सुख में परिवर्तित हो जाता है,और हम प्रसन्नता का अनुभव करते हैं।इस संसार में यह उतार-चढ़ाव आते और जाते रहते हैं।जिस तरह सुख के बाद दुख आते हैं,उसी तरह हमें इस बात को समझ लेना चाहिए कि दुख के बाद सुख भी आएगा और अपने कामों को करते रहना चाहिए।

खुशी से नाचना।

खुशी की जब चरम अवस्था पार होती है तब हम नाचने लगते हैं और, यही हमारा जीवन का उद्देश्य होना चाहिए। नाचना,बोलना हंसना और खुश रहना, यह हमारे जीवन में नित्य होना चाहिए।

खुशी का नजरिया

किसी को कुछ करते हुए देखना,जैसे हम अपने जीवन काल में अपने घर में खाना बनते हुए देखते हैं, इसके अलावा कभी हम टायर फिटिंग करते हुए अपने ड्राइवर को देखते हैं,महीने में एक या दो बार, किंतु सिर्फ देखने और सुनने से कुछ नहीं होता। जब तक हम इसका प्रयोग नहीं करें,जब तक हम इंप्लीमेंट नहीं करें, जब तक हम इसके लिए एक्शन नहीं ले, हम कोई परिणाम नहीं पा सकते। इसलिए खुश रहने के लिए जरूरी है हम अपने जीवन में जो भी सीखें उसका प्रयोग जरूर करें इससे हमारे जीवन में खुशियां ही खुशियां बनी रहती हैं, धन्यवाद।

The science of happiness:

इस कड़ी में हमारी वेबसाइट खुश रहने के सैकड़ों तरीके आपके लिए लेकर आई है, कृपया इसे पढ़ें,और पसंद आए अपने मित्रों रिश्तेदारों और अपने प्यार करने वाले,हर मानव को भेजें ।

जय श्री कृष्ण

Nirmal Tantia
मैं निर्मल टांटिया जन्म से ही मुझे कुछ न कुछ सीखते रहने का शौक रहा। रोज ही मुझे कुछ नया सीखने का अवसर मिलता रहा। एक दिन मुझे ऐसा विचार आया क्यों ना मैं इस ज्ञान को लोगों को बताऊं ,तब मैंने निश्चय किया इंटरनेट के जरिए, ब्लॉग के माध्यम से मैं लोगों को बताऊं किस तरह वे आधुनिक जीवन शैली में भी जीवन में खुश रह सकते हैं

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version