मुस्कुराना हंसना चेहरे का एक ऐसा अद्भुत सौंदर्य, ऐसी शक्ति है जो हमारे पूरे जीवन को महकाने का सामर्थ्य रखती है । हंसना और मुस्कुराना ही हकीकत में जिंदादिली से जीवन जीने का नाम है। जब हम मुस्कुराते हैं, हंसते हैं तो हमारे इर्द-गिर्द का माहौल और लोग भी हंसने और मुस्कुराने लगते हैं,जिससे वातावरण उमंग- तरंग से भर जाता है
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हंसी का अर्थ
प्रकृति का दिया हुआ यह चेहरे का आभूषण अद्भुत गुण स्वरूप भी है जिसके प्रभाव से हम अपने जीवन में हंसी खुशी को स्थाई स्थान देने में सक्षम हो पाते हैं।हमारे चेहरे की मुस्कुराहट प्रभु का आशीर्वाद भी है,जो नि:शुल्क रूप से उन अदृश्य शक्तियों द्वारा हमें प्राप्त होता है,जिससे हम आसानी से लुटा भी सकते हैं क्योंकि जितना हम इसे लुटाते हैं हमारे जीवन में खुशियां बढ़ती चली जाती है।
हंसी के फायदे
जब हम स्वयं को बहुत थका महसूस करते हैं तब यह हंसी हमें ताजगी प्रदान करती है। यह औषधि स्वरूप हमारे शरीर को तरोताजा करने का काम करती है। इस स्माइल से हमारा आत्मा बल बढ़ता है। हमारा आत्मविश्वास सुदृढ़ होता है और हमारे शरीर में आने वाले सभी तनाव दूर होने लगते है।
Smile से खुशी
सूरज निकलने से जैसे अंधकार को भागना पड़ता है उसी तरह जब हमारे चेहरे पर मुस्कान आती है,तब तनाव और चिंता वहाँ ठहर नहीं पाती। जिस तरह हमारा घर सजने से महकने लगता है उसी तरह चेहरे की मुस्कान हमारे दिव्य शरीर की पर्सनालिटी में भी चार चांद लगा देती है। यह हंसी हमारे शरीर में कई तरह के रसायन पैदा करती है जो हमें खुशी देने के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।
मस्तिस्क पर हँसी का प्रभाव
इस हंसी के प्रभाव से हमारी बुद्धि भी स्थिर होती है,और जीवन की चुनौतियां आसान होने लगती है। चुनौतियों से सामना करने का आत्मबल हमें मिलता है
हंसना क्यों जरूरी है
प्रातः काल शारीरिक योग और व्यायाम के बाद हमको इस हंसी को जीवन में पुनः लाने के लिए हास्य योग के रूप में प्रयोग कर रोज अभ्यास करें। इस प्राकृतिक हंसी को लाने के लिए हंसना शुरू करें।
इस हंसी के प्रभाव से हमारे पेट और आंतों की मांसपेशियां मजबूत होती है,शरीर से कार्बन डाइऑक्साइड बाहर निकलती है और ऑक्सीजन का प्रभाव बढ़ने से हमारे मन मस्तिष्क तरोताजा महसूस करने लगते हैं।
पंचतत्व की सभी ऊर्जा शक्ति आकाश अग्नि जल वायु और पृथ्वी का सम्मिश्रण पार्क में मानव को मिल जाती है सुबह सुबह पार्क में घूमना(walk)किसी प्राकृतिक हिल station में जा
खुशी मुल्यावान क्यों है सुखी जीवन का रहस्य हर मानव के अंतर्मन में यही कामना होती है कि वह अपने जीवन में अधिकतर खुशियां बटोरे। जीवन के सभी कार्य प्रार्थना
खुशी प्रत्येक मानव के हितार्थ और कल्याण का विषय है,और हर प्राणी जो मानव तन को धारण किए हैं सबके लिए महत्वपूर्ण है इसलिए इस world happiness day को प्रत्येक
दुनिया भर में happy शब्द जितना प्रचलन में है, बोला और सुना जाता है उतना अन्य कोई शब्द नहीं है। क्या बालक, क्या युवा, क्या बुजुर्ग,क्या पुरुष, क्या महिला, सभी
आज के वर्तमान जीवन में हम सब हंसना भूलते जा रहे हैं।हंसी से मीलो दूर होते जा रहे हैं जब की हंसी से जुड़े लोगों की नेतृत्व क्षमता बढ़ती है।
उनमें रक्त संचार भी बढ़ता है। इस हंसी से ब्लड प्रेशर नार्मल रहता है।
यह हंसी इंटरनल ऑर्गन की भी जोगिंग कराती है। इस हंसी से हमारा वजन कम होता है। नींद अच्छी आने लगती है हम आकर्षक दिखने लगते हैं।
हंसी से रिशतो में निखार
इस हंसी से हमारे सामाजिक रिश्ते मजबूत बनने लगते हैं। यह हंसी हमारे शरीर का वेग और गति भी है, जिसका स्वस्थ शरीर की ऊर्जा के लिए प्रवाह होना बहुत जरूरी है
जब हम हंसते हैं तब हमारे दोनों ब्रेन खुलने लगते हैं। हमारे सोच में क्लेरिटी आने लगती है। हम सकारात्मकता का अनुभव करते हैं
हंसी प्रकृति का तोहफा
परमपिता परमात्मा का दिया यह तोहफा संक्रमण की तरह है जो वातावरण में अपने आप फैलने लगता है। इसका सीधा प्रभाव चेहरे से होते हुए सामने वाले व्यक्ति के दिल पर पड़ता है।
यह मुस्कान हमारे चेहरे का दिव्य आभूषण भी है इस मुस्कुराहट में इतनी ताकत है कई बार यह हमारे रिश्तो को सुधार करने में ब्रह्ममास्त्र की तरह काम करती है।
यह हंसी हमारे गुस्से को शांत करने का भी काम करती है।
यह हंसी हमारी पाचन शक्ति को भी बढ़ाती है।
हमारे मानसिक संतुलन को बनाए रखने में भी कारगर होती है।
हंसी हमारे लिए नेचुरल पेन किलर की तरह है
हंसी नेचुरल कॉस्मेटिक्स की तरह हमारे मन में उल्लास उमंग और उत्साह स्वत: ही भर देती है
इस हंसी के प्रभाव से हमारी आंतरिक नसों की भी मालिश हो जाती है
इस हंसी के बाद, जब हम रुकते हैं तब हम आनंद महसूस करते हैं
इस हंसी के प्रभाव से हम सकारात्मक सोच से जुड़ते हैं जिसके बाद हम ध्यान की स्थिति को भी महसूस कर सकते हैं।
इस हंसी को प्राप्त करने के लिए पहले हमें नकली हंसी हंसना जरूरी है, जो स्वत: ही हमें प्राकृतिक हंसी से जोड़ देती है जिससे हमारे मन मे सकारात्मक विचार भरने लगते हैं। इस नकली हंसी के प्रभाव से शरीर की ऊर्जा और कार्य शक्ति को बढ़ाया जा सकता है
हंसी से जीवन में गतिशीलता दी जा सकती है
प्राणायाम ध्यान और ताली बजाना आदि विभिन्न नाचने गाने के संगीत के प्रभाव से हमारे शरीर को तरोताजा बनाया जा सकता है
8400000 योनियों में मानव ही प्रकृति की ऐसी संरचना है जो हंसती है सिर्फ फिर भी हम मानव इसका लाभ उठा नहीं पाते
कैमरे पर स्माइल देने के लिए देने से हमारी इमेज अच्छी आ सकती है, उसी तरह अगर हम अपने जीवन में हंसी और स्माइल को स्थान दें तो हमारा जीवन निखर सकता है
स्माइल के लिए चीज बोलकर हमारे होठों पर मुस्कान ला सकते हैं
मुस्कान के प्रभाव से हमारी आंखों में चमक भी बढ़ने लगती है
हमारे सपने साकार होने के लिए तत्पर हो जाते हैं
हंसी के प्रभाव से सकारात्मक लोगों से हमारे संबंध प्रगाढ़ बनने लगते हैं
मैं निर्मल टांटिया जन्म से ही मुझे कुछ न कुछ सीखते रहने का शौक रहा। रोज ही मुझे कुछ नया सीखने का अवसर मिलता रहा। एक दिन मुझे ऐसा विचार आया क्यों ना मैं इस ज्ञान को लोगों को बताऊं ,तब मैंने निश्चय किया इंटरनेट के जरिए, ब्लॉग के माध्यम से मैं लोगों को बताऊं किस तरह वे आधुनिक जीवन शैली में भी जीवन में खुश रह सकते हैं