अच्छे स्वास्थ्य के लिए क्या करे | Good Health ke liye kya kare

स्वास्थ्य है तो सब है।स्वास्थ्य ही जीवन की सबसे पहल है।इसके ध्यान रखने की जिमेदारी हमारी खुद की है। हम हमारे स्वास्थय के निर्माण के लिए क्या करें, हमारी दिनचर्या कैसी बनाएं ,जानें।

शरीर मन और ऊर्जा की एकरूपता का नाम स्वास्थ्य है, इंसान के शरीर की जब सभी इंद्रियां उसके वश में होती है, तभी उसका स्वास्थ्य उसके वश में, या संतुलित,हो पाता है। उत्तम स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए, हमारा आध्यात्मिक स्वास्थ्य भी निर्माण करना जरूरी होता है, तब हम संपूर्ण स्वस्थ हो पाते हैं।

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स्वस्थ रहने के लिए सर्वप्रथम हम अपने दिमाग में इस बात को बैठा लें, कि हम जैसा सोचते हैं, वैसा बनते हैं ,हमें अपने दिमाग को सदैव सकारात्मक विचार और सोच से भर कर रखना चाहिए, जिसके परिणाम में हम अपने स्वास्थ्य ,अपने धन, अपनी समृद्धि ,सब कुछ प्राप्त कर पाते हैं। हमारे मन के नकारात्मक विचारों से ही हमारे शरीर में विभिन्न तरह के रोग जन्म लेते हैं।

अपने संग पर ध्यान दें। good Health ke liye kya kare

उन लोगों से दूर रहें ,जो हमारी शांति और एकाग्रता को नष्ट करते हैं। उन्हीं लोगों का संग अधिक से अधिक करें ,जिनके संग से हमारे जीवन में अच्छी आदतों का विकास होता है क्योंकि हमारी आदतें ही हमारा जीवन और, हमारा स्वास्थ्य बनाती है।

कुछ अनमोल सूत्र जिससे हम स्वस्थ रह सकते हैं।

1) प्रातः जल्दी उठे।

2) 7 से 8 घंटे की नींद जरूर ले।

3)एक्सरसाइज और योग जरूर करें।

4)Sunlight में कुछ समय जरूर रहें।

5)No cafieene, चाय,काफी का सेवन दिन के बाद न करें।

6)avoid eating before before 2 hour going on bed 7)avoid screen 30 minute before sleep.

7)सोने का समय फिक्स रखें।

8)सोने से पहले शरीर को थकाएं, मस्तिष्क को आराम दें।

9)भोजन- जैसा हम भोजन करते हैं वैसा ही हमारा स्वास्थ्य होता है ,इसलिए हमें भोजन खूब चबाकर खाना चाहिए, और जहां तक हो सके शाकाहारी भोजन ही खायें, क्योंकि यह हमारे स्वस्थ रहने में महत्वपूर्ण योगदान देता है। प्रातः काल अगर संभव हो तो एक सेव का सेवन करें ।भोजन में हम तैलिय पदार्थ और मीठे से बचने की कोशिश करें ,क्योंकि यह हमारे शरीर में आलस्य और चर्बी का निर्माण करता है। गरिष्ठ और भारी भोजन हमारी पाचन शक्ति को प्रभावित करता है, जिससे हमारा पेट कब्ज का शिकार होता है।

A)हम पैकेट वाले भोजन से भी बचें और वसायुक्त पिज़्ज़ा ,पास्ता, बर्गर ,आदि पदार्थों से भी बचने का प्रयास करें।

B)दिन के भोजन में थोड़े दही या छाछ का प्रयोग करें।रात्रि में थोड़ा ही सही लेकिन नित्य ही थोड़ा दूध का सेवन करें ,यह हमारे शरीर और स्वास्थ्य को पोषण देता है।

C)भोजन के बाद थोड़ा टहलने की आदत जरूर रखें यह हमारे भोजन को पचाता है, और हमें प्रसन्न रखता है

D) जल का सेवन भोजन से 1 घंटे पूर्व और भोजन के 1 घंटे बाद ही करें तो यह हमारे स्वास्थ्य निर्माण में बहुत ही लाभदायक है।

10)Alkaline food लेने की आदत बनाएं एसिडिक भोजन से बचें। कच्ची सब्जी ,फल,सलाद का सेवन अधिक करें।

11)मैदा ,एक्स्ट्रा नमक ,ऑयली, पैकेट फूड, से बचें,कम से कम ही उपयोग करें।

12)सलाद, फल, और स्प्राउट, को ज्यादा से ज्यादा खाएं।

13)एंटीऑक्सीडेंट खाना ,जैसे ऑरेंज , ब्लैक टी ,ग्रीन टी,walnut, आदि को दैनिक आहार में स्थान दें।

14)जिद करें, अगर कोई गलत आदत है तो हटाने की।

15) बिना वजह दवा लेने से बचें|

16) किसी भी तरह का स्ट्रेस ना लें ,बिना वजह की इंफॉर्मेशन भी लेने से बचें।

17) रेगुलर एक्सरसाइज करें यह याद रखें बॉडी को आप जितना यूज करेंगे ,उतना ही चलेगी क्योंकि बैठकर रहने से सारे सिस्टम बॉडी के स्टॉप हो जाते हैं, रुक जाते हैं।

18) regular physical work mein jogging, skipping, cycling, stretching, push up , Gym , इन सबका आप कॉन्बिनेशन रखें। कभी कुछ या , कोई भी, चीज स्टैमिना फ्लैक्सिबिलिटी, एनर्जी एफिशिएंसी, बढ़ाने के लिए कर सकते हैं।

19) अगर आप कंगन वाटर मशीन लगाकर इसे पी सकते हैं यह भी हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभकारी है, अन्यथा हमारे पूर्वज तांबे के लोटे का रखा जल स्वस्थ रहने के लिए उपयोग करते थे, उसे भी हम उपयोग कर सकते हैं। प्रातः काल उठकर खाली पेट हम एक या दो गिलास जल तांबे के बर्तन में रखा हुआ जरूर पीयें।

20) सुबह-सुबह खाली पेट कुछ मात्रा में एलोवेरा ,आंवला, तुलसी ,नीम, लौकी ,आदि का रस या इन सब का मिश्रण जरूर ले ।यह हमारे शरीर के टॉक्सिंस को मलद्वार द्वारा बाहर निकाल देता है जिससे हमारा मन मस्तिष्क और शरीर सब स्वस्थ रहता है

बहुत से लोग जीवन में दौलत हासिल करने के चक्कर में अपनी सेहत गवा देते हैं और फिर से अपनी सेहत को हासिल करने के लिए वही दौलत उन्हें खर्च, करनी पड़ती है जो उनके दुख का कारण बनती है। सो हम अपने शरीर के लिए रोज 1 घंटे का समय जरूर दें।

जब तक स्वास्थ्य का संकेत नकारात्मक नहीं आता ,हम कुदरत के सामान्य छोटे से संकेत को नहीं समझ ,पाते और जब यह स्थिति निर्माण होती है,तब तक देर हो चुकी होती है। इसलिए किसी भी परिस्थिति में हम अपने स्वास्थ्य के विपरीत किसी तरह की वस्तु या भोग से बचें।

स्वस्थ रहने के लिए ,सदैव व्यस्त रहने का बहाना बना कर खुद को बेवकूफ न बनाएं। याद रखें जिसे व्यायाम के लिए ,स्वास्थ्य के लिए समय नहीं मिलता ,उसे बीमारी के लिए समय निकालना पड़ता है।अपने जीवन की एक दिनचर्या का निर्माण करें और एक अनुशासन प्रिय ढंग से अपने जीवन को व्यतीत करें। ज्यादा से ज्यादा समय आपका खाली भी बचेगा, और नइ नई चीज सोचने का और करने का समय भी मिलेगा।

रोज स्वस्थ रहने के लिए थोड़ा दौड़े,दौड़ नहीं सकें तो थोड़ा चलें, चल भी नहीं पाए तो कहीं प्रकृति की गोद यानी किसी बगीचे में जा कर बैठने से ही शुरुआत करें।

थोड़ा योग भी करें।

स्वस्थ रहने के लिए रोज कुछ ना कुछ प्रयोग इनमें से स्वस्थ रहने के लिए अवश्य करते रहे, क्योंकि यह थोड़े, और छोटे-छोटे रोज के सुधार हमारे स्वास्थ्य को बनाए रखते हैं।

हमारा शरीर स्वस्थ रहे इसके लिए हमें सर्वोच्च और अनुशासन से भरे जीवन जीने की आवश्यकता है ,और उसे जीने के लिए सीखने की भी आवश्यकता है क्योंकि बाकी सारे भोग भी हम स्वस्थ शरीर के द्वारा ही भोग पाते हैं।

अपने स्वस्थ रहने के लिए रोज अपने शरीर के बारे में कुछ अच्छा सोचे और बोलें।जैसे मैं स्वस्थ् हूँ।

जय श्री कृष्ण……

Nirmal Tantia
मैं निर्मल टांटिया जन्म से ही मुझे कुछ न कुछ सीखते रहने का शौक रहा। रोज ही मुझे कुछ नया सीखने का अवसर मिलता रहा। एक दिन मुझे ऐसा विचार आया क्यों ना मैं इस ज्ञान को लोगों को बताऊं ,तब मैंने निश्चय किया इंटरनेट के जरिए, ब्लॉग के माध्यम से मैं लोगों को बताऊं किस तरह वे आधुनिक जीवन शैली में भी जीवन में खुश रह सकते हैं

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