SITE STORY

खुशियां ही खुशियां ब्लॉग की दुनिया में आपका स्वागत है अगर आप खुशियां खोज रहे हैं तो यहां आपका स्वागत है ,अगर जीवन में आप कुछ करना चाहते हैं, आगे बढ़ना चाहते हैं, तो आपका स्वागत है।
अचानक एक पुस्तक में एक सर्वे के दौरान मैंने जब यह पढ़ा कि हमारा देश खुशियों के मामले में 156 देशों में इस विश्व में 139 नंबर पर है तब मैंने यह विचार किया कि मैं देश को खुशियों के मामले में नंबर वन पर लाने की दिशा पर काम करूंगा तब मैंने 2020 में इस पर ब्लॉग लिखना शुरू किया और सोशल नेटवर्किंग और इंटरनेट के माध्यम से इसे जन-जन तक पहुंचाने का निर्णय लिया ताकि हर मानव अपने जीवन का निर्माण खुश रहने के लिए कर सकें। अंडर द ड्रीम विजन आत्मनिर्भर भारत

Happy 🇮🇳India


मैं निर्मल टांटिया मानव जीवन के उत्थान के लिए वचनबद्ध हूं ,मैं इस मानव शरीर को प्राप्त कर कुछ करके जाना चाहता हूं। औपचारिक तौर पर तो मैं सिर्फ ग्रेजुएट हूं और मैंने अपनी प्राइमरी एजुकेशन 1993 में बिरला हाई स्कूल कोलकाता से पूरी की बाद में कोलकाता के उमेश चंद्र कॉलेज से मैंने ग्रेजुएशन की डिग्री ली।

ब्लॉगर तो मैंने 2020 में शुरू किया । पिछले 25 सालों से मैं टेक्सटाइल की ट्रेडिंग के बिजनेस से जुड़ा हूं।
बचपन से ही मुझे किताबों को पढ़ने का शौक रहा ।कथाओं को श्रवण करने में मेरी रुचि रही इसलिए मेरे पास ज्ञान का भरपूर खजाना जमा हो गया तब इसे बलॉग के जरिए मैंने दुनिया को बताने का निर्णय लिया।
खुशियां ही खुशियां मेन बैंडिंग के अंदर मेरे ब्लॉग का नेटवर्क है जो मैं अपने पैशन की वजह से जनहित में लिख रहा हूं ।इस दौरान मुझे निष्क्रिय लेकिन बड़े पैमाने पर आय प्राप्त करना भी मेरा उद्देश्य है ताकि इससे मैं बहुत से लोगों के चेहरे पर मुस्कान ला सकूं।
मैं अपने ब्लॉग के माध्यम से तुरंत तो जीवन में परिवर्तन लाने की गारंटी नहीं दे सकता लेकिन अगर आप कुछ भी इसमें से जीवन में धारण कर आदत स्वरूप अपने जीवन में ला सकेंगे तो निश्चित ही आप सफल और खुश हो जाओगे। धन्यवाद।

Exit mobile version