What is Yoga | योग क्या है

 योग क्या है (What is Yoga) योग एक मानस शास्त्र है जिसमें मन को नियंत्रन करना, गलत बातों से मन को खींचना सिखाया जाता है,क्यूँकि जीवन की सफलता किसी भी क्षेत्र में नियंत्रित मन पर ही निर्भर करती है।मन संयम का अभिप्राय है एक समय में एक ही वस्तु पर चित् का एकाग्र होना। हमारा मन वास्तव में हमारे मस्तिष्क की क्रिया को को नियंत्रित करता है।

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योग के लाभ

यह योग हर मानव को दीर्घायु तक स्वस्थ शरीर प्रदान करता है योग से शरीर अंदर से क्लीन होता है।जिसकी वजह से रक्त प्रवाह ठीक होता है और सारे शरीर में चुस्ती फुर्ती आती है।स्वस्थ शरीर के लिए स्वस्थ मन को योग के द्वारा ही तैयार किया जाता है।इस योग के जरिए मन को चट्टान की तरह सख्त अनुशासन में रखना,शांत रखना ,और मन से दोस्ती रखना आदि भी संभव हो पाता है।इस योग से ही हमारा मन तरो ताजा होता है, हमारी बुद्धि प्रखर होती है मन को शांति सुकून खुशी और स्थिरता इस योग की वजह से ही प्राप्त होती है।

योग क्या है

योग हमारी अध्यात्मिक शारीरिक और मानसिक क्रियाओं का एक समूह है जिसे हमारे वेद पुराणों में बताया है।इस योग से ही हमारा शारीरिक और मानसिक दोनों स्वास्थ्य अच्छा रह पाता है। हमारे शरीर में लचीलापन शक्ति संतुलन और जागरूकता पैदा होती है।

योग से हमारा आत्म साक्षात्कार होता है योग से आत्मा और परमात्मा का मिलन प्राप्त होता है ईस योग से मन और शरीर को एकजुट करने में मदद मिलती है।

योग हर मानव के लिए

योग सभी उम्र के लोगों के लिए शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य प्रदान करवा कर सबको स्वास्थ्य लाभ की प्राप्ति करवाता है योग से हमारे अंदरुनी शरीर को आराम मिलता है जिससे हम बेहतरीन  नींद ले पाते हैं।योग हमारे तनाव के प्रबंधन को करने में भी हमारी मदद करता है

योग से विशेष प्रभाव

दीर्घकाल तक अभ्यास करने के बाद ही मन का ऐसा स्वभाव बन जाता है कि वह सोचते और काम करते हुए मन को उस पर टिका कर रख पाता है। ऐसा आरंभ मे तो कठिन होता है किंतु अभ्यास करते-करते ऐसा स्वभाव बन जाता है। मन की शक्तियों को जगाने का मन की घबराहट को दूर करने का अचूक उपाय यह योग है।

इस योग के प्रभाव से हमारा आत्मविश्वास करता है हमारी एकाग्रता में वृद्धि होती है मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।शरीर और मन को जागरूक भी  इस मन को स्वस्थ करने के बाद ही कर पाते हैं।

योग कहाँ करें

प्रकृति के बीच खुले आकाश में अगर सुबह-सुबह नियमित रूप से खुली हवा के बीच 20 मिनट का योग नियमित किया जाए तो यह हमारे स्वस्थ और खुशहाल जीवन के लिए सारे जीवन की रामबाण दवा बन सकती है।

योग से मानसिक सुकून और शांति

इस नियमित योग के करने से हमें अच्छी क्वालिटी की नींद भी मिलती है इस योग के प्रभाव से हम शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से फिट रहते हैं मस्तिष्क में हैप्पी केमिकल रिलीज होने लगते हैं हमारे अंदर धैर्य और सहनशीलता बढ़ती है।यह योग हमारा आत्मविश्वास बढ़ाने लगता है चुनौतियों को सामना करने की शक्ति भी हमारे अंदर विकसित होने लगती है।

योग से शरीर पर प्रभाव

शरीर के जोड़ों का दर्द खत्म होने लगता है। हमारे शरीर की चमक बढ़ने लगती है हमारा और प्रभावी बनने लगता है हमारे मन को शांति मिलती है हम तनाव मुक्त रह पाते और अगर हम निरंतरता से योग से जुड़े रहते हैं तो हम किसी तरह के रोग के शिकार नहीं हो सकते यह योग हमारी वजन को भी नियंत्रित रखते हैं

योग से मन करो ताजा

यह योग अंदर की वासना,नकारात्मक विचार और ओवरथिंकिंग की आदत से हमें छुटकारा दिलवाता है। इस योग के प्रभाव से काम क्रोध लोभ और मोह से मुक्ति मिलती है।यह योग हमारे कब्ज और गैस से भी हमें राहत दिलाता है।यह योग यह हमारे संकल्प शक्ति,हमारी स्वीकृत की शक्ति,हमारी मानने की शक्ति हमारी जानने की शक्ति,को भी प्रखर करने लगता है जब हम योग से जुड़ते हैं।

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योग से हमारा मन या यूं कहे हमारा मन और ध्यान  परमात्मा में लगने लगता है। इस योग से ही हम अपने मन को संजो पाते हैं। मन को शांत कर पाते हैं।ईस योग से हमारा हमारा मन अच्छी और सात्विक बातों को सुनने में या सत्संग की बातों को सुनने में लगने लगता है हम अच्छे श्रोता बनते हैं।इसके प्रभाव से हम बुद्धिमान भी बनते हैं।

योग को शिक्षा में अनिवार्य करना जरूरी

इस योग को शिक्षा का अनिवार्य अंग बनाए जाने की जरूरत है इस योग को जैसे हम अपने घर का इंटीरियर करते हैं धीरे-धीरे हमारे मन का इंटीरियर और सौंदर्यकरण होने लगता है। यह योग विद्यार्थियों के लिए विशेष लाभप्रद है क्योंकि यह उनके अंदर आत्मविश्वास को बढ़ाता है उनकी याददाश्त शक्ति को बढ़ाता है उनमें आत्म बल की जागृति करवाता है और उन्हें किसी भी तरह के तनाव से मुक्त रखता है उनके चेहरे की चमक उनके शरीर का संतुलन बने रहता है। इस योग के प्रभाव से वे आकर्षक बनते है

योग संगीत की तरह

योग संगीत की तरह है शरीर की लय,मन की मधुरता और आत्मा के श्रृंगार का यहाँ मिलन होकर स्वास्थ्य और मन को एक सूत्र  में योग से पिरोये जाता हैं। योग से हम मन और आत्मा को खूबसूरत बनाते हैं।

योग पर कोट्स और विचार

कुल मिलाकर शरीर से प्रेम हेतु हमें आसन करना चाहिए सांसों से प्रेम है तो प्राणायाम करना चाहिए आत्मा से प्रेम है तो ध्यान करना चाहिए और परमात्मा से प्रेम है तो हमें समर्पण करना चाहिए।योग ही एक ऐसा माध्यम है जो इंसान को स्वस्थ और शक्तिशाली बनाता है।यह योग,मानव जाति के लिए बहुत बड़ा वरदान है यह योग हर प्राणी को करना चाहिए और इसका लाभ लेना चाहिए
धन्यवाद
जय श्री कृष्ण

Nirmal Tantia
मैं निर्मल टांटिया जन्म से ही मुझे कुछ न कुछ सीखते रहने का शौक रहा। रोज ही मुझे कुछ नया सीखने का अवसर मिलता रहा। एक दिन मुझे ऐसा विचार आया क्यों ना मैं इस ज्ञान को लोगों को बताऊं ,तब मैंने निश्चय किया इंटरनेट के जरिए, ब्लॉग के माध्यम से मैं लोगों को बताऊं किस तरह वे आधुनिक जीवन शैली में भी जीवन में खुश रह सकते हैं

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