World Food day 2022 | भोजन कब और कैसे हमें देता है खुशियां?

पंचतत्व, गगन, समीर, अनल, जल, धरनी, से बना यह शरीर नियमित रूप से जिन पदार्थों को ग्रहण करता है, उसे भोजन कहते हैं।

Table of Contents

जो धन हम कमाते हैं , और जुड़े लोग जिनकी सहायता से,जिनकी दुआओं के साथ, जो अन्न हमारे जीवन में आता है उसका प्रभाव हमारे तन,मन और हमारे जीवन पर पड़ता है। ईमानदारी और दुआ की कमाई से हमारे आए हुए अन्न से हमें तृप्ति, प्रसन्नता और शांति मिलतीहै।

शाकाहारी भोजन अमृत तुल्य

विश्व भर के वैज्ञानिकों ने यह प्रमाणित कर दिया है शुद्ध, सात्विक तथा शाकाहारी भोजन मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए परम लाभकारी है इससे विभिन्न प्रकार के रोग भी नहीं पनपते और मनुष्य का स्वास्थ्य सदैव ठीक रहता है।

हमारी खुशियां का असर हमारे आहार , हमारे खाने पीने पर पड़ता है,जैसा हम अन्न खाते हैं,उसी के अनुरूप हमारा व्यवहार, रूप रंग , बनने लगता है ,ऐसा देखने में आता है ।हमारे द्वारा खाया हुआ अन्न हमारी ऊर्जा और आत्मविश्वास को बढ़ाता है। इसलिए अधिक से अधिक हम सात्विक अन्न ही खाएं। इस भोजन के प्रभाव से हमारा मन मस्तिष्क शांत रहता है, चेहरे पर तेज झलकता है,और मन प्रफुल्लित रहता है।

भोजन हमें ऊर्जा तो देता है वही भोजन हमारे विचार और भावना को भी प्रभावित करता है ,वैसे ही विचार हमारे मन मस्तिष्क में चलने लगते हैं, जैसा हम भोजन करते हैं।

भोजन करने के आधा घंटा पूर्व अगर हम कुछ सलाद या फल खाकर अपना पेट भरें, जैसे खीरा टमाटर ,गाजर ,सेब, आदिऔर उसके बाद अगर हम भोजन करें तो उससे हम भोजन कम कर पाते हैं, और इन कच्चे शाकाहारी भोज्य पदार्थों से हमारे शरीर को पोषण भी अधिक मिल पाता है, पके हुए की तुलना में कच्चा भोज्य पदार्थ शरीर के लिए ज्यादा लाभकारी होता है।

अगर हम सलाद आदि खाना पसंद ना भी करें तो १ या २ घुट जल पीकर गले और नसों को साफ कर सकते हैं, और इस जल पीने से हमारी जठरग्नि प्रज्वालित होती है, जिससे हमारा भोजन पचता है।



विटामिन और खनिज से युक्त भोजन, हमारे मन और मस्तिष्क में, नए रसायन उत्पन्न करने में सहायक होता है, जिससे हमें खुशियां मिलती है।

खनिज युक्त भोजन, प्राकृतिक पदार्थों से युक्त भोजन ,बहुत प्रकार के हो सकते हैं ।जैसे विभिन्न प्रकार के फल, सब्जी, दूध ,भिन्न-भिन्न तरह के अनाज, भिन्न-भिन्न तरह की दालें और तरह-तरह के मसाले, पत्ते तथा देश रेशेदार सब्जियां आदि। यह हमारे मस्तिष्क की कोशिकाओं का विकास कर हमारे शरीर को पोषण करने में मदद करती हैं।

स्वादिष्ट और संतुलित भोजन हमारे शरीर को स्वस्थ रखता है। यह हमें अच्छे नींद की भी प्राप्ति कराता है , जिससे हम खुद को तरोताजा महसूस करते हैं।

संतुलित और अंकुरित भोजन हमारी थकान दूर करता है, हमारे मानसिक स्वास्थ्य को सुचारू रूप से चलाता है , जो हमें खुशियां देने में मदद करता है।

ताजे भोजन मैं उसके जो गुण होते हैं वह बनने के बाद निकलना शुरू हो जाते हैं इसलिए जहां तक हो हमें भोजन का पूरा गुण प्राप्त करने के लिए, पूरा लाभ लेने के लिए,ताजा खाना ही खाएं।

भोजन समय पर ही करें लेकिन ध्यान दे।

संतुलित भोजन हमारे पाचन तंत्र को कार्यशील रखने में मदद करता है, जिससे हमें भूख और प्यास भी नियमित समय पर पुनः लगती है । समय पर संतुलित भोजन ग्रहण करने से हमारा मन प्रफुल्लित रहता है। भोजन के समय ही भोजन को करना पाचन तंत्र को बहुत ही लाभकारी होता है,लेकिन हम इस बात पर भी जरूर ध्यान दें की भोजन हम भूख लगने पर ही करें, इसका मतलब शरीर को अब इसकी जरूरत है।

शादी या पार्टी में।

बहुत प्रकार के व्यंजन एक साथ हमारे सामने जब आते हैं तो हमारा मन मस्तिष्क अपनी रूचि के अनुसार उसका चयन करता है, और उस समय हमारा चुना हुआ भोजन हमारे मन को प्रसन्नता देता है ।हमारा मन शरीर और मस्तिष्क जब मन के अनुकूल भोजन की प्राप्ति करता है तब वह खुशी महसूस करता है। स्वादिष्ट भोजन और विभिन्न तरह के भोजन को देखते ही हमारा मन मस्तिष्क प्रफुल्लित हो उठता है और हम अपने मन के अनुकूल चयन करके जब भोजन करते हैं तब काफी आनंदित महसूस करते है।

अच्छे स्वास्थ्य के लिए भूख से थोड़ा कम भोजन करना अति लाभकारी है इससे हमारे शरीर में आलस्य नहीं बढ़ता, और हम खुद को फुर्तीला ,उत्साहवर्धक महसूस करते हैं। अच्छे स्वास्थ्य के लिए जब हम कम भोजन करते हैं तो यह हमारी पाचन क्रिया में भी सुधार लाता है।

स्वास्थ्य के लिए रात में देर से अगर भोजन करना पड़े तो थोड़ा हल्का ही भोजन करने से हमारा स्वास्थ्य अच्छा रहता है। चूंकि खाना खाते ही हम कुछ क्षणों में सो जाते हैं यह धीमी गति से पचने की वजह से आंतों में पड़ा रहता है। इसे पचने काफी तकलीफ आती है।

अगर संभव हो तो कम से कम एक समय का भोजन हम सब परिवार के लोग एक साथ बैठकर करें। यह परिवार में प्रेम बनाकर रखने में बहुत ही लाभकारी होता है। यह भोजन करने और करवाने की प्रथा वर्षों से चली आ रही है, इसके लिए अगर हम किसी को भोजन कराते हैं तो उसका मन बहुत प्रसन्न होता है। इससे हमारे रिश्ते और संबंध भी मजबूत होते हैं।

इस संसार में पहला सुख हमारा स्वस्थ रहना ही होता है और स्वस्थ वही रह पाता है जो अपने जीवन में अनुशासन से आहार-विहार करता है। आहार-विहार का मतलब खाना पीना ,सोना ,और उठना जीवन में सफलता के लिए, इसका अनुशासन होना प्रधान है ।इसके अलावा सात्विक भोजन फल और दूध का सेवन का निरंतर सेवन हमें स्वस्थ रखने में काफी कारगर होता है।

परिवार या ईस्ट मित्र के साथ घूमने जाएं और वहीं भोजन करें

हम अपने परिवार इष्ट मित्र के साथ कभी इस तरह का  भोजन का कार्यक्रम रख कर खुशियां प्राप्त कर सकते हैं। इस भोजन के कार्यक्रम के दौरान हम अपने परिवार ईस्ट मित्रों के साथ समय व्यतीत करते हैं , और जीवन के कुछ लम्हों का आनंद ले सकते हैं।शहर से दूर कहीं ढाबे पर जाकर भी लुत्फ उठा सकते हैं।

शादी विवाह के अवसर पर भी खाने पीने का विभिन्न व्यंजनों का आनंद लें और खुशियां महसूस करें।

कभी-कभी भोजन की जगह सिर्फ फल या सलाद खा कर रहे यह भी आपको काफी आनंदित करेगा।

महीने में कभी-कभी विभिन्न तरह की मिठाइयों को भोजन की जगह खाकर भी आनंद लिया जा सकता है। जिस दिन मिठाइयां खाएं उस दिन अगर संभव हो तो भोजन ना करें यह आपको काफी आनंद दे सकता है।

Enjoy food and feel happinees

धन्यवाद।

जय श्री कृष्ण

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version