खुश रहने के लिए वर्तमान क्षण में कैसे जीना है। how to live in the present moment to be happy

खुशियों के पल वह समय है ,जब हम अपने वर्तमान में अपने मनो अनुकूल परिस्थिति के अनुसार जीवन को जीते हैं। खुशियों के ये पल हम कैसे प्राप्त करें ।कैसे इन पलों का अपने जीवन में उपयोग करें। कौन से सूत्र अपनाएं की हमारा हर पल खुशियों का हो।

Table of Contents

खुश रहने के लिए वर्तमान समय में कैसे जीना है। how to live in the present moment to be happy

हर इंसान जो वर्तमान में जीना जानता है, वही इस पल को अनुभव कर पाता है।गुजरा हुआ कल हमारा अतीत था इस बात को वह अच्छे से जानता है और उस पर किसी तरह की कोई भी टिप्पणी करना पसंद नहीं करता। हमारे वर्तमान के पल ही हमारे भविष्य का निर्माण करते हैं। इसलिए इस वर्तमान के पल को हम, पल पल ,खुशियों भरा तथा सृजन के लिए इस्तेमाल करें, और वर्तमान में भी खुश रहें, यही वर्तमान के पलों का सदपयोग और भविष्य के खुशियों की गारंटी बन जाती है।

हमारी खुशियों के पल हमारे स्वयं के विचारों पर कैसे प्रभावी होते हैं ।कैसे हम खशियों के पल को सजाने में स्वयं जिम्मेदार होते है।

आज मे जीना सीखें

हर दिन हम बिल्कुल नई शुरुआत करें। पुराने और पिछले दिनों के प्रत्येक नकारात्मक विचारों और बातों को भूल जाएं। अपनी असफलता को भी भूल जाएं, और अपने आज के वर्तमान दिन को पूरी उर्जा से निष्कपट भाव से देखें । सारा ध्यान आज की नई शुरुआत पर लगाएं ,और प्रसन्न रहें। वर्तमान के समय को ऐसे उपयोग करें जैसा, आज के पहले कभी नहीं किया हो ,ना सोचा हो। आज के दिन अपने हृदय को शांति और आनंद से भर लें कल की परवाह न करें।

अभी ही महत्वपूर्ण

हमारा मस्तिष्क अतीत और भविष्य के विचारों को बहुत अधिक चाहता है ,वह वर्तमान में रहना नहीं चाहता और हमें अपने वर्तमान को ही सही बनाने की जरूरत है, यह बात सदैव याद रखनी होती है।

दुनिया में सबसे बहुमूल्य चीज केवल और केवल सिर्फ अभी का समय है जिसे हम दोबारा हासिल नहीं कर सकते अतः हमें इस वर्तमान के समय पर सकारात्मक राह पर चलना है,जिससे हमारे भविष्य की खुशियां स्वयं ही निर्मित हो जायें।

कल कभी नहीं आता

जिस काम को हम शुरू करना चाहें, जिस योजना को हम लागू करना चाहें उसे फौरन लागू करें हमेशा याद रखें, कभी भी कोई परिस्थिति पूर्णतया शुरू करने के लिए अनुकूल नहीं होती ।कार्य को शुरू करने के बाद, धीरे-धीरे अपनी कमी दिखाई देने लगती है, और उसे हम ठीक कर पाते हैं।

वर्तमान हमारा cash in hand

हमारा अतीत एक स्थगित चेक की तरह होता है और भविष्य हमारा एक वचन पत्र है, किंतु वर्तमान का पल नकदी या कैश है जो हमारे हाथ में है। इसलिए हमें अपने वर्तमान पल की खूबसूरती को ,इस पल के अंदर के विश्राम,आराम और चमत्कार को देखने के लिए अपनी आंख और हृदय को खुला रखना चाहिए।

वर्तमान पर ही सब कुछ निर्भर

हम अपने छोटे-छोटे रोज के सपनों को ऐसे जीएं, जैसे जीवन उन्हीं पर निर्भर हो और उन्हें हम कला का रूप दें। अपने वर्तमान हर काम को हम ध्यान देकर और कुशलता से इस तरह करें ,और सोचें की वह जितना बेहतर होगा ,उतनी ही हमें खुशी मिलेगी और संतुष्टि का अहसास होगा।

अपना मनन कर देखें

यदि हम निराशा का अनुभव कर रहे हैं तो हमें यह समझ जाना चाहिए कि हम अतीत के किसी क्षण में अटके हुए हैं, अगर हम चिंतित हैं किसी बात को लेकर तो हम भविष्य की किसी बात को लेकर चिंता कर रहे हैं, लेकिन यदि हम शांत चित्त और प्रसन्न हैं, तो ही हम वर्तमान में जी रहे हैं, यह बात हमें जाननी चाहिए। दिन में कई बार हमें स्वयं से पूछना चाहिए कि हम अपना काम ध्यान से कर रहे हैं या नहीं ,हम शांत है या नहीं, प्रसन्न है या नहीं।

हमारा आज ही हमारी सबसे कीमती संपत्ति|

अक्सर हम मानव अपने भविष्य और अतीत के बारे में सोचते रहते हैं और इस चक्कर में हम अपने वर्तमान की भी परवाह नहीं करते जबकि जीवन वर्तमान में है। कल कभी नहीं आता इसके लिए हम अपने समय के हर क्षण को सदुपयोग करें, क्योंकि जीवन समय से बना है और समय के साथ ही यह जीवन भी खत्म हो जाएगा । क्षण क्षण अपने सपनों को पूरा करने के लिए समय को लगाएं और आनंद उठाएं।

आज का दिन ही सर्वश्रेष्ठ हमारा, आज दोबारा नहीं आता।

आज का दिन ही सर्वश्रेष्ठ है ,अपने सभी कार्यों को अंजाम देने के लिए, पूरा ध्यान देकर हम इस आज का ही सदुपयोग करें। आने वाला कल हमारी पहुंच के बाहर है, और यह हमारे आज के ऊपर ही निर्भर है। इस तरह कुल मिलाकर सब चीजों में हमारा आज ही सर्वश्रेष्ठ है। आज को ही हम उपयोग करें यह दोबारा नहीं आएगा।

यही वह दिन है जिसे ईश्वर ने बनाया है, जहां हम आनंदित होंगे, खुश रहेंगे, और जी भर के जिएंगे, तो हमारे इर्द-गिर्द के लोग और माहौल सभी प्रसन्नता और खुशियों से भरा रहेगा।हम जिस भी काम में हाथ देंगे सफलता ही सफलता मिलेगी।

कल की फिकर में आज को बर्बाद ना करें|

हमारा जीवन भी कितना विचित्र है। आज का काम हम कल पर छोड़ देते हैं। बालकाल निकालने पर हम सोचते हैं कि युवा होने पर देखेंगे, युवा होने पर कहते हैं गृहस्थ होने पर देखेंगे, फिर हम सोचने लगते हैं सांसारिक झमेलों से निपट लें, फिर देखेंगे ,इस तरह जीवन की संध्या हो जाती है, वृद्धा अवस्था तक हम खुशियों को देखते ही रह जाते हैं, ढूंढते ही रह जाते हैं।

खुशियाँ कब और किसके पास

वृद्ध अवस्था में हम अतीत में जीते हैं, और निराश रहते हैं ।युवा वर्ग भविष्य में जीता है और परेशान रहता है ।बच्चा वर्तमान में जीता है और हमेशा प्रसन्न रहता है। बच्चों के जीवन से सीखे।

जिंदगी ना मिलेगी दोबारा

जीवन को जीने के बाद बुद्धिमान व्यक्ति, इसी निष्कर्ष पर पहुंचे हैं ,कल कभी आता नहीं ,हमारा आज ही हमारा कल बनता है। जो काम करना है, हमें आज ही करना है, अभी ही करना है, और अपनी खुशियों को वर्तमान के उसी कामों में खोजना है ।तभी हम जीवन का पूरा आनंद ले सकते हैं।

हमारा वर्तमान ही हमारे हाथ में ,पल पल का सदुपयोग करें, शुक्रिया करें

जीवन में जो समय मिला है ,जो आज का दिन मिला है ,उसके लिए हम ईश्वर का सदैव शुक्रिया करें ।पल पल गुजरती स्थितियां ,पल पल गुजरता समय ,हमारे लिए खुशियों के पैगाम लेकर आता है, ऐसा भरोसा रख कर अपने काम को लगन के साथ करें।

ईश्वर हमारे भविष्य को जानते हैं और वही करते हैं जो हमारे लिए अनुकूल और प्रसन्नता दायक होने वाला है। इस वर्तमान समय का सदुपयोग ,इस आज के सदुपयोग और कीमत को ना भुलाए।

1 मिनट की कीमत उस व्यक्ति से समझें जिसके 1 मिनट देर से पहुंचने की वजह से ट्रेन छूट गई। हमारी जीवन गाड़ी भी उसी ट्रेन की तरह चलती जा रही है हंसी खुशी हर पल का आदर करें, शुक्रिया करें।

हर पल भरपूर जिंदगी जीने वाले व्यक्ति|

हर पल भरपूर जिंदगी जीने वाला व्यक्ति हर क्षण का आदर करता है ।अपने परिवार का महत्व जानता है, अपने मित्रों के साथ समय गुजारना ,प्रकृति का महत्व, और छोटे-छोटे पलों का आनंद उठाना जानता है।

उस व्यक्ति के आचार विचार से यौवन टपकता है ,जवानी झलकती है ,उसके हृदय में निराशा का कोई स्थान नहीं होता। खुशी के लिए किसी तरह का कोई समझौता नहीं करता ।हर चुनौतियों पर पांव रखकर आगे बढ़ता है ,चेहरे की मुस्कान पर किसी तरह की कोई आंच आने नहीं देता।

अपने सभी कार्यों को पूरी जागरूकता और सजगता से करता है।जीवन को नाटक की तरह देखता है ,और स्वयं को कलाकार मान सदैव खुश रहता है।

अपने जीवन को खुशियों ही खुशियों भरा जीना जानता है।

जय श्री कृष्ण

Thank you

Nirmal Tantia
मैं निर्मल टांटिया जन्म से ही मुझे कुछ न कुछ सीखते रहने का शौक रहा। रोज ही मुझे कुछ नया सीखने का अवसर मिलता रहा। एक दिन मुझे ऐसा विचार आया क्यों ना मैं इस ज्ञान को लोगों को बताऊं ,तब मैंने निश्चय किया इंटरनेट के जरिए, ब्लॉग के माध्यम से मैं लोगों को बताऊं किस तरह वे आधुनिक जीवन शैली में भी जीवन में खुश रह सकते हैं

0 thoughts on “खुश रहने के लिए वर्तमान क्षण में कैसे जीना है। how to live in the present moment to be happy

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version