कथा का प्रभाव। The Impact of the Narrative | What is Benefits, and Impression of Narrative.

कथा एक ऐसा Tool है, ऐसा इतिहास होता है, जिसमें हम जिसकी Katha कहते हैं या जिस विषय पर हम बात कहते हैं, और उससे विषय के बारे में हमें जानकारी मिलती है, और जिसके द्वारा ज्ञान को पाते हैं, जो हमारा मानसिक विकास करती है, हमको उत्साहित करती है, हमें ऊर्जावान करती है, हमारे मन का संतुलन करती है, और परिणाम में हमें खुशियां ही खुशियां मिलती है।

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भारत में : कहानी या कथा

आज के इस युग में यह कथा, कथाएं विभिन्न तरह की, विभिन्न लोगों की, विभिन्न विषयों पर, सोशल मीडिया के माध्यम से उपलब्ध है। किंतु हमारे Indian culture में हमारे, ऋषि मुनि द्वारा, हमारे सनातन धर्म जो कि सबसे पुराना है, उसके अनुसार श्रीमद् भागवत कथा, राम कथा, कृष्ण कथा, और शिव कथा को ही प्रधान रूप से जीवन में Motivation के लिए कथा स्वरूप कहा और सुना जाता है। कथा को प्रेरणा, ऊर्जा, शक्ति और बल का स्रोत माना जाता है। इन कथाओं में हम मानव जीवन के, समस्त अनुभव, परिस्थिति, और इनसे निपटने की कला का वर्णन होता है, जो हमारे जीवन में दर्पण की तरह दिखाई देती है।

सुखी जीवन की कहानी के बारे में

हम मानव चांद पर पहुंच गये, आकाश में उड़ना सीख गए,जल के भीतर पहुंच गए, अंतरिक्ष में चले गए, चंद्रमा पर चले गए, और नए नए परमाणु बम भी बनाने लगे, किंतु अभी तक,हम मानव, पृथ्वी पर ठीक तरह से चलना नहीं सीख पाए। हमें इस संसार में जीना नहीं आया, खुश रहना नहीं आया। कथा इंसान को इंसान बनना सिखाती है। यह कथा हम मानव को मानव बनना सिखाती है। इस धरती पर कैसे जीना, कैसे खुश रहना, कथा सिखाती है।

दुनिया की सबसे अच्छी प्रेरणा

कथा इंसान को इंसान बनना सिखाती है। यह कथा हम मानव को मानव बनना सिखाती है। इस धरती पर कैसे जीना, कैसे खुश रहना, कथा सिखाती है।

जैसे फ्रिज की व्यवस्था होती है, कि दूध ना फटे, सब्जी खराब ना हो, उसी तरह अलमारी की व्यवस्था है कि हम समान ठीक तरीके से रख सकें। उसी तरह ईश्वर ने कथा की व्यवस्था की ताकि हम इंसान बिगड़ ना सके, हमें अपने अवगुण, अपनी गलत राह दिखाई दे, हम मानसिक स्वस्थ रह सके, अपने निर्णय ले सके। क्या करना, क्या नहीं करना जान सकें।

ये कथा जहाँ होती है, वहाँ सारी ब्रह्मांड की सारी सकरात्मक शक्तियां आ जाती है। यह स्थान और भूमि भी पूज्यनीय हो जाती है।

कथा मन का अस्पताल, पूरे परिवार के लिए….

कथा मन का ऐसा अस्पताल है,जो कभी बंद नहीं होता। हम जब कभी भी जाकर इसमे ज्ञान द्वारा स्नान कर सकते हैं, और पवित्र हो सकते हैं। अपने अवगुणों को, अपनी सोच को और अपने आप को जान सकते हैं।

कथा मन के मैल को धो डालती है। इस एक ही घाट पर हम बार-बार स्नान कर सकते हैं। कथा से हमें विश्राम मिलता है।मानसिक और शारीरिक दोनों तरीके से यह हमें विश्राम और आनंद देती है। कथा का ऐसा प्रभाव है कि यहां कोई भी जा सकता है। यहां जाने में किसी तरह की, रेकिसी के लिए रोक टोक भी नहीं होती।

Also Check:

किनकी कथा

श्रीरामचरितमानस ,श्रीमद् भागवत महापुराण,शिव महापुराण और गीता के श्लोक द्वारा इन कथा को कहा जाता है।

उपरोक्त धर्म ग्रंथों के द्वारा ही हमारे हिंदू सनातन धर्म में इन कथा को कहा और सुना जाता है। इन कथा को ग्रंथों के माध्यम से हम पढ़ भी सकते हैं।

युवावस्था में इस कहानी का नशा या लत

युवाओं को विशेष करके इस कथा का नशा करना चाहिए, क्योंकि जिसे इसका नशा हो जाता है, वे इसके एडिकट हो जाते हैं, तो नशा का उल्टा शान होता है, उनकी हर जगह शान बढ़ जाती है। जब हम युवा होते हैं, तब हमारी शक्तियों के बल पर हम काफी देर, इस कथा स्थल में बैठकर, कथा को सुन पाते हैं, इससे सीख पाते हैं,आनंद ले पाते हैं।

Mukesh ambani, of reliance industries, with katha vachak ramesh bhai ozha.

मन का मूड सर्विसिंग सेंटर:

कथा एक तरह का रसायन भी है, जो कान के माध्यम से मन तक पहुंचकर बुद्धि और आत्मा को दिशा निर्देश देकर खुशियां देता है।

यह एक ऐसा रसायन है जो हर हालत में हमारे जीवन के लिए जरूरी है, क्योंकि यह हमारे मन की व्यथा दूर करता है। हमारे जीवन की दशा और दिशा दोनो मे निखार लाता है।जिस तरह गाड़ी बहुत दिन चलने के बाद उसकी सर्विसिंग करानी पड़ती है, उसी तरह कई दिन जीवन में, संसार में, व्यवहार में, व्यतीत करने के बाद बहुत से उतार-चढ़ाव भरी स्थिति से गुजरने के बाद हमें अपने मन की सर्विसिंग करानी पड़ती है, और यह यहीं हमारे मन की सर्विसिंग हो जाती है।

कथा श्रांत को शांत करती है

कथा के अलावा जो दिखाई देता है सब व्यथा है। हमारे वेद और पुराणों इस बात को प्रमाणित करते हैं, कि संसार और व्यवहार में जो घटनाएं घटती है, परिणाम में उससे हमें दुख ही प्राप्त होता है,हमारा मन श्रांत होता है, परंतु राम, कृष्ण और शिव कथा, हमारे मन को शांति, और खुशी देती है।

किनसे सुनें ?

कथा संत के मुखारविंद से सुनने से भावित करती है, और अगर विद्वान से सुनी जाए तो प्रभावित करती है। जहां हमें कथा मिले इसका लाभ जरूर लेना चाहिए। कथा हमें किसी भक्त के मुखारविंद से श्रवण करनी चाहिए।कथा निश्चित रूप से हमारे मन को शांत भी करती है, और जिस संकल्प को लेकर हम कथा को श्रवण करते हैं, यह उन संकल्प को पूर्ण भी करती है।

हमें कैसे मिलता है? Facebook, YouTube पर वीडियो उपलब्ध गूगल और Chrome द्वारा:

इस मोबाइल और इंटरनेट की दुनिया में बड़े ही तकदीर की बात है, यह हमें हमारे मोबाइल द्वारा, Facebook और YouTube पर प्रचुर मात्रा में अपने मनपसंद वक्ता द्वारा २४ hour सुनने का सुअवसर मिल रहा है। अब एक click के द्वारा हम किसी भी वक्ता को सुन सकते हैं, Mood को चार्ज कर सकते हैं, यह मन का भोजन होती है।

Travel के दौरान भी अब इन कथा को सुनना, इसे पढ़ना, इसमें समय देना, हमारे जीवन में खुशियों के रंग भर सकता है।

कथा मन के परीक्षण की प्रयोगशाला

कथा जीवन की टेस्टिंग है, यहां आकर यह पता चलता है की कमी कहां है, कौन सी बीमारी है, और उसका क्या इलाज है। कथा में मन की MRI होती है। यहां आकर शंका का समाधान होता है, हमारी श्रद्धा दृढ़ होती है, जिससे जीवन में बदलाव आता है।

जैसे हम गाड़ी सीखने जाते हैं और गाड़ी सीखने के बाद अगर हमे ब्रेक और एक्सीलेटर की पूरी जानकारी नहीं हो, तो हम गाड़ी नहीं चला पाते। उसी तरह कथा को सुनने से हमें जीवन के ब्रेक और एक्सीलेटर का अनुभव और जानकारी होती है। हमारे निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है।अतः इसमें जरूर जाना चाहिए। इससे संसार की छोटी-बड़ी, सभी चुनौती से लड़ कर हम आगे बढ़ने का ज्ञान हम पाते हैं।

जैसे माता का स्तनपान करके बच्चा खिलखिला उठता है। उसी तरह कथा में प्रवेश करने के बाद, उसकी वाइब्रेशन से उसकी तरंगों से, बातों और विचारों से हम मानव खिलखिला उठते है।

सर्वश्रेष्ठ प्रेरणा और कंपन

जब मानव के पुण्य का घड़ा भरता है, तब इस कथा में प्रवेश होता है। कथा ब्रह्मांड की वह शक्ति शाली प्रयोगशाला है, जहां जाकर सभी दुखों का शमन हो जाता है। कथा में प्रवेश करने, समय का निवेश करने से हमारी बुद्धि बल बढ़ता है, हम संसार में जीने की कला सिखते हैं, हमारे मन में खुशियों की तरंगे प्रवाहित होने लगती है। अनेक जन्मों के पुण्य के प्रभाव से कथा में हम प्रवेश कर पाते हैं, हमारा मन लगता है।

जैसे बच्चे को माता पिता खिलौने दे कर चुप नहीं करा पाते, और बच्चा फिर भी रोते और बिलखते रहता है, तब माता-पिता को उस बच्चे को गोद में लेना ही पड़ता है। उसी तरह कथा, ब्रह्मांड के गोद में जाने की तरह है। जब हम किसी भी तरह तृप्त नहीं होते, किसी छोटी छोटी संसार की खुशी में नहीं फंसते और तब परम सत्ता का अनंत आशीर्वाद स्वरूप यह कथा हमें मिलती है, तब हम कथा के महत्व को जान पाते हैं, और हमारा मन कथा में लगता है।

कोई नियम नहीं + कैसे भी प्रवेश + तत्काल प्रभाव….

मंदिर में जाने के लिए हमें नहाना पड़ता है, शारीरिक परिश्रम करना पड़ता है और फिर भी कई बार बाहर खड़े होकर ही दर्शन करना पड़ता है। बिना नहाए मंदिर नहीं जा सकते, किंतु कथा वह गंगा है, जिसमे कैसी भी अवस्था में प्रवेश किया जा सकता है।हम कितने भी अपवित्र अवस्था में प्रवेश करें, इस ज्ञान रूपी गंगा में स्नान कर हम निश्चित ही पवित्र हो जाते हैं। हमे चुनौती से निकलने का तत्काल रास्ता मिल जाता है।

कहानी में क्या देखा? अपनी प्रकृति और दूसरों की गुणवत्ता:

कथा एक ऐसा स्थान है, जहां हमें अपने अवगुण को देखने चाहिए और सामने वाले व्यक्ति के गुणों को देखना चाहिए।

कथा का प्रभाव | The Impact of the Narrative

कथा मे प्रवेश होने के बाद, इसका महत्व जानने के बाद, मनुष्य कभी मजबूर नहीं होता। हम मानव का जीवन मजबूर बन कर जीवन जीने के लिए नहीं है बल्कि मजबूत बनकर जीने के लिए होता है, जब तक हम कथा का प्रभाव जान इसमे प्रवेश नहीं करते तभी तक हम मजबूर होते हैं।

कथा ज्ञान का भंडार

कथा से हमें खुशियां मिलती, क्योंकि इसमें हम ज्ञान यज्ञ के द्वारा, विचार प्रवाह के द्वारा स्वयं को क्लीन कर पाते हैं।

कथा स्थल का प्रभाव

जहां कथा होती है, वह भूमि अनंत काल तक पूजनीय हो जाती है वहां का वायुमंडल, वहां की ऊर्जा, खुशियों की तरंगों से भर जाती है। कथा से जुड़े मनुष्य जहां जाते हैं, वे भी वहां आनंद फैलाते हैं, खुशियां की तत्काल बारिश करते हैं।

कथा की महिमा और प्रभाव

कथा में बताई, सुनाई गई बातें रामचरितमानस, गीता, भागवत या हमारे वेद शास्त्र और धर्म ग्रंथों से जुड़ी होती हैं, और ऐसा देखने में आता है आज तक इन बातों को ना कोई बदल सका है ना कोई बदल पाएगा। न यह बातें पुरानी होंगी। इनका प्रभाव, सदा, सर्वदा, तत्काल दिखाई देता है।

कथा के बारे में भाषण का विज्ञान

जिस तरह अखबार पढ़ने के बाद रद्दी हो जाता है, किंतु इन धर्म ग्रंथ को बार-बार पढ़ने के बाद, इनकी कथा को बार बार सुनने के बाद यह ग्रंथ हम मानव के लिएऔर कीमती हो जाते हैं। इनकी हम पूजा करते हैं। इनकी कथा सुनने से इनको घर पर रखने मात्र से भी ये बोलने लगते हैं, जीवन में चमत्कार करते हैं।

कथा से हम भक्तों के संग की प्राप्त होती है, जिससे हमारे सारे अवगुण नष्ट होते हैं, पाप करने की प्रवृत्ति का नाश होता है, हम पवित्र होते हैं, और हमारे जीवन में खुशियों के रंग चढ़ते हैं, और हमारी शान बढ़ती है।

कथा श्रवण करने से हमें अनुभव होता है, हमारे अंदर का विश्वास बढ़ता है। हम विकारों से छुटने की विधि को जान पाते हैं।जीवन का सार समझ पाते हैं। मुक्ति का महत्व और क्या रहस्य है?

कथा में प्रवेश करने से तत्काल, हमारे भय का नाश होता है। हम पराधीनता का आश्रय छोड़कर, ईश्वरीय परम सत्ता का आश्रय करने लगते हैं।

हम संसार में रहने की कला जान पाते हैं। सेवा का महत्व, दान देने का महत्व सीख पाते हैं।

किस तरह जीवन में हम खुश रह सकते हैं। हमें सुख कैसे मिल सकता है। हमारे जन्म का क्या उद्देश्य है।

मन को कैसे वश में किया जाता है। मनुष्य जीवन की महिमा, लाभ, धर्म का सार जान पाते हैं। अनित्य सुख से कैसे बचे? आहार की शुद्धि का महत्व।

जीवन में समता का महत्व। गृहस्थ में रहने की कला। हमारे कर्तव्य का ज्ञान, हम इन कथा के द्वारा जान पाते हैं।

कथा को परिवार ईस्ट मित्र के साथ सुनें।

हमारे वेद शास्त्र में इस बात को प्रमाणित करते हैं कि कथा को हम अपने इष्ट मित्र भाई बंधु परिवार, अपने निकटवर्ती या दूर के रिश्तेदार या, जो जीवन यात्रा में कभी और कहीं मिले हो उन सबके साथ सुनना चाहिए। विशेषकर परिवार के सभी सदस्य जब एक साथ इस कथा को श्रवण करते हैं, तब सब में ज्ञान एक साथ प्रवाहित होता है, जिसका लाभ पूरे परिवार को मिलता है।दैनिक जीवन उसी के अनुरूप परिवार का हर सदस्य बनाने लगता है।

Morari bapuji, ramesh bhai ozhaji, mridul krishna shastriji, krishna chandra shastriji,anurodh maharajji, chitralekhaji, priyanka chaudhariji, द्वारा bharat mei इन कथा वाचकों द्वारा ये कथा कही जाती हैं।

प्रधान वक्ता के रूप में वर्तमान समय में हमारे देश के संत मुरारी बापू कथा को प्रचार प्रसार कर रहे हैं।

Satyanarayan Bhagwan कथा

Satynarayan भगवान की short स्टोरी

कथा को हमारे यहां सत्यनारायण की कथा के रूप में भी कहा जाता है। इसमें सत्य की ही पूजा है और सत्य का महत्व बताया है, सत्य का महत्व बताते हुए, यहां पर संकल्प को भी महत्व दिया गया है यहां बताया गया है।

सत्य ही ईश्वर है

कथा में सत्य को ईश्वर माना गया है, सत्य को ही परम सत्ता बताया है। सत्य को याद नहीं रखना पड़ता और यह हर काल में मौजूद रहता है। सत्य से ही धर्म की रक्षा होती है। सत्य की शरण से ही तत्काल दुखों की निवृत्ति होती है, और भविष्य का सुख निश्चित होता है। जब जब हम किसी असत्य में उलझते हैं तब तब प्रभु की परम सता कोई न कोई स्वरूप धारण कर निर्गुण से सगुण हो हमें संभालने के लिए आती हैं, और हमारे जीवन में फिर से खुशियों के रंग को भरती हैं। Truth is god..

कथा आग लगे हुए जंगल में एक सरोवर की तरह है। इसमें स्नान करने से जीवन में तत्काल शांति मिलती है। हर प्रतिकूल और अनुकूल स्थिति का आनंद इस सरोवर से जुड़े रहकर हम ले पाते हैं।

इस कथा से जीवन के संदेह और संशय का नाश होता है। इस कथा के प्रभाव से जैसे-जैसे मन स्वच्छ होता है, कथा में हमारी रुचि और बढ़ती चली जाती है। मन को स्वस्थ करने के लिए यह कथा संजीवनी है, जड़ी-बूटी है।

कथा को अमृत स्वरुप हमारे धर्म शास्त्रों में माना गया है, जिसे कानों के द्वारा पिया जाता है, और यह कानों के द्वारा हृदय में पहुंचकर हमारे मन और बुद्धि को ऊर्जा देती है।

जिस प्रकार घर को चारो तरफ से बंद करने के बाद भी घर के अंदर कचरा आ ही जाता है उसी तरह मानव के जीवन में विभिन्न परिस्थितियों से हम कितने भी सावधान रहे, तब भी हमारे मन में नाना प्रकार के विकार आ ही जाते हैं, और कथा इन विकारों को दूर करने के लिए औषधि स्वरुप काम करती है। हमारे मूड को चार्ज करती है। यह कथा हमें सुखद परिस्थिती मे, happiness को लाने का काम करती है।

अधिकांश उपलब्धि

हमारी भारतीय सभ्यता में तो ऐसा देखने में आता है कि जिन लोगों ने अपने जीवन में कुछ बड़ा किया है, प्रभावशाली किया है, बड़ी उपलब्धि को प्राप्त किया है, वे कहीं न इन कथा से जरूर जुड़े हैं। यह कथा एक Movie की तरह पूरे जीवन को बदल कर रख सकती है। वर्तमान में हमारे देश के भावी Leader – Prime Minister of India, Narendra Modi ji भी इस कथा से जुड़े हुए हैं, इसके अलावा History में हुए महात्मा गांधी etc भी इनसे जुड़े, जिनके नाम और काम का डंका सारे विश्व में बजता है।

जय श्री राम ”

Jai Shri Krishna.

Nirmal Tantia
मैं निर्मल टांटिया जन्म से ही मुझे कुछ न कुछ सीखते रहने का शौक रहा। रोज ही मुझे कुछ नया सीखने का अवसर मिलता रहा। एक दिन मुझे ऐसा विचार आया क्यों ना मैं इस ज्ञान को लोगों को बताऊं ,तब मैंने निश्चय किया इंटरनेट के जरिए, ब्लॉग के माध्यम से मैं लोगों को बताऊं किस तरह वे आधुनिक जीवन शैली में भी जीवन में खुश रह सकते हैं

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