खुश रहने का सबसे आसान तरीका / khush rahane ka sabase aasaan tareeka

खुश रहने का सबसे आसान तरीका( khush rahane ka sabase aasaan tareeka )  हमारे मन की एक दशा है जब हम अपने आप को काफी ऊर्जावान,शक्तिमान और आशावान,महसूस करते हैं।इस समय हमें सब कुछ अपने अनुकूल लगने लगता है, अपने अनुसार चलता हुआ दिखाई देता है, और हम अपने आत्मविश्वास के काफी उच्च स्तर पर अपने आप को महसूस कर अपने आपको गौरवान्वित महसूस करते हैं।

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खुश रहने की पाठशाला में पढ़ना जरूरी / khush rahane kee paathashaala mein padhana jarooree

जीवन में खुश रहने के लिए हम सभी दैनिक कार्यों को करते हैं,और सबसे कमाल की बात यह है कि खुश रहना हमें कोई भी स्कूल या कॉलेज नहीं सिखाता,इसलिए हमें खुश रहना सीखना बहुत जरूरी है।

हमेशा खुश रहना किन बातों पर निर्भर

खुश रहना हमारे मन और हमारी सोच पर निर्भर होते हैं,और इसके लिए हम क्या सोचे और किस तरह सोचे और यह सोचने का तरीका हम कहां से सीखें तथा इसे सीखने के लिए हम क्या करें.. कहां जाएं यह सब जानना बहुत जरूरी है।इसके अलावा खुश रहने के लिए हमें इस संसार के नियमों को भी समझना बहुत जरूरी है।

1)अपने संग पर ध्यान दें

जब मन उदास हो तो

खुश रहने के लिए सबसे पहले हम किसी सत्संग से जरूर जुड़े,जहां हमें इस संसार के नियमों का पता चलता है क्योंकि इन नियमों को जाने बिना हम हम संसार से कुछ ऐसी उम्मीदें कर बैठते हैं जो हकीकत में संभव नहीं होती और इसी वजह से हम दुखी रहने लगते हैं।इस सत्संग को हम किसी गुरु या किसी ज्ञानी महापुरुष के पास जाकर आसानी से अनुभव कर सकते हैं जहां हमें इस दुनिया के रहस्यों का पता चलता है, जिससे हमारे मन को हम अपनी विवेक और बुद्धि के द्वारा ज्ञान का मार्ग दिखा कर खुश रहना सीख जाते हैं।इसके लिए खुश रहने के लिए हम किसी ऐसे व्यक्ति कर संग करें, जिससे हमारे मन और आत्मा को संतुष्टि और तृप्ति मिले।

2) कथा श्रवण करें

आसान तरीका

खुश रहने के लिए जरूरी है हम किसी कथा, भागवत,राम कथा, कृष्ण कथा, गीता प्रवचन से जुड़ने की आदत बनाएं।यहां जाने की आदत से हम कुछ ही दिनों में इनकी कथाओं को सुनकर,धरती पर हुए ऐसे व्यक्तित्व और उनके जीवन के रहस्य को जान पाते हैं,जिन्होंने इस पृथ्वी के गहन रहस्य को जाना है,और इन कथाओं में उनके रहस्यों के विस्तार और इतिहास से हम सरल तरीके से खुश रहना सीख जाते हैं।

3)किसी को गुरु तुल्य मान कर उसकी उसकी सेवा करें और उनकी बातों को ईश्वर आदेश मानकर उसका पालन करें

अपने इर्द-गिर्द किसी ऐसे महापुरुष को गुरु तुल्य मानकर उनकी सेवा करें और उनके द्वारा बताई गई बातों को ईश्वर का आदेश मानकर उसे अपने जीवन में पालन करें। अगर आस पास ऐसा कोई व्यक्तित्व नजर ना आए तो किसी धर्म ग्रंथ को हम अपना गुरु माने और उन में लिखी बातों को सत्य मानकर उसके अनुसार अपने जीवन को बनाएं जो हमारे जीवन में हर परिस्थिति में हमें मार्ग दिखाती है, खुशी बनाकर रखती है।

4)किसी न किसी मंत्र के द्वारा रोज अपने मन को ऊर्जा दें

हमारे हिंदू सनातन धर्म में तो कई तरह के मंत्र आसानी से हमें जानने मिल जाते हैं हम किसी ना किसी मंत्र को अपने जीवन में अपनाकर अपनी प्रसन्नता भरे जीवन का निर्माण कर सकते हैं।इन मंत्रों के प्रभाव से हम निश्चित रूप से परमात्मा या अदृश्य शक्ति से रोज जूड़ते हैं,जिससे हमारे मन को काफी शांति मिलती है,और हमें जिस वस्तु की अपेक्षा होती है वह वस्तु इन मंत्र शक्तियों के प्रभाव से हमें समय-समय पर ईश्वरी सत्ता के द्वारा मिल जाती है जिससे हम प्रसन्न रहते हैं।

5)अपनी इंद्रियों पर नियंत्रण, स्वभाव और चरित्र पर ध्यान

खुश रहने के लिए हम अपनी सभी इंद्रियों पर नियंत्रण रखें, उनके जो नियम बने हैं उसी के अनुसार उन्हें भोजन दें उनके साथ व्यवहार करें।जैसे समय पर खायें, पियें, सोयें,उठे।

इस तरह का नियम पालन हमारे जीवन में निरंतर खुशियां बनाकर रखता है।इन नियमों के पालन से हमारा स्वास्थ्य अनुकूल रहता है और जब स्वास्थ्य अनुकूल रहता है तब हमारा मन भी खुश रहता है।कमाल की बात तो यह है की हम मानव ही सबसे ज्यादा इन प्रकृति और इंद्रिय के नियम को तोड़ते हैं जिसकी वजह से हमें कई बार दुखी होना पड़ता है। हम अपने स्वभाव को विनम्र बनाएं, और अपने चरित्र के निर्माण का पूरा ध्यान रखे।

6)पूरे संसार को ईश्वर की एक लीला या नाटक के रूप में देखें और खुश रहें

खुश रहने के लिए अब इस संसार की सभी गतिविधियों को पूर्व निर्मित परमात्मा की योजना माने। उसे उसके एक नाटक या लीला का स्वरूप माने।उन घटनाओं को हम अदृश्य शक्तियों की एक लीला मानकर हर परिस्थिति में अनुकूलता, और सकरात्मक रूप ही देखें और अपने विचारों को सकारात्मक बना कर रखें,और खुश रहें।

7)जहां तक संभव हो अपना बर्ताव सबके साथ छल कपट रहित रखें और सरल रहें।

कुछ लेने के लिए जहां तक संभव हो हम सत्य ही बोले,सत्य के साथ ही जुड़े,और अपने जीवन को झूठ फरेब से दूर रखें। सबके साथ सरलता का व्यवहार करें,जिससे हमारी खुशियां बनी रहे और हम आसानी से हम खुश रह सकें।

8)ईश्वरीय सत्ता पर पूरा भरोसा रखें

जीवन में जो भी घटित होता है वह हमारे किसी ना किसी पूर्व प्रारब्ध यह ईश्वरीय सत्ता की किसी भविष्य की बड़ी योजना के तहत होता है ऐसा हम निश्चित रूप से जानकर हर हाल में खुश रहे इन बातों को अगर हम गहराई से समझें तो हमें कोई दुखी नहीं कर सकता।

इन दैनिक नियमों से खुशी पक्की

अपना काम

खुश रहने का सबसे आसान तरीका यह भी है हम उसी काम को अपने कैरियर स्वरूप जीवन में चुने,जो हमें खुशियां देता हो, जिसको करके हम अपने आपको ऊर्जावान महसूस करें,और उस काम को करने में हमें कभी बोरियत ना हों,हमें जितना जरूरी हो उस काम के लिए हम उतना समय दे सके।

व्यायाम

खुश रहने के लिए अपने जीवन की दिनचर्या में व्यायाम करें। प्रातः काल प्रकृति के पास जायें।प्रातः काल योग,और प्राणायाम करने की आदत जरूर बनाएं।इस आदत से हमारे शरीर में रक्त संचार अच्छी तरह होने लगता है,जो हमारे शरीर और मन दोनों को ऊर्जा देता है।

शांत होकर कुछ देर ध्यान| अकेले खुश रहना सीखें

आसानी से खुश रहने के लिए कुछ देर ध्यान जरूर करें। सुबह उठते ही, दिन में,और रात में कुछ देर के लिए शांत होकर 5 से 10 मिनट के लिए जरूर बैठें।

पढ़ना

आसानी से खुश रहने के लिए हम किसी न किसी पुस्तक को जरूर रोज पढ़ने की आदत बनाएं।इसके लिए हम अपने धर्म ग्रंथों को भी पढ़ सकते हैं।अगर हमें रुचि हो तो हम किसी प्रेरणादायक इंसान की जीवनी पढ़ें। उन लोगों के बारे में पढ़ें जिन्होंने अपने जीवन काल में कुछ उपलब्धियों को पाया है,और उस ज्ञान को प्राप्त कर अपने जीवन में लक्ष्य का निर्माण करें। इस लक्ष्य के निर्माण से हमारे जीवन का कुछ ना कुछ उद्देश्य बन जाता है,जिससे हम निरंतर उस पर काम को करते हैं,और खुश रहने लगते हैं।

लिखें

सुबह-सुबह कुछ देर के लिए बैठे और अपने मन के विचारों और उथल-पुथल को कागज में लिख डाले।-सुबह के इन पलों में अपने जीवन के भविष्य की उज्जवल योजनाओं को लिखें जो आपने सोची है।

कल्पना

खुश रहने के लिए हम सब अपनी इच्छाओं की पूर्ति चाहते हैं इसके लिए सबसे आसान उपाय हैं जो हम चाहते हैं उसे हम अपने मस्तिष्क के धरातल पर किसी मूवी की तरह पूरा हुआ हुआ देखें और अपने मन को ऐसा महसूस कराएं जैसे वह हमें मिल गया हो इस तरह जब हम मस्तिष्क में उन बातों को सोचते हैं तो हमारा अवचेतन मन उसे सत्य कर देता है जिससे हम भरपूर खुश रहने लगते हैं

संगीत

दैनिक दिनचर्या में हम कुछ न कुछ संगीत के साथ जुड़ कर रहें। इसके लिए हम नए पुराने फिल्मी गीतों को सुनें।अगर हम भजन प्रेमी हैं,तो भजनों का आनंद लें,अगर हमें मूवी देखना पसंद हो वह हम किसी मूवी को देखें इस तरह हम गीत संगीत से जुड़कर मन को आसानी से नये विचार से खुश रख सकते हैं।

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खुश रहने के फायदे ही फायदे

कुल मिलाकर खुश रहने के लिए इन सब बातों को जानना और जीवन में धारण करना और अपनाना बहुत जरूरी है,और मेरा तो यहां तक मानना है इन चीजों से जुड़ने के बाद उस इंसान को कोई दुखी नहीं कर सकता। ऐसी जीवन चर्या यदि हम बनाते हैं हम सारी जिंदगी के लिए आसानी से खुश रह सकते हैं।हमारे जीवन में खुशियां ही खुशियां रहने लगती है।

Nirmal Tantia
मैं निर्मल टांटिया जन्म से ही मुझे कुछ न कुछ सीखते रहने का शौक रहा। रोज ही मुझे कुछ नया सीखने का अवसर मिलता रहा। एक दिन मुझे ऐसा विचार आया क्यों ना मैं इस ज्ञान को लोगों को बताऊं ,तब मैंने निश्चय किया इंटरनेट के जरिए, ब्लॉग के माध्यम से मैं लोगों को बताऊं किस तरह वे आधुनिक जीवन शैली में भी जीवन में खुश रह सकते हैं

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