manvata ka arth

मानवता का अर्थ। manvata ka arth | ( Meaning of humanity)

मानवता का अर्थ ( manvata ka arth) सच्चे मूल्य और आदर्श के साथ जीवन को जीना।मानवता के गुणों को धारण कर हम इस जीवन में खुशी और आनंद के साथ अपनी जीवन यात्रा का आनंद ले सकते हैं। मानवता सच्चे अर्थों में सेवा और देने की भावना होती है।मानव सेवा की भावना से जो सुख मिलता है,वह गहरा और सच्चा होता है,जो सुख के साथ साथ हमें मानसिक शांति भी देता है। यह शांति हमे एक दुर्लभ एहसास कराती है,की हम मानव हैं। मानवता की भावना से हमारे मस्तिस्क में नये रसायन और हार्मोन स्रावित होने लगते हैं, जो हमें सुख की अनुभूति करवाते हैं।

Table of Contents

मानवता का स्वरूप सेवा (manvata ka svaroop)

humanity 2

जब हमारे अंदर मानवता का जन्म होता है तभी सच्चे अर्थों में हम धार्मिक और सेवक बन पाते हैं। धर्म का एक अर्थ सेवा भी है, जो हमें जरूरतमंद मानव की तन मन धन से या जो हमारे पास उपलब्ध है उससे सेवा करने की प्रेरोना देती है।

मानवता ही मानव धर्म (manvata hi manav dharm )

humanity 3

मानव ईश्वर की सबसे सर्वोत्तम रचना है। मानव को सर्वोच्च पद उसकी संरचना से नहीं,बल्कि उसके सद्गुणों से प्राप्त होता है। सहयोग,सदाचार,सद्भावना, प्यार ,दया,की भावना मानव को सर्वश्रेष्ठ और महान बनाती है। इस संसार में मानवता से बड़ा कोई धर्म नहीं और इस धर्म को जाने और अपनाए बिना सुख शांति समृद्धि सफलता धन वैभव आनंद प्रसन्नता के कुछ भी प्राप्ति संभव नहीं हो पाता है।इस मानवता के उजागर के लिए मन मंदिर में ज्ञान के दीप जलाना अति आवश्यक है।

 मानवता मनुष्य का पहला धर्म है।जब तक मानव इस मानवता के धर्म को धारण नहीं करता तब तक उसकी शुरुआत नहीं हो पाती।जिस तरह पहला कदम चलने से ही हम लाखों कदम चल पाते हैं उसी तरह जब तक हम मानवता के पहले कदम को नहीं बढ़ाते तब तक सफलता हमें परिणाम स्वरूप दिखाई नहीं देती।

मानवता की शिक्षा (manvata kise kahte hai )

जन्म के बाद हम अपनी बुद्धि के विकास के लिए शिक्षा को तो महत्व दे रहे हैं और इसकी वजह से हम बुद्धिमान भी हो रहे हैं, बहुत पैसा,समृद्धि कमा रहे हैं, किंतु इस मानवता की शिक्षा को जो हमें धर्म के मूल से मिलती है,इसके लिए भी हमें ध्यान देना है। हम मानव बन सके,इस शिक्षा को प्राप्त करने के लिए हमें सद्गुरु, सत्य वचन, और हमारे धर्म ग्रंथों से जुड़कर कुछ जीवन जीने की मूल बातों को निरंतर सीखना और जानना आवश्यक है। 

humanity 4

  कमाल की बात है हम चंद्रमा और अंतरिक्ष पर तो हम चलना सीख गए किंतु, मानव के मानवीयता के गुणों को सीख नहीं पाए, पूर्ण मानव बन नहीं पाए।खुश रहने का विज्ञान और जीवन को खुशहाल जीवन जीने का विज्ञान सीखना हर मानव की प्राथमिकता होनी चाहिए। कहीं-कहीं यह भी सुनने को मिलता है कि यह गुण अपने आप ही मानव को प्राप्त हो जाता है, सीखता है, किंतु यह भ्रम हुई बुद्धि मात्र है और कुछ नहीं।

मानवता किसे कहते हैं (manvata kise kahte hai)

humanity5

मानवता धर्म का सर्वश्रेष्ठ स्वरूप है।हम सच्चे अर्थ में मानव तभी बनते हैं जब हम मानव होने के गुणों को धारण करते हैं।कमाल की बात है हम परमात्मा को तो मानते हैं पर धर्मशास्त्र और परमात्मा की बातों को नहीं मानते जिसकी वजह से हम पूर्ण मानव नहीं बन पाते।

मानवता ही विश्व सत्य (manvata hi vishv satya)

humanity 6

हमारे शास्त्रों में मानवीयता को मनुष्य का आभूषण स्वरूप माना गया है।मानवीयता की सुंदरता उसके सुख दुख में खुश रहने से मानी जाती है।मानवता की सुरक्षा का अर्थ है हम सब मानव होने के गुण मानवता को समझें क्योंकि इस भावना की समझ मात्र से सारा विश्व एक दूसरे के सहयोग की भावना से एक दूसरे के विकास की राह पर चल सकता है।

मानवता पर विचार (manvata par vichar)

pexels photo 851213

उस मनुष्य का दर्जा समाज में हमेशा ऊंचा होता है जो मानवता की भलाई के लिए कार्य करता है।

मनुष्य की मानवता उसे वक्त समाप्त हो जाती है जिस क्षणों वह दूसरे मनुष्यों के दुख का कारण बनता है।

मानवता का एक अर्थ मदद के लिए तैयार होना भी है।

मानवता से सारे विश्व के मानव की बुनियादी जरूरतें पूरी होती है।

मानवता को जानने से दुर्बल को कमजोर पर अत्याचार बंद कर,उनकी भी समान भावना से सहयोग देकर उन्हें ऊपर उठाने की भावना जागृत होती है।

मानवता इंसान को समाजिक भ्रष्टाचार और बुराई का विरोध करने की शक्ति और जागृति देती है।

मानवता इंसान को शिक्षित होने की प्रेरणा देती है मानवता इंसान को पर्यावरण की रक्षा का बहुत पसंद आती है

मानवता के गुण (manvata ke gun)

pexels photo 9881709

मानवता के गुण जब मनुष्य में भरते हैं दिखाई देते हैं सब मनुष्य का यह स्वरूप सामने आता है वह बुद्धिमान कुलीन और अच्छे व्यवहार वाला दिखाई देता है स्वर ज्ञान के विचारों से परिपूर्ण होता है मन को संयमित रखने वाला पराक्रमी कम बोलने वाला दान करने वाला कृतज्ञता की भावना रखने वाला दूसरों का उपकार याद रखने वाला इन शब्दों की वजह से वह मनुष्य अपने क्षेत्र का नेतृत्व में भी करता है जीवन को भी खुशियों से जी पाता है बहादुर होता है और निर्भय होकर और चुनौतियों का सामना करता है दया प्यार और दयालुता की भावना यह बोलती मानवता की कामना करने पर दिखाई देते हैं |

इसे भी पढ़ो:

मानवता क्या देती है (manvata kya deti hai )

pexels photo 1659437

मानवता हमें लाखों लोगों की दुआ से उजागर करती है हम अपने आप में दरबान विद महसूस करने लगते हैं खुशियों से हमारा मन लबालब भर जाता है और यह भावना है हमें और समाज के प्रति जागृत करते हैं मानवता मनुष्य के जीवन को प्रभावित करने वाला प्रधान कारण है जब तक हम मानव बनने के गुणों को नहीं समझ पाते जीवन जीने का आनंद हम उठा नहीं पाए मानवता के प्रति कर्तव्य मानव होने का सौभाग्य मानव होने का मूल्य जाने पर कि हम सुख और खुशी का अनुभव करते हैं

Nirmal Tantia
Nirmal Tantia
मैं निर्मल टांटिया जन्म से ही मुझे कुछ न कुछ सीखते रहने का शौक रहा। रोज ही मुझे कुछ नया सीखने का अवसर मिलता रहा। एक दिन मुझे ऐसा विचार आया क्यों ना मैं इस ज्ञान को लोगों को बताऊं ,तब मैंने निश्चय किया इंटरनेट के जरिए, ब्लॉग के माध्यम से मैं लोगों को बताऊं किस तरह वे आधुनिक जीवन शैली में भी जीवन में खुश रह सकते हैं

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Why family is important for happiness dot Keep Yourself Healthy 9 Facts to Stay Fit How Happy Life Can Spend How many types of happiness are there? Happiness depends on this factor What to do to Be Happy Identification of a mentally healthy person Go viral to do something good and be happy Why is it important to be happy? What is food, what is its importance? Healthy diet is also important to be happy Habits to increase knowledge to be happy The Right Way to Eat Importance of 8 to live life Benefits of Satsang are immediate Seven Happiness Will Keep You Happy Forever Best Happy Habits Yes Food can make our mood Happy Entertainment Wave of happiness