These habits will keep you super active at the age of 50 (These habits will keep you super active at the age of 50) उम्र बढ़ने के साथ साथ ही शरीर में खूब बदलाव होते रहते हैं। हालांकि कुछ लोग लंबे समय तक यंग बने रहते हैं तो वहीं कुछ ऐसे भी हैं जो उम्र से पहले ही बूढ़े लगने लगते हैं। वहीं कुछ उम्रदराज लोग 50 से 60 की उम्र में भी फुर्तीले होते हैं। ऐसा सिर्फ लाइफस्टाइल और आदतों के कारण होता है।
उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को रोकना तो मुश्किल है, लेकिन लाइफस्टाइल की कुछ आदतों को बदल कर इसे धीमा जरूर कर सकते हैं।उम्र की प्रक्रिया को धीमा करने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि पूरे दिन खुद को एक्टिव रखें और एक्सरसाइज के लिए समय निकालें।
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परहेज करें
अगर आपकी लाइफस्टाइल की आदतें स्लो हैं तो उम्र बढ़ने का प्रोसेस तेज हो सकता है। जिसकी वजह से कई तरह की बिमारियों का खतरा होता है।सही डायट खाना, शक्कर और फैटी खाने को छोड़ना,हेल्दी आदतों में से एक है,जो आपको बुढ़ापे तक युवा और हेल्दी रख सकती है। हल्दी और यंग रहने वाले लोगों की आदतों क्या है रोजाना एक्सरसाइज करें- हृदय और ओवरऑल फिटनेस के लिए एक्सरसाइज करना जरूरी है। रोज के रूटीन में हार्ट हेल्थ और स्ट्रेंथ बढ़ाने वाली एक्सरसाइज को शामिल करें
बैलेंस डायट
अपने खाने में अलग-अलग तरह के फलों, सब्जी, प्रोटीन और साबुत अनाज को शामिल करें। पैकेट वाली चीजों और मीठे से दूरी बनाएं। प्रातकाल थोड़ा एलोवेरा जूस,आंवला या जूस से दिन की शुरुआत करें,बाद में थोड़ा फल बादाम और अखरोट का सेवन करें और दिन के किसी भी वक्त एक बार थोड़ा दूध जरूर ले। प्रातः काल थोड़ा नारियल पानी और पपीता भी लंबी उम्र तक स्वस्थ रहने के लिए काफी सहायक है। प्रात: दिन की शुरुआत् प्रकृति के बीच करें प्रकृति के बीच प्रातः काल थोड़ा समय जरूर व्यतीत करें इसके लिए आसपास के किसी पार्क में जाएं।वहां योग ध्यान और पंचतत्व की शक्तियों से जुड़कर समय व्यतीत करें।
नींद क्वॉलिटी
ध्यान लगाने की कोशिश करें और खुद की देखभाल करें। ऐसी एक्टिविटी को अपनाएं जिससे आपको आराम मिले।
स्ट्रेस मैनेज
ध्यान लगाने की कोशिश करें और खुद की देखभाल करें। ऐसी एक्टिविटी को अपनाएं जिससे आपको आराम मिले।
सोशल कनेक्शन
परिवार और दोस्तों के साथ मजबूत रिश्ता बनाएं। ऐसी एक्टिविटीज में जरूर शामिल रहें जिससे मानसिक स्वास्थ्य बेहतर रहे।
संबंध को महत्व दें
अपनी धर्मपत्नी और परिवार के सदस्यों के साथ अधिक से अधिक समय व्यतीत करें। साफ सुथरे और सज कर रहें हमेशा सज संवरकर ही रहे।उत्सव और त्योहार के अवसर पर सेल्फी ले,फोटो ले और चेहरे पर मुस्कान बनाकर रखें। तोहफा दें कोई भी मौका लगने पर घर के छोटे बड़े सदस्यों को तोहफा दें कोई मंत्र जप करें किसी मंत्र का जाप सुबह और शाम जरूर करे। ओम का जप अति उत्तम है। किताब पढ़ें मस्तिष्क में जंग न लगे इसके लिए कुछ न कुछ किताबें पढ़ने की आदत रखें सलाहकार से जुड़ कर रहें अपने किसी मेंटर और सलाहकार गुरु से जुड़ कर रहे उनकी सलाह से हमेशा जुड़े रहे
मित्रों के साथ
अपने बचपन के मित्रों के संपर्क में रहे अपने परिवार के लिए हमेशा उपयोगी बने रहे
Erase your Stress चिंता को मिटाना (Finished your stress),प्रसन्न रहना,इस ब्रह्मांड के नायक को जानना यही मानव जीवन का उद्देश्य है और इसकी समझ होना,इसे जानना ,इसे सीखना ही मानव
कृष्ण ही भगवान् श्रीमद् भागवत गीता का यह रहस्य जीवन भर खुशियां देता है (Shrimad Bhagwat Geeta gives happiness ) जब जब पृथ्वी पर धर्म की हानि और अधर्म बढ़ता
माइंडफूलनेस किसी भी व्यक्ति का अपने कार्यक्षमता और मन की शक्तियों के प्रति जागरूक होना है,सचेत होना है।दोस्तों अपने विचारों को नियंत्रित करने की क्रिया का नाम ही माइंडफूलनेस मेडिटेशन
1.आदतों का सबसे बड़ा प्रभाव आदतों का सबसे बड़ा प्रभाव हमारी खुशियां पर पड़ता है गलत आदतें जहां दुख और परेशानी देती है वही अच्छी आदतें खुशियां ही खुशियां देती
सुख से जियो जी भर जिन्दगी का हर पल (Happy Living Full Life All Moment )सुख की जड़ हमारे मस्तिष्क में होती है। हमारा मस्तिष्क सबसे शक्तिशाली कम्प्यूटर है। हम
अपने खाली समय में घर के बाहर बागवानी करें ,जहां छोटे बड़े पेड़ पौधों के साथ समय व्यतीत करें।
संगीत
भजन आपको जो प्रिय हो ,फिल्मी संगीत, शायरी जो आपको प्रिय लगे उसे भी कुछ देर के लिए जरूर सुने घर के बच्चों के साथ भी समय बिताएँ
घर के बच्चों के साथ ही खेलने का कोई भी अवसर ना गंवाये।अपनी मानसिक ऊर्जा को बनाए रखने के लिए मस्तिक से संबंधित वीडियो गेम खेलें।इंडोर गेम जैसे चेस लूडो खेलें स्वास्थ्य ही प्रसन्नता देता है इस बढ़ती उम्र में अपने स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखें और सोने और उठने का समय निर्धारित रखें जय श्री कृष्ण
मैं निर्मल टांटिया जन्म से ही मुझे कुछ न कुछ सीखते रहने का शौक रहा। रोज ही मुझे कुछ नया सीखने का अवसर मिलता रहा। एक दिन मुझे ऐसा विचार आया क्यों ना मैं इस ज्ञान को लोगों को बताऊं ,तब मैंने निश्चय किया इंटरनेट के जरिए, ब्लॉग के माध्यम से मैं लोगों को बताऊं किस तरह वे आधुनिक जीवन शैली में भी जीवन में खुश रह सकते हैं