Hedonic treadmill – सुझाव: अपने मस्तिस्क के लिए कुछ अच्छे सुझाव देना क्यों जरूरी है | कैसे इन सुझाव से खुशियों का अनुभव करें|
मस्तिष्क को आगे की योजना बताना, जो हम जीवन में चाहते हैं, बार-बार बताना, आत्म सुझाव कहलाता है। इस आसान सी तकनीक से ब्रह्मांड से हम कुछ भी प्राप्त कर सकते हैं। जीवन में रोज हमारे मस्तिष्क में 70,000 से अधिक विचार आते हैं और जिसका 70% नेगेटिव होता है, तथा मात्र 20 परसेंट कल या परसों सोचे हुए विचार ही मस्तिष्क में चलते हैं। अतः नई योजना से मस्तिष्क को अवगत कराना , याद दिलाना ही आत्म सुझाव कहलाता है।
Table of Contents
Hedonic treadmill
हर समय हम पूजा नहीं कर सकते ,ध्यान नहीं कर सकते, किंतु यह एक ऐसी तकनीक है जिसे हम कभी भी और कहीं भी कर सकते हैं।
![Hedonic treadmill - सुझाव: अपने मस्तिस्क के लिए कुछ अच्छे सुझाव देना क्यों जरूरी है | कैसे इन सुझाव से खुशियों का अनुभव करें| 192 IMG 20210705 200011](https://khushiyanhikhushiyan.com/wp-content/uploads/2021/07/IMG_20210705_200011.png)
क्या क्या करें।
इस तकनीक के तहत मस्तिस्क को क्लियर बताएँ –आपको क्या चाहिए।
मस्तिस्क में जब अन्य विचारों की गति धीमी हो उस समय उसे सुझाव दें।यानी सुबह उठकर और रात को सोने से पहले।
मस्तिस्क को कई माध्यम से बार बार याद दिलाएं। जैसे पोस्टर, बोलकर, लिखकर, किसी ऑडियो के तहत रिकॉर्ड कर बार बार सुनकर, सोच कर आदि।
बच्चों को छोटी उम्र में ही यह बताएँ, और सिखाएँ।
कच्ची मिट्टी से घड़ा बनाने के लिए जैसे गीली मिट्टी का आसानी से रूपांतरण किया जा सकता है, उसी तरह अपने बच्चों को छोटी उम्र में ही, इस चीज का ध्यान और ज्ञान कराएं, उस समय उनका मस्तिस्क कच्चा रहताहै।
इस कड़ी के दौरान मस्तिस्क और हृदय को एक साथ उपयोग कर इमोशन के साथ महसूस भी कराएं ,की वो चीज हमें मिल गई है,और उसके बाद हम क्या कर रहे है, उस स्थिति को महसूस करें।
कुछ करते वक्त भी सुझाव दें।
मस्तिष्क के साथ याददाश्त हमारे मांस पेशियों में भी जमा होती है।चूंकि आमतौर पर हम देखते हैं, इंसान की याददाश्त चली जाती है तब भी वह साइकिल चलाना, खाना,पीना, सोना बहुत सी बातें जो शरीर से होती है उसे याद रखता है,इसका मतलब यह है कि हमारा शरीर और मांस पेशी भी याददाश्त रखती है। इसलिए सुझाव देते वक्त कुछ शारीरिक क्रिया जैसे साइकिल, नाच गाना, चलते या दौडते समय भी सुझाव दें।
योग और प्राणायाम के दौरान सांसो की गति धीमी करके साँस पर ध्यान देते हुए एकाग्रता से अपने सुझाव बोले।
जागरूक रहें, पढ़ें और अपनी प्राप्त करने वाली वस्तु को याद कर, रोज लिखते रहें, सुनते और बोलते रहें।
![Hedonic treadmill - सुझाव: अपने मस्तिस्क के लिए कुछ अच्छे सुझाव देना क्यों जरूरी है | कैसे इन सुझाव से खुशियों का अनुभव करें| 193 IMG 20210705 200821](https://khushiyanhikhushiyan.com/wp-content/uploads/2021/07/IMG_20210705_200821.jpg)
अपने शरीर, आत्मा, सोच के लिए सुझाव
मैं एक प्रसन्न आत्मा हूं। मैं सरल हूं। मैं हर एक को जो जैसा है, वैसे स्वीकार करता हूं। मेरा परिवार ब्रह्मांड है। हम एक दूसरे को स्वीकार करते हैं ।मैं अपनी सोच पर नजर रखता हूं। सोच कर ही सोचता हूं। सोच से कर्म बनते हैं। मैं आज के दिन जिनसे भी मिलूंगा हर आत्मा संतुष्ट होगी। मैं परमात्मा का फरिश्ता हूं।
धन की प्राप्ति के लिए|
मुझे आर्थिक स्वतंत्रता मिल गई है ।मैं परमात्मा का धन्यवाद करता हूं। मेरे पास संकल्पों का खजाना है। मैं समृद्ध हूं, मैं जानता हूं, ब्रह्मांड मेरे सभी वित्तीय निर्णय मामलों को नियंत्रित करता है। मैं जानता हूं, मैं जो करूंगा उससे लाभ ही लाभ होगा। मैं धन कमाने के लिए जागरूक रहता हूं। मैं मालामाल हूं ।मेरे पास प्रचुर धन है। परमपिता परमात्मा को दौलत के लिए धन्यवाद है, धन्यवाद है, धन्यवाद है, ऐसा बार बार बोलते रहें। दिन रात मैं अपने सभी रुचियों में समृद्ध हो रहा हूँ। दिन रात मैं अपनी सभी रुचीयों में अमीर बन रहा हूं ।समृद्धि, दौलत और सफलता के विचार मन में बोलते और सोचते रहें। इन दौलत आदि शब्दों को शांति से धीरे धीरे मन में बोलें।
![Hedonic treadmill - सुझाव: अपने मस्तिस्क के लिए कुछ अच्छे सुझाव देना क्यों जरूरी है | कैसे इन सुझाव से खुशियों का अनुभव करें| 194 IMG 20210705 200900](https://khushiyanhikhushiyan.com/wp-content/uploads/2021/07/IMG_20210705_200900.jpg)
मैं धन को पसंद करता हूं। मैं इसका सदुपयोग करता हूं । मैं इसका उपयोग समझदारी, और सृजनात्मक तरीके से, करता हूं, मैं खुशी-खुशी इसे मुक्त भी करता हूं,यह हजारों गुना होकर ,मेरे पास लौटकर फिर चला आता है, धन का धन्यवाद है।
आत्मविश्वास के लिए|
मेरे पास भरपूर समय है। मैं खुश हूं। मेरे पास भरपूर ऊर्जा है ।मेरी आंतरिक शक्तियां रोज बढ़ रही है। मेरा जीवन उत्साह और जोश से भरपूर है। मेरा भाग्य बहुत सुंदर है ।मेरे जैसा धनवान और भाग्यवान इस ब्रह्मांड में कोई नहीं है। मेरे पास सौंदर्य ,प्यार ,शांति ,और प्रचुरता है।
खुश रहने के लिए|
मैं सदैव प्रसन्न रहता हूं। प्रसन्नता को प्राप्त करना मेरे जीवन का उद्देश्य है। मैं जानता हूं सदैव प्रसन्न रहने वाला मनुष्य ही ईश्वर को प्रिय होता है। मैं मुस्कुराने का महत्व जानता हूं। मैं जानता हूं मैं एक सुखी आत्मा हूं। मुस्कुराने की मुझे आदत है मेरे इस आदत की वजह से सभी लोग मेरी ओर आकर्षित होते हैं।
मैं परमात्मा का फरिश्ता हूं मैं खुशियां बिखेरने इस ब्रह्मांड में आया हूं ।मैं जानता हूं, मैं ब्रह्मांड की अनमोल रचना हूं।
अपनी जिंदगी की नीव मैंने खुद रखी है ।अपनी जिंदगी को मैंने चुना है। मैं आनंद और खुशी से भरपूर हूं। मेरे अंदर अनंत ऊर्जा है। मैं आलस्य से ऊपर उठ चुका हूं ।मैं उन सभी को माफ करता हूं जिन्होंने मुझे तकलीफ दी,और मैं उसको भुला चुका हूं।
अच्छे रिश्तों के लिए|
मेरे रिश्ते गहरे और मजबूत हो रहे हैं ।मेरे स्वभाव से गुस्सा दूर हो गया है,और सद्भाव उत्पन्न हो गया है।मेरी अंतरात्मा मुझे हर समय मार्गदर्शन देती है ।एक सफल व्यक्ति के सारे गुण मुझ में विद्यमान हैं।मेरी क्रिएटिविटी मुझे रोज नए विचार देती है ,जो मुझे आगे बढ़ने में मदद करती हैं। मैंने खुश रहने का चुनाव किया है, जिंदगी ने मुझे जो कुछ भी दिया है उसके लिए मैं शुक्रगुजार हूं।
चुनौती से लड़ने के लिए।
मैं अपने जीवन के सभी चैलेंज से निपटने की शक्ति रखता हूं। सफलता पाने की अनंत शक्तियां मेरे पास है ।मैं हर दिन और कार्यशील हो रहा हूं। मैं हमेशा सच का साथ देने की हिम्मत रखता हूं। मुझे मेरे हक के नतीजे मिल रहे हैं। मैं ऐसे जीता हूं जैसे यह मेरे जीवन का आखरी दिन हो ।मैं तुरंत एक्शन लेता हूं ।अपने बड़े काम तुरंत पूरे करता हूं। मेरे आस-पास के लोग मेरी इज्जत करते हैं और मेरी काबिलियत की तारीफ करते हैं। इतना साथ देने वाला परिवार और मित्र मुझे मिला है उसके लिए मैं ब्रह्मांड का धन्यवाद करता हूं मैं आत्मविश्वास से भरपूर हूं। मैं ईश्वर का अंश हूं, और मैं जानता हूं मेरे साथ सब कुछ अच्छा ही होगा।
अपनी किसी आदत को छोड़ने के लिए|
रोज अपने आप को आत्म सुझाव दें कि मैं अपनी इस आदत से पूरी तरह से आजाद हूं। मैं सद्भाव और पूर्ण मानसिक शांति महसूस कर रहा हूं। दिन भर में इसे 5 से 10 मिनट धीरे-धीरे बोलें, सुबह उठते ही और रात को सोने से पूर्व भी दोहरायें।
ब्रह्मांड में रोज बोलकर, और कभी कभी खुले मैदान में प्रकृति के बीच चिल्ला कर ब्रह्मांड को बताएं और अपने जीवन में जो चाहे सो पाएँ।
खुशियों के संग|
कुल मिलाकर अपने आप को वह सुझाव निरंतर दें ,जो हम जीवन में प्राप्त करना चाहते हैं ,हमारा मस्तिष्क वही करता है ,जो वह सोचता है और वही प्राप्त भी कर पाता है ।इसलिए हम सदैव वही सोचें और बोलें, जो हम जीवन में चाहते हैं।
Thank you universe
जय श्री कृष्ण