आर्थिक स्वतंत्रता क्या है? | What is economic freedom?
हर आदमी जीवन में पैसे की निरंतर गतिशीलता अपने जीवन में चाहता है, ताकि वह सुखी और खुशहाल जीवन जी सके, इस स्थिति पर पहुंचना ही आर्थिक स्वतंत्र होना कहलाता है।
आर्थिक स्वतंत्रता का मतलब है हमें अपनी रोज की जरूरत के लिए अब खुद को काम नहीं करना पड़ता, और हमारा पैसा हमारे लिए काम करता है। इसका यह मतलब कदापि नहीं है कि हम काम नहीं करें ।इसका यह मतलब है हम अपना काम अपनी मर्जी से करें, जो मन में आए वह कर सकें, जहां मन हो वहां काम कर सकें, अपनी मर्जी के समय पर काम कर सकें।
खुश रहने के लिए इस आर्थिक युग में यह बहुत जरूरी है जीवन में निरंतर धन का प्रवाह होता रहे निरंतर धन की गति हमारे जीवन में बनी रहे ।इसके लिए हमें आर्थिक स्वतंत्रता को प्राप्त करना, हमारे सुखमय जीवन के लिए अति आवश्यक है।
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कैसे प्राप्त करें।
आर्थिक स्वतंत्रता के लिए हमें इस बात को जानना बहुत जरूरी है की लक्ष्मी की प्राप्ति से पहले हमें सरस्वती की प्राप्ति होना बहुत आवश्यक है ।जितनी हमारी लर्निंग बढ़ती है, उतनी हमारी बुद्धि बढ़ती है, उतना ही पैसा हम बना पाते हैं ।इसलिए किसी अंग्रेजी बाबू ने कहा है लर्नर आर अर्नर। आप जितना सीखते हैं उतना पैसा कमाते हैं।
कब काम करें
जिस तरह दुख आने पर हर इंसान भगवान से प्रार्थना करता है उसी तरह जब हमारे पास आर्थिक कुछ कमी महसूस होती है तब हम धन को प्राप्त करने की कोशिश करते हैं ।जबकि हमें जब हालात अच्छे हैं, जब हमारा कार्य हमें निरंतर पैसा दे रहा हो उसी समय हमें अपने अन्य कार्यों को ,अपने पैसों को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए, तभी हम आर्थिक रूप से स्वतंत्र रह सकेंगे ।इसके लिए अच्छी आर्थिक स्थिति के दौर में ही छोटे-छोटे बचत, छोटे-छोटे निवेश करने की आवश्यकता है ,जो हमारे जीवन में निरंतर धन की गति बनाकर रखते हैं।
बार बार सोचें
आर्थिक खर्च जब भी आए उस समय शुरू में ही खर्च करने के पहले बार बार सोच ले कि क्या हमें इसकी जरूरत है ,तभी उसे खरीदें।
योजना बनाएं
आर्थिक स्वतंत्रता को प्राप्त करने के लिए हमें एक योजना भी बनानी चाहिए कि हमें कितने पैसों की सालाना जरूरत होती है, तथा आने वाले 5 साल में कितने पैसों की जरूरत होगी, आने वाले 10 सालों में कितने पैसों की जरूरत होगी ,हमारा पूरा आर्थिक काम, आर्थिक खर्च की पूरी योजना हमारे दिमाग में होनी चाहिए ,तभी हम आर्थिक स्वतंत्रता के लिए काम कर पाते हैं।
आर्थिक स्वतंत्रता को प्राप्त करने के इस प्रोसेस के लिए हमें अपने जीवन में कब और कितने रुपए की जरूरत है उसकी पूरी जानकारी प्राप्त करें, और अपना लक्ष्य बनाएं उसे प्राप्त करने के लिए।
प्रार्थना और affirmation बोल कर दें
हमें ब्रह्मांड को प्रार्थना या एफर्मेशंस के द्वारा ऑर्डर देना पड़ता है कि हमें इतने रुपयों की जरूरत है और हमें अपने उन रुपयों को प्राप्त करने के लिए तैयारी करनी पड़ती है। हमें ऐसा महसूस करना पड़ता है, पक्का भरोसा और विश्वास करना पड़ता है, कि वह रुपया हमें मिल गया है। हम आर्थिक स्वतंत्र हो गए हैं।
इस प्रोसेस के लिए हमें अपना समय ,पैसा , एनर्जी सिर्फ एक बार देना पड़ता है।
अपने व्यापार को
इस दिशा में हम जो भी कर रहे हैं जिस भी तरह के व्यापार को कर रहे हैं उसमें अपने व्यापार को ऑटोमेशन और ऑनक्लाउड या एक सिस्टम ओरिएंटेड बिजनेस पर ले जाना होता है, जिसमें सारा सिस्टम ही काम करता है, हमें कुछ करना नहीं पड़ता हमें सिर्फ वह सिस्टम बैठाने के लिए ही काम करना पडता है।
समय को बचाएं घंटे सिर्फ 8
आर्थिक स्वतंत्रता की गति को प्राप्त करने के लिए हमें कुछ लोगों से भी सहायता लेनी पड़ती है। इसका मतलब यह हुआ कि जो काम हम अपने अन्य स्टाफ या कर्मचारी को देकर करा सकते हैं उसमें हम अपना समय ना दें। हम अपना समय उसी काम में दें जो काम हमें यह मालूम है ,हमें स्वयं को ही करना होगा इससे हम अपने समय की लिवरेज ले कर पाते हैं वैल्यू बढ़ा पाते हैं, और यह आर्थिक स्वतंत्रता के लिए इसके प्रोसेस से काम करना बहुत ही जरूरी है।
पैसों से मदद लें
इस आर्थिक स्वतंत्रता को प्राप्त करने के प्रोसेस में हमें दूसरों के पैसे भी लेने चाहिए ,बदले में हम उन्हें कुछ सुविधा या अपने कुछ वैल्यू दे सकते हैं ।इस समय हम यह निश्चित रूप से याद रखें कि इस दुनिया में कुछ भी फ्री नहीं होता, हर चीज का एक मूल्य चुकाना पड़ता है।
संबंध हमारे मन और पैसों का
हमारी आर्थिक स्थिति बदलने से यदि हमारे मन की अवस्था प्रसन्नचित हो सकती है तो हमारे मन की अवस्था बदलने से भी हमारे जीवन में आर्थिक स्वतंत्रता आ सकती है धन की बारिश हो सकती है। इसलिए खूब प्रसन्न रहे।
अमीरी mindset
जीवन में आर्थिक स्वतंत्रता के लिए अमीरी माइंडसेट का अपने मस्तिष्क को एहसास कराना बहुत जरूरी है। इसके लिए ऐसी जगह पर जाएं, जहां पर अमीर लोगों का आना जाना है ,वहां जाकर चाय पिए ,वहाँ कुछ अपना समय बिताएं, इससे आप में भी अमीरी की फिलिंग आएगी और आप भी मस्तिष्क को यह संदेश देंगे कि आप भी अमीर हैं।
धन का भीखारी तो करोड़पति बन सकता है किंतु मन का भिखारी कभी करोड़पति या आर्थिक स्वतंत्रता नहीं प्राप्त कर सकता । इसके लिए सदैव इस बात का ध्यान रखें कि हाथ में पैसा हो और किसी को जरूरत हो या किसी को देना हो तो देने में झिझक कभी नहीं करें।
मुफ्त की चीजों के पीछे कभी नहीं भागे आर्थिक स्वतंत्रता कैसे मिले इसके लिए सभी ज्ञान को प्राप्त करने का प्रयास करें, सबसे बड़ी बात रुपयों को मैनेज करना सीखें। अगर आपको रुपया मैनेज करना आ गया तो आपको आर्थिक स्वतंत्र होने से कोई रोक नहीं सकता। ऐसे लोगों से पूछें, उनसे मिले, और उनहें अपनी पूरी स्थिति से अवगत करा कर उनसे पूछें।
मन को खुश रखें
जितना हमारा मन खुश रहता है उतना ही हम पैसा प्राप्त कर पाते हैं उतने ही जल्दी हम आर्थिक स्वतंत्र हो पाते हैं। मन खुश रहने से हम हर खुशी को चुंबक की तरह अपनी और आकर्षित कर पाते हैं ,और वह हमारी ओर खिंची चली जाती है। इसलिए हमें हर हाल में अपने मन की खुशी और शांति का पूरा ध्यान रखना चाहिए ।हमें यह भी देखना चाहिए कि हम दुखी होकर किसी काम को तो नहीं कर रहे, इससे हमें बचना चाहिये।
ब्रह्मांड को आर्थिक स्वतंत्रता के लिए हमें यह बताना होता है, समृद्धि ,सफल और धनी होना हम डिजर्व करते हैं ।हम इसके पात्र हैं। सो ब्रह्मांड जब यह देखता है कि हम पात्र बन गए हैं तो यह प्रोसेस सफल हो जाता है, ब्रह्मांड हमको आर्थिक स्वतंत्र कर देता है।
कृतज्ञता की आदत जीवन में अपनाएं
आर्थिक स्वतंत्रता के लिए यह जानना भी बहुत जरूरी है की हमारी मानसिकता भी धन्यवाद की बने। हम ब्रह्मांड के पास सदैव हर चीज के लिए धन्यवाद करने की आदत बनाएं ।हम यह बात जाने कि ब्रह्मांड के पास प्रचूर है, और यह हम सबके लिए ही है, हम ब्रह्मांड से उन वस्तुओं को मांगे, उससे प्राप्त करें, और निरंतर उसका धन्यवाद करें ।इस भावना का होना भी आर्थिक स्वतंत्रता के प्रोसेस में बहुत जरूरी है।
आर्थिक स्वतंत्रता के लिए हमें निरंतर प्रयास करना चाहिए। जानकार और उपयोगी लोगों के साथ पार्टनरशिप कर हम अपने प्रयास को करते रहें। अपने व्यापार या कर्म क्षेत्र में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल बढ़ाएं, ज्यादा से ज्यादा आधुनिक शैली को अपनाए, जिससे हमने जल्द से जल्द आर्थिक सवतंत्रता प्राप्त कर सकेंगे।
हम अपने काम में उसी काम का चयन करें जो हमें प्रसन्नता और खुशियां दे सकता है, क्योंकि इस कार्य को करने में हमारी कम ऊर्जा देकर अधिक परिणाम हम प्राप्त कर पाते हैं, जो हम को अत्यधिक प्रसन्नता भी देता है और हम जल्द से जल्द आर्थिक स्वतंत्र हो जाते हैं।
जितना एक्शन उतना रिएक्शन
बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंट है,आपके जीवन के अंदर पैसा या किसी भी चीज को लाने के लिए एक्शन लेना।हम जितना एक्शन लेते हैं,हमें उतना ही रिजल्ट, देखने को मिलता है, उतने ही हमें अधिक से अधिक परिणाम मिल पाता है। जितना इनपुट हम देंगे उतना ही आउटपुट आने वाला है ।यह बात हम सदैव जाने।इसलिए हम हर हाल में एक्शन लें।
आर्थिक स्वतंत्रता के लिए हमें कुछ न कुछ एक्स्ट्रा जीवन में करने की जरूरत है, एक्स्ट्रा काम करने की जरूरत है। इसलिए हम निरंतर सकारात्मक एक्शन ले सही डायरेक्शन में, कुछ एक्स्ट्रा करने का प्रयास करें तो हम इस आर्थिक स्वतंत्र होने की दिशा में सफल हो सकते हैं। एक्स्ट्रा मतलब जो हम करते हैं उससे अधिक। अगर ये न भी हो तो कुछ न कुछ छोटे छोटे सुधार अपने व्यापार में जरूर करें।
अपने मस्तिष्क को निरंतर आर्थिक स्वतंत्र होने के सुझाव दें। इसके तहत आप यह बात बार-बार मस्तिष्क को अपने मुंह से बोल कर याद दिलाएं मैं आर्थिक स्वतंत्र हूं ।पैसा मेरी ओर खींचा चला आता है। धन मेरा दोस्त है। धन चारों दिशाओं से मेरी ओर आ रहा है ।मैं आर्थिक स्वतंत्र हूं। मैं खुश हूं। धन जहां जहां होता है ,मैं वहां पहुंच जाता हूं। मैं ब्रह्मांड का धन्यवाद करता हूं। मैं धन को चुंबक की तरह आकर्षित करता हूं आदि।
दृढ़ संकल्प या इच्छा शक्ति रखे
आर्थिक स्वतंत्र और धनी होने के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति रखें ,क्योंकि दृढ़ इच्छाशक्ति ही हमें हमारे लक्ष्य तक पहुंचाती है ,इसे हम संकल्प भी कह सकते हैं।हम इसे ऐसे भी समझ सकते हैं की क्लास में वही बच्चा प्रथम आ पाता है, जो यह सोचकर पढ़ता है ,कि मुझे प्रथम आना है ,वही अव्वल परिणाम ला पाता है। इस तरह हमारी दृढ़ इच्छाशक्ति ही हमें हमारे आर्थिक स्वतंत्र होने तक पहुंचा सकती है । हम जीवन में सफल होते हैं तभी पैसा कमा पाते हैं, तभी आर्थिक स्वतंत्र हो पाते हैं यह बात भी हमें जानना चाहिये ।
उस काम को करें जो लोगों की परेशानी दूर कर सके
ऐसे कार्य का जीवन में चयन करें जो हमें मालूम है यह अधिक से अधिक लोगों के काम आ सकता है ,उनकी परेशानी को दूर कर सकता है ,तभी हम हम अधिक से अधिक ग्राहक को इससे जोड़ सकते हैं। यह कार्य चयन भी हमें आर्थिक स्वतंत्र होने की मंजिल तक पहुंचाता है।
भावना पर नियंत्रण रखने की आदत
हम अपनी भावनात्मक क्रियाओं को भी ध्यान पूर्वक समझे। अपने भावनाओं पर नियंत्रण पाना सीखें क्योंकि हम जैसी भावना, जैसी आदत अपने जीवन में बनाते हैं, वैसे ही परिणाम हमें देखने को मिलते हैं ।हमारा वर्तमान हमारी आदतों का ही परिणाम है। सो हम ऊंची से ऊंची आदत पर ही चलें, तो हमें वैसे ही प्रसन्नता दायक परिणाम जीवन में देखने को मिलेंगे।
पूरा नॉलेज लें
जिस कार्य को हम करते हैं उस कार्य के बारे में हमें पूरा नॉलेज होना चाहिए और अगर ना हो तो उसे पूरा नॉलेज प्राप्त करके बिल्कुल क्लियर लक्ष्य बनाएं और इस सिद्धांत के तहत रोज 1 घंटे अपने क्षेत्र के बारे में जरूर पढ़ें नई-नई जानकारियां हासिल करें ।कुल मिलाकर रोज 1% काम जरूर करें कौन सा काम पहले करना है कौन सा काम बाद में करना है, क्लियर रखें अपने रोज के कार्य की लिस्ट या योजना बनाएं।
ब्रह्मांड को आग्रह
कुछ भी नया करने के लिए ब्रह्मांड को सदैव यह सिग्नल थे कि वह आपको ही चुने तभी आप बड़ा पैसा कमा सकते हैं ब्रह्मांड को कभी मुझे ही क्यों ना कहें या शिकायत न करें।
जिद करें
आर्थिक स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए अपने आपसे जिद करें ।ब्रह्मांड को बार-बार यह संदेश दे, कि मैं आर्थिक स्वतंत्र हूं क्योंकि राह देखते रहने से कभी रास्ता नहीं मिलता हम चलना शुरू कर दें, तो रास्ता अपने आप दिखाई भी देता है ,बन भी जाता है, सारे संसाधन भी जुड़ जाते हैं। इसलिए जीवन में आर्थिक स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए जिद करें खूब प्रसन्न रहें।
Thanks to all my friends
Jai sree krishna