सफलता – सफलता क्या है? कैसे सफलता से मिलती है | How to get success
सफलता का मतलब अपनी किसी इच्छा या ध्येय पूर्ति केलिए कार्य करना, किसी देखे हुए सपने को पूरा करने का प्रयास या अपने मकसद को पाना।सफलता अपने किसी देखे सपने को सत्य में परिवर्तन करने की दिशा में आगे बढ़ना और उसे पूरा होने की स्थिति सफलता है , जो हर मानव को खुशियां देती है।
सफलता के लिए समस्या को जीवन का एक हिस्सा मानकर हर मानव को जीवन पर्यन्त अपना काम करते रहना पड़ता है,इस दौरान उत्पन्न चुनौतियों का सामना करना पड़ता है और उनके सम्मुख होना होता है।अपनी विवेक बुद्धि ,अपने ज्ञान के द्वारा उससे आगे निकलना पड़ता है।
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कैसे सफलता से मिलती है | How to get success
समस्या मानव जीवन का एक अंग होता है जिसका हर जीवित इंसान को सामना करना होता है। सफलता के लिए समस्या में समान भाव से डटे रहकर उनसे निपटने के लिए हमें अपनी विवेक बुद्धि द्वारा यह निर्णय लेना चाहिए कि हम किस समस्या से निपट सकते हैं।
उन चुनौती का चयन करें,और उनके समाधान पर कार्य करें। इस दौरान जिनसे हम निपट ना सके उसे हम अपने जीवन का हिस्सा मान ,स्वीकार करें और खुश रहें तथा आगे के बारे में सोचें।
सफलता के लिए ब्रह्मांड सर्वप्रथम हमें प्रतिकूल परिस्थितियों को भेजकर परीक्षा लेता है और जैसे-जैसे हम उस पर प्रतिकूल परिस्थितियों के सन्मुख होकर आगे बढ़ते हैं वह हमें निखार कर आगे के लिए सहयोग देता है।
सफलता के लिए हमें उन व्यक्तियों का संग करना चाहिए जो जीवन में निर्णय लेने के लिए गर्दन के ऊपर का हिस्सा इस्तेमाल करते हों, और आगे बढ़ते हो।उस भीड़ के संग चलें जो जीवन में कुछ प्राप्त करना चाहते हैं।जिनके कुछ सपने हैं, जो जीवन में सफलता, समृद्धि ,और खुशियों से भरे जीवन निर्माण में कार्य करते हैं।
सफलता के लिए हमें रचनात्मक ढंग से सोचना पड़ता है और यह सोचने का तरीका ही हमें सफलता की ओर ले जाता है। सफलता हमारे नजरिए का नतीजा होता है और उस नजरिए को हम स्वयं चुनते हैं। सफलता कुछ बुनियादी उसूलों को अपने जीवन में लगातार अमल कर ,अपने सपनों को सच करने का एक माध्यम है। सफलता एक निजी एहसास है। अपने लक्ष्य की प्राप्ति का नाम सफलता है।
सफलता के लिए जीवन में लक्ष्य का लिखित रूप से होना अति आवश्यक है। लिखित रूप से लक्ष्य होने से मनुष्य निरंतर उस दिशा पर कार्य कर सफलता प्राप्त पाता है ,जो जीवन में उस कार्य करने के लिए रोमांच और आनंद रुपी स्थिति पैदा करती है। वही स्थिति उसके जीवन में उस कार्य को करने के लिए खुशियों का संचार करती है,प्रोत्साहित करती है।
सफलता को प्राप्त करने के लिए मौन रहकर अपनी योजना पर चिंतन करना लाभ प्रदान करता है। सफलताकीओर उस दिन वह नए-नएविचार , तकनीक और उस कार्य पर विचारकरना, सफलता की दिशा की और उसे ले जाता है जो उसे मानसिक शांति और उत्साह से भरता है।
ओम मंत्र, गायत्री का जप और ध्यान, और इस दौरान अपने मानसिक धरातल पर उस प्राप्त सफलता को चित्र बना कर देखना उसे सफलता की ओर ले जाता है।
अध्यात्म और सत्संग को भी सफलता के लिए दैनिक जीवन में स्थान देना अति आवश्यक है। निरंतर अच्छी पुस्तक को पढ़ना और कुछ सीखना भी हमें सफलता की और ले जाता है।
सफलता के लिए हमें ऐसे लोगों का संग करना चाहिए जो उस काम को कर चुके हों, उस कार्य में सफल हो चुके हो, उनसे हमें सीख कर , पूछ कर उस दिशा में कार्य करना चाहिए। ऐसे इंसान के साथ भोजन कर ,इस समय के दौरान उनके साथ सलाह कर सफल होने के सूत्र को सीख सकते हैं।
इस सफलता को प्राप्त करने की राह में अतिरिक्त विचारों को विराम देकर सिर्फ अपने लक्ष्य पर काम करने , का निर्णय भी हमें सफलता और खुशियां देता है।
सफलता के लिए हमें अपने एक या दो सच्चे दोस्तों से जो सदैव हमारे साथ खड़े रहते हैं ,जो हमें समझते हैं ,जो हर स्थिति को हमारी समझते हैं, उनसे भी सलाह लेना उनसे संवाद के माध्यम से चर्चा करना अति लाभ दे सकता है ,यह हमें सुख और खुशियां देता है । सफलता के लिए हमें अपने लक्ष्य पर सलाह के लिए उस इन्सान को चुनना आवश्यक है जो पहले उसे कर चुका है।
सफलता के लिए निरंतर प्रयास और लगन काफी अहम और कारगर होता है क्योंकि निरंतरता ही हमें सफलता की ओर ले जाती है।
सफलता के लिए अपने लक्ष्य, अपने छोटे बड़े विचारों को, सभी दिशा निर्देश को और अपनी योजना को डायरी में स्पस्ट और लिखित रूप से लिखना चाहिए जिससे हम कहां पहुंचने वाले हैं, कब पहुंचने वाले हैं और इस दिशा में हमें और किस कार्य को करने की जरूरत है, इसका हमें चिंतन करने पर ध्यान जाता है, जो हमें सफलता और खुशियां देता है।
सफलता के लिए हमें अपने समय का विशेष ध्यान रखना चाहिए। हम प्रातः काल का समय इस दिशा में चिंतन मनन के लिए सदुपयोग कर अपनी सफलता के लिए गति प्रदान कर सकते हैं।
सफलता को गति देने के लिए हमें इस बात को भी विशेष ध्यान रखने की जरूरत है की जो कार्य हम दूसरे को समझा कर,सिखा कर या मूल्य देकर करा सकें उसे स्वयं ना करें जिसकी परिणाम स्वरूप अतिरिक्त समय हमें मिलता है और हम सफलता की दिशा में तेज गति से काम कर पाते है।
सफलता की ओर जब हम अग्रसर होते हैं तब हमें कई बार काल्पनिक भय की स्थिति से भी गुजरना पड़ता है जिसके लिए हमें सदैव इस बात को ध्यान रखने की आवश्यकता है की जो घटना घटित हुई नहीं उसे हम अपने लक्ष्य में बाधा बनने ना दें और अपने कार्य को अंजाम देने के लिए निरंतर अपने पथ पर आगे बढ़ कर कार्य को गति प्रदान करें।
सफलता प्राप्ति के लिए खुद पर भरोसा कर योजना बनाकर ,किसी निश्चित लक्ष्य पर काम करना उतार-चढ़ाव को सफलता का एक भाग मान कर कार्य करना चाहिए। सफलता के लिए फौरन किए जा सकने वाले कार्य को ना टालना भी एक बड़ी उपलब्धि करा सकता है।
सफलता के लिए हमें अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियों और आर्थिक योजनाओं को योजनाबद्ध तरीके से क्रियान्वित करना चाहिए, ताकि हम अपने जीवन में प्रसन्न रह सके सफलता प्राप्त कर सकें ।
सफल इंसान का अपना एक स्तर होता है वह आत्मसंयमी और संतुलित होता है उसमें विश्वास कूट-कूट कर भरा होता है वह दूसरों का ध्यान रखने वाला होता है ।सफल इंसान शिष्टाचार, आत्मविश्वास के महत्व को बखूबी जानता है। सफल इंसान अपने इर्द-गिर्द सभी जुड़े लोगों का ध्यान रखता है, इसके लिए उसे कभी-कभी छोटी-छोटी कुर्बानियां भी देनी पड़ती है। सफल इंसान अपनी गलतियों से सीखता है ,दिखावे से बचता है,शब्दों में मिठास रखता है, मुस्कुराहट का जादू जानता है, अपने साथ रहने वाले सभी सदस्यों को अपनी बात रखने का पूरा मौका देता है।
सफलता से हमारे जीवन में हमारा आत्मविश्वास बढ़ता है हमारे इर्द-गिर्द जुड़े लोग हम से प्रेरणा लेने लगते हैं हम पर भरोसा करने लगते हैं, हमें मान देने लगते हैं ,जो हमें आत्म संतुष्टि और खुशियां देता है ।सफलता के लिए हमें अपने और दूसरे लोगों के समय का ध्यान रखना चाहिए ।
सफलता के लिए हमें निरंतर वचनबद्ध तरीके से अपने नियमों और अपनी अच्छी आदतों पर कार्य करना करना चाहिए।
सफल इंसान की पहचान।
सफल व्यक्ति ही जीवन में ज्यादातर प्रसन्न , खुश और आर्थिक स्वतंत्र देखे जाते हैं। आर्थिक रूप से संपन्न रहने की वजह से वे खुश रहते हैं उनके जीवन में उनके भविष्य के लिए सभी आर्थिक योजना उन्हें प्रसन्नता देती है। हर कार्य को समय पर करते रहने की वजह से उनके पास जीवन में प्रचुर समय , अतिरिक्त समय भी रहता है जिससे वह जीवन में वे विकास के नए अवसर के लिए तैयार रहते हैं और खुशियों का अनुभव करते हैं।
स्वास्थ्य के लिए जागरूक।
हर सफल इंसान अपने जीवन में अपने स्वास्थ्य के लिए काफी जागरूक होते हैं ।उन्हें यह पता होता है पहला सुख निरोगी काया और वे व्यायाम, प्राणायाम, योग ,आदि के लिए समय निर्धारित कर निश्चित रूप से इस पर समय देते हैं और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखते हैं और प्रसन्न चित्त देखे जाते हैं।
सफल होने की और अग्रसर इन्सान का जीवन बहुत ही आसान होता है क्योंकि वह निर्णय लेने के लिए भी किसी प्रकार का विलंब नहीं करते और खुश रहते हैं। हर सफल इंसान जानते हैं कि निर्णय का लेना ही खुशियों का मिलना है निर्णय लेते ही उन्हें पता रहता है कि वह जीतेंगे या कुछ सीखेंगे।
हर सफल इंसान अपने जीवन में अपने रिश्तों और मित्रों को संभालना भी जानते हैं और जीवन में निरंतर खुश रहते हैं।
सफलता के लिए इंसान शब्दों के प्रयोग और महत्व को भी बहुत सूझ बूझ से करते है और और ऐसी वाणी बोलते हैं जो उनको तथा सामने वाले के मन को भी शीतलता प्रदान कर उन्हें अपनापन का एहसास कराती है जो उन्हें खुशियों से भर्ती है सफलता की और ले जाती है।
हर सफल इंसान दूसरों की मदद करने के लिए लालायित रहते हैं तत्पर रहते हैं और तन मन धन से अवसर मिलने पर मदद करते हैं।
सफल इंसान निर्भयता के महत्व को जानते हैं और आई हुई किसी भी स्थिति का डटकर मुकाबला करते हैं और उसे उस पर पांव रखकर जीवन में आगे बढ़ते हैं और खुश रहते हैं। वे जानते हैं निर्भयता के आगे ही सफलता है।
हर सफल इंसान समृद्धि के लिए जीवन में मान और अपमान से ऊपर उठकर निरंतर आगे बढ़ते रहते हैं ।अपने कार्य कि और अग्रसर रहते हैं अपने शांत व्यवहार ,अपनी विनम्र वाणी के प्रभाव से खुश रहते हैं दूसरों को भी प्रसन्नता देते हैं और स्वयं भी प्रसन्न रहते हैं।
अपने जीवन में पुस्तकों का महत्व वे जानते हैं और निरंतर अपने कार्य में अनुभवी व्यक्ति की पुस्तकों को पढ़ कर सीखते हैं।दैनिक जीवन में एक डायरी का इस्तेमाल करते हैं जिसमें वह अपने रोज के अनुभव को लिखते हैं उस पर योजना बना कर आजीवन प्रसन्न रहने पर काम करते हैं।
सफलता के लिए अपने रुचि और शौक के अनुसार अपने जीवन के लक्ष्य बना कर खुश होकर उस पर निरंतर कार्य करना उन्हें खुशी देता है।
धन्यवाद
जय श्री कृष्ण