सकरात्मक सोच कैसे बनाएं? | how to create positive thinking?
सकारात्मक सोच स्वयं को नियमित रूप से कराया जाने वाला सुखद और प्रसन्नता देने वाली भावनाओं का अनुभव है।इसके अलावा प्रसन्नता ,खुशी, आशा, आभार, कृतज्ञता ,अनुराग, शांत मन ,शुद्धता, गर्व, आनंद, प्यार, आस्था ,और आदर यह सब भी विभिन्न सकारात्मक भावनाएं हैं।
Table of Contents
कैसे यह मानव को सबसे अलग करती है। | how to create positive thinking?
मनुष्य की सकारात्मक सोच ही मनुष्य को बाकी प्राणियों से अलग करती है, और यही सोच उसके जीवन में बदलाव लाती है, खुशियां लाती है। अपने रंग रूप के बजाय यदि हम अपना अधिक ध्यान ,अपनी सोच पर दें,तो मुझे लगता है ,सब कुछ बदल जाएगा ,क्योंकि हमारी सोच से ही, हमारे कर्म बनते हैं ,और हमारे कर्म से ही हमारा जीवन बनता है।
सकारात्मक सोच वाले हर हाल में खुश रहते हैं।
आशावादी और सकारात्मक सोच वाला इंसान ,हर चुनौती में भी अवसर ढूंढ लेता है, और खुश रहता है। सकारात्मक विचारों को अपनाने के लिए हमें कोई कीमत नहीं चुकानी पड़ती, बल्कि सकारात्मकता को खोने पर हमें जरूर इसकी कीमत चुकानी पड़ती है। इसलिए सदैव हमें सकारात्मक विचारों से घिरा रहना चाहिए ताकि हमें जीवन में खुशियां ही खुशियां मिले।
हमारी सोच से ही हमारा स्वास्थ्य|
सकारात्मक विचारों का गहरा संबंध हमारे स्वास्थ्य से भी होता है ,और हमारे स्वास्थ्य से अनमोल इस जीवन में कुछ नहीं होता जो लोग सदैव सकारात्मक सोचते हैं उनमें किसी तरह का रोग या शरीर का हास् होते हुए नहीं देखा जाता। वे इस अनमोल जीवन की कीमत को जानते हैं, और हर हाल में खुश रहते हैं, सकारात्मक विचार से अपने मन मस्तिस्क को भर कर रखते हैं।
जो बाटेंगे वही बढ़ेगा|
प्रकृति का यह नियम है हम जो चीज बांटते हैं ,वही चीज हमें कई गुना होकर लौटकर मिलती है, इसलिए सकारात्मक विचारों को ही हमें सोचना चाहिए और ब्रह्मांड को भेजना चाहिए ,ताकि वह हमारे जीवन में लौटकर खुशियों की सौगात लेकर आए।
सकारात्मक सोच वाला मस्तिष्क या व्यक्ति, किसी भी परिस्थिति में अच्छे अंत की प्रतीक्षा करता रहता है ,और सदैव हर परिस्थिति में खुश रहने का महत्व जानता है।
दूसरे का मूल्यांकन न करें|
सकारात्मक सोच के निर्माण के लिए हमें सदैव दूसरे की योग्यता को विशाल रूप में स्वीकार करना चाहिए। कभी किसी को छोटा और अज्ञानी नहीं समझना चाहिए।
आभार की भावना को जन्म दें|
सकारात्मक सोच ,आभार की भावना लेकर आती है, जिससे सामने वाला व्यक्ति भी बहुत प्रभावित होता है। वह अपने पास उपलब्ध वस्तु को कई गुना अधिक मात्रा में हमें देने की कोशिश करता है। सदैव उन लोगों के आभारी रहें जिसने जीवन में कभी,कहीं हमारी मदद की हो। उस वस्तु को सदैव धन्यवाद दें जिसने इस जीवन यात्रा को सरल बनाया हो।
अनमोल शब्दों का प्रयोग |
सकारात्मक सोचने के लिए हमें सकारात्मक शब्दों का ही इस्तेमाल जीवन में करना चाहिए, क्योंकि हमारे शब्द ही हमारे अवचेतन मन में जाकर हमारी इच्छाओं की पूर्ति करते हैं ,इसलिए ये शब्द अनमोल है ,अपने भाषा के दौरान अपने शब्दों का इस्तेमाल हम बहुत ही सूझबूझ से करें।
बीती बातों को भूल कर अपना काम करते रहें|
सकारात्मक सोचने के लिए हमें गुजरे हुए कल को भूल जाना चाहिए और सारा ध्यान वर्तमान की नई शुरुआत पर ही रखना चाहिए।वर्तमान को ही सुंदर करने का प्रयास करना चाहिए। हम अपने वर्तमान के समय और आज के दिन को भाग्यशाली मानकर काम करें ।वर्तमान निर्मित परिस्थिति में अपना काम करते रहे,और इस बात का दृढ़ विश्वास, अदृश्य शक्तियां के प्रति रखें ,की सभी परिस्थितियों का निर्माण हमारे कल्याण के लिए ही होता है।
जीवन की छोटी छोटी खुशी मे खुश होने की आदत बनाएं।
रोजाना अपने जीवन के छोटे-छोटे पलों को ऐसे जिए, जैसे हमारा जीवन उन्हीं पर निर्भर हो।
हम खुश रहना चाहे तो हमें कोई नाखुश नहीं कर सकता, इसलिए हम उसी सोच को चुने, स्वयं को प्रसन्न रखने का प्रयास करते रहे। सकारात्मक लोगों से जुड़े रहे, हंसते रहने का प्रयास करें ।छोटी-छोटी खुशियों को जीवन में अपनाएं ।दूसरे के दोषों को ना देखें। उसकी अच्छाई को ही खोजने का प्रयास करें ,और जीवन में छोटी-छोटी चीजों में खुशियों को ढूंढने की आदत बनाएं। सकारात्मकता ,स्वयं ही हमको चुन ,हमारे पास रहने लगेगी, और हम भी प्रसन्न रहने लगेंगे।
ब्रह्मांड से मांगें|
इस ब्रह्मांड के पास देने के लिए किसी चीज की कमी नहीं है ।इसलिए हम अपनी सोच का दायरा बढ़ाए और इस ब्रह्मांड से बड़ा से बड़ा, बड़ी से बड़ी वस्तु मांगे यह हमारी सोच में रहना चाहिए कि हम हर चीज को प्राप्त कर सकते हैं।
अपने ऊपर पूरा भरोसा रखें,ये विश्वास रखें की आप उसकी सृष्टि के अंश हैं।
ईश्वर को अपना सच्चा साथी माने, सदैव इस बात को याद रखें, वो चुनौती के समय आपके साथ खड़ा होता है। पूरे आत्मविश्वास से डटे रहें।
सकारात्मक सुझाव अपने मस्तिष्क को रोज दें।
यह दुनिया बहुत सुंदर है। यहां बहुत ही भले लोग रहते हैं। मेरी जिंदगी सरल है , मुझे सफलता मिल रही है। मुझे जिंदगी में मजा आ रहा है। मेरा पार्टनर मुझे बहुत प्यार करता है। मैं दिल से खुशियां पहुंचाना जानता हूं। मैं अपने मन को ऊंचा उठाता हूं। मैं अपने मन के उत्साह को बनाना जानता हूं। मैं जानता हूं मुझे हर दिल को कैसे जीतना है। मैं खुशियों के भाव पैदा करने के मंत्र जानता हूं। यह दुनिया बहुत ही सुंदर है ।दुनिया में भले लोग रहते हैं ।चारों तरफ पुण्य बढ़ गया है ।मैं सबकी परवाह करता हूं ।और सभी मेरी परवाह भी करते हैं ।चारों और खुशियों का माहौल है ।मैं अमीरों की श्रेणी में आता हूं ।मेरे दोस्त सदैव मेरे साथ रहते हैं। मैं अमीर हूं ।मैं धनी हूं ।सारी दुनिया मेरा परिवार है ।मैं अपने जीवन से खुश हूं। चारों तरफ लोग मुझे मदद करने के लिए तैयार रहते हैं।चारों तरफ लोग दयालु है, लोग मुझे सामने से चला कर मिलने आते हैं। मेरे विचार मेरे पूर्ण काबू में रहते हैं। मैं अपनी भावनाओं का मालिक हूं। मैं विचारों को बदल सकता हूं। मैं विचारों का जादू जानता हूं। मैं खुशियों का सौदागर हूं ।मुझे खुशियों का रहस्य मालूम है। मैं खुश रहना जानता हूं।
चुनौती के समय
कई बार असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो जाती है और हम निर्णय नहीं ले पाते इस दौरान हमारी सकारात्मकता भी हमारा साथ छोड़ने लगती है। उस परिस्थिति में हमें यह ज्ञान बनाए रखना चाहिए कि जो चीज हमारे हाथ में हो उसे हम परिवर्तित करने का प्रयास करें ,और जो हमारे हाथ में ना हो उसे भूलने का प्रयास करें, या अदृश्य शक्तियों को सौंपने का प्रयास करें। आने वाले समाधान के रास्ते पर काम करें। यह उसूल बनाए रखने से हमारे जीवन में सकारात्मकता हर परिस्थिति में बनी रह सकती है। इस समय हम अपने जीवन में संतोष रूपी छड़ी को धारण करें। सही कदम उठाने का प्रयास करें ,विकल्पों पर चिंतन मनन करें। प्रस्तुत हुई परिस्थिति पर पांव रखकर आगे बढ़े ,तो हमारी सोच हमारी खुशियां हमारे साथ होंगी।
चुनौती के समय सकारात्मकता बनाए रखने के लिए, हम अपने विचारों पर, अपनी पिछली गलतियों पर शर्मिंदा ना होकर उससे सीखें।
कुछ भी सदैव नहीं रहता|
चुनौती के समय अपनी सकारात्मक सोच बनाए रखने के लिए हमेशा याद रखें, कि जो चुनौती आई है, वह जाएगी भी।हर चुनौती हमारे जीवन में कोई न कोई परिवर्तन या विकास ही लेकर आती है इस बात को भी हम जाने ,और अपनी सोच को सकारात्मक रखें ।उस समय हम यह सोचें ,कि प्रत्येक परिस्थिति का निर्माण, यह सृष्टि हमारे कल्याण के लिए ही करती है और ऐसा सोच कर सदैव प्रसन्न रहें।
क्या होता है, सकरामक सोच का जादू|
यह दुनिया सकारात्मक सोच वाले व्यक्ति को ही पसंद करती है और वह उसे ही अपने टीम का हिस्सा बनाने का प्रयास करती है ।सकारात्मक सोच वाले व्यक्ति छोटी मोटी बातों पर तुरंत समझौता कर लेते हैं।
सकारात्मक सोच से बहुत लाभ होता है, जैसे हमारी कार्य क्षमता में वृद्धि होती है।मिलजुल कर काम करने की उत्सुकता जगती है ,रिश्तो में मिठास आती है, हम तनाव से बच पाते हैं, और हमारी खुशियां बरकरार रहती है। सकारात्मक सोच वाले व्यक्ति सदैव समाधान का हिस्सा बनते हैं, और खुश रहना जानते हैं।
मन की बात|
दिमाग को शांत रखें, ये याद रखें शांत दिमाग वाला व्यक्ति ही सकरामक सोच पाता है। दिमाग को खाली करें, अपने मन की बातों की सलाह कर। अपने विश्वास पात्र मित्र को अपने मन की सब बातें बता कर मन और दिमाग को खाली करे।
कुल मिलाकर सकारात्मक सोच हमारे विचारों को, हमारी वाणी को, हमारे व्यवहार को, और हमारे व्यक्तित्व को प्रेरित ,और प्रभावित कर और हमारे जीवन में खुशियां लाती है। सोच को सुंदर बनाने से हमारे संबंध सुदृढ बनते हैं, हमारी आभामंडल बढ़ती है।
याद रखे,जो हो रहा है उसे हम अपनी और आकर्षित कर चुके हैं ,हम आज जो भी हैं पिछले विचारों के परिणाम हैं, हम जो सोचते हैं ,हम वैसे ही विचारों के लोगों को आकर्षित करते हैं ।ब्रह्मांड में हम जो भी विचार भेजते हैं,ब्रह्मांड हमें वही लौटाता है,सृष्टि हमें वही लौटाती है। हम जो बोलते हैं ,जो सोचते हैं ,उसे ही हम आकर्षित करते हैं। जिस पर हमारा ध्यान जाता है, वही हमारे सामने आता है ,उसी से जुड़े लोग हमारे सामने आने लगते हैं, उन्हीं परिस्थितियों का निर्माण होने लगता है। इसलिए जीवन में हमेशा सकारात्मक सोच बनाएं और खुशियाँ ही खुशियाँ पाएँ।
सोच कर सोचो
धन्यवाद
जय श्री कृष्ण ………..