धन का रहस्य | Secret of Money
जब से मैंने धन के रहस्य (Secret of money) को जाना मेरा मन इसे पाने के लिए और भी लालायित हो गया, क्योंकि मैं यह भी जाना कि इसे पाना कितना आसान और सरल है। हमारा मस्तिष्क जिस चीज की कल्पना कर सकता है,उसे वह हासिल भी कर सकता है,यह बात जानते ही मैंने कल्पना में मस्तिष्क के अंदर धन के बीजों को बोना शुरू कर दिया ।
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मुझे जितने रुपयों की आवश्यकता थी इतने रुपए का नोट लिखकर एक चेक पर, अपने नाम के साथ भरकर अपने पलंग के सामने चिपका दें।
इस तरह मन मस्तिष्क में धन की खेती कर बीज बोऐं। धीरे धीरे फसल की तरह धन प्राप्ति के रास्ते बनने लगते हैं।
अपने चेक बुक के,दस्तखत के साथ एक स्माइली की भी फोटो डालनी शुरू कर दें। धन के इस रहस्य को भी जानें, जब हम इसे खुले दिल से देना शुरू करते हैं तो हम ब्रह्मांड को यह संकेत भेजते हैं कि हमारे पास यह धन प्रचुरता से है।
समृद्धि पर ध्यान केंद्रित करें | Secret of money
पैसों को आकर्षित करने के लिए दौलत पर ध्यान केंद्रित करना जरूरी है। दौलतमंद बनने के लिए नाटक करें। खेल खेलें पैसों के बारे में बेहतर महसूस करें।
एक चेक ले उसमें जितने रुपए आपको चाहिए उतना उस चेक में भरें ऐसा महसूस करें उतना पैसा हमारे पास मौजूद है। उन पैसों को खर्च करने की कल्पना करें, योजना बनाएं, ऐसा मान ले पैसा आपका हो चुका है इस मजेदार खेल को खेल कर आनंद महसूस करें।
याद रखें हमें जितने पैसों की जरूरत है उतना पैसा अदृश्य में इसी समय मौजूद है। सिर्फ जुड़ओ और रचना होने की देर है, अपने विचारों के झुकाव के तराजू को प्रचुरता की तरफ करते ही यह प्रकट हो जाएगा। हर हाल में पैसों के प्रति विचार प्रचुरता की ओर ले जाने मात्र से यह जीवन में प्रवेश कर जाता है।
खुश रहना शुरू करें
जिंदगी में कुछ भी प्राप्त करना चाहे,उसे पाने का शॉर्टकट इसी समय खुश रहना, और खुशी महसूस करना है।खुशी और आनंद की उन भावनाओं को ब्रह्मांड में भेजने और उस और ध्यान केंद्रित करने मात्र से हम ब्रह्मांड की सभी चीजों को आकर्षित करने लगते हैं। हमारा ध्यान सिर्फ समृद्धि की ओर रहे।हर महंगी से महंगी वस्तु को देखकर भी हमारी सोच यह हो कि हम इस खर्च को उठा सकते हैं,इसे खरीद सकते हैं।
कृतज्ञता की भावना रखें
हम कल्पना करें – कि पैसा आ गया है ब्रह्मांड का धन्यवाद करते हुए खुद को देखें, अपने मस्तिस्क में मूवी बनाएं। जितना पैसा चाहिए उतना पैसा अपने मन मन में संकल्पित और चित्रित करके देखें, और संबोधन करें पैसा आ गया, पैसों को धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद। पैसा आ गया, पैसा आ गया, पैसा आ गया बोलकर खुशी ब्रह्मांड को भेजें।
सचमुच पैसा पेड़ पर लगता है, आदर की भावना।
पैसों के लिए हमेशा ऐसा बोले कि पैसा आसानी से और अक्सर मिलता है। फिर और बार बार बोलें – पैसा आसानी से और अक्सर मिलता है। मेरे ऊपर परमपिता परमात्मा की असीम कृपा बरस रही है। दौलत सिर्फ एक मानसिकता है इसका संबंध इस बात से है कि हम कैसा सोचते हैं। धन के बारे में बोले – मैं धन का चुंबक हूं, मैं धन की प्रचुरता में रह रहा हूं।मैं पैसों से प्यार करता हूं। पैसा भी मुझसे प्यार करता है। मुझे हर दिन पैसा मिल रहा है। धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद मेरे पास बहुत पैसा है। मैं आर्थिक स्वतंत्र हूं, मैं आर्थिक स्वतंत्र हूं, मैं आर्थिक स्वतंत्र हूं।
दौलत को प्राप्त करने के लिए दौलत को देना शुरू करें।
धन का एक रहस्य यह भी है, कि हमें जो चीज की ब्रह्मांड से चाहिए उसे हम सुखद भावना से लोगों को दें। देते समय भी उसका धन्यवाद करें ,और इसे लेते समय भी धन्यवाद यापन करें। पूरे दिल से सम्मान के साथ धन का स्वागत करें ,और पूरे दिलो जान से जब उसे किसी को दें ,तो इस भावना से दें की यह धन उसकी जिंदगी में उसकी सभी जरूरतों की पूर्ति कर फिर से अनंत ,अपने, मित्र बंधुओं के साथ प्रचुरता से हमारे जीवन में फिर जल्द से जल्द आ रहा है। अपने मन को खुशी और आनंद की भावना से अपनी पूरी शक्ति से धन के विचारों को ब्रह्मांड की ओर भेजें। ऐसा करने से यह धरती स्वर्ग से सुंदर लगेगी, जीवन में प्रचुरता से धन हमें मिलने लगेगा।
डाक मिलने पर उस धन को मिलने की मानसिक तस्वीर देखें। उस भावना से मन के उत्साहित माहौल को कल्पना करके देखें, कि प्रचुरता से धन है, संकल्प किया गया धन आ गया है,और आप खुशियों ही खुशियों से भर गए हैं।
जय श्री कृष्ण
Thank you