दिवाली कैसे मनाएं ? | Essay on Diwali in hindi | दीपावली पर निबंध 2021 | दीपावली का महत्व
हम सब ने नवरात्र मनाई, और अपने शरीर की अष्ट शक्तियों को जागृत किया ,जैसे सहन करने की शक्ति, सामना करने की शक्ति, सहयोग देने की शक्ति, आदि।
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इस दिवाली पर जलाएं ज्ञान के दिए।
हर रोज दिवाली मनाने के लिए, दिवाली पर जलाएं, ऐसे ज्ञान के दिये ,जो पूरे वर्ष भर हमारे जीवन में ज्ञान का प्रकाश करते रहें। इस दिवाली पर ऐसे लोगों का संग करें, ऐसी चीजों से जुड़े,ऐसे निर्णय लें, जिससे वर्ष भर हमारे हृदय रूपी धरातल पर खुशी के दिए, समृद्धि और सफलता के दीए, प्यार और रिश्तो के दिए वर्ष भर जलते रहें।
गुरु बनाकर उनसे निरंतर सीखें।
निरंतर जीवन में सीखते रहें, क्यूँकि जो जितना सीखता है, वह उतना ही कमाता है, उतना ही खुश रह पाता है, उतने ही उसके मित्र होते हैं, उतना ही जीवन में वह खुश रह पाता है। नित्य आसपास यदि कोई ऐसा व्यक्ति नहीं दिखे जिससे आप सीख सकें,
तो आपके मोबाइल पर राम कथा और कृष्ण कथा , बहुत से कथा वाचकों के द्वारा अपलोड की हुई कथा ,और कई तरीके के सीखने के ऑनलाइन कोर्स हैं, रोज उनके साथ जरूर 10 से 15 मिनट बैठे और अपने जीवन को ज्ञान रूपी वर्षा से स्नान कराएं।
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ज्ञान यज्ञ करें।
इस दिवाली पर ज्ञान यज्ञ करें ,उसमें अपने मन के बुरे विचार और भावनाओं की आहुति दें ।उन्हें स्वाहा करें, और नए नए विचारों को मन में धारण कर जीवन की, अपनी आत्मा की, खुशियों का विस्तार वर्ष भर करें।
बचपन से पढ़ाई की पूरी होने के बाद, हमारी education में ग्रेजुएट होने के बाद ही हम सब पैसा कमाने निकलते हैं,किंतु हमारी शिक्षा वहीं पूरी नहीं होती ,जीवन के छोटे बड़े फैसले लेने के लिए हमें, कदम कदम पर ज्ञान और गुरु की आवश्यकता होती है। निरंतर धन, समृद्धि और यश को प्राप्त करने के लिए ज्ञान का भी निरंतर प्राप्त होना अति आवश्यक है। क्योंकि जितना हम सीखते हैं उतना ही हम धन कमाते हैं।
इस दिवाली प्रकृति के साथ बिताएँ।
इस दिवाली पर हम प्रकृति के प्रकाश पुंज सूर्य के पास जाएं, सूर्य से ऊर्जा ग्रहण करें, उनसे प्रार्थना करें ,हमारे जीवन में समाधान को प्रकाशित करने के लिए उन्हें अपनी चुनौतियों के बारे में बताएं ,
इस प्रकृति के बीच बहने वाली वायु तत्व को अपनी चुनौतियों को बताएं उनसे ऊर्जा ग्रहण करें,उनसे मार्ग दर्शन मांगें, राह मांगें।रात्रि में दीयों के प्रकाश से तो हम घर को रोशनी से भरेंगे ही किंतु हृदय के प्रकाश में इन सुपर पावर के पास जाकर अपने मन मस्तिष्क को प्रकाश दें।
ओउम् मंत्र से जोड़ कर मन की सफाई करें, और शरीर के तेज और आभा को बढ़ायें।
ओम मंत्र से जुड़े,जिसमें सारी सृष्टि की शक्तियां विद्यमान बताई गई हैं। इस ओम का श्रवण करें।इस ओम नाद के साथ अपने मन को जोड़ें और मस्तिष्क में आनंद के प्राकृतिक प्रवाह को प्रवाहित करें। इस मंत्र से मन की सफाई होती है, मन पवित्र होता है , और इस मन की पवित्रता से ही मन प्रसन्न होता है।
दिवाली पर सफाई क्यों करते है।
घर दुकान ऑफिस की साफ सफाई पूरी हुई हम सबके चेहरों पर चमक बनी है, और हम सब रावण की हार और राम की विजय का उत्सव मना रहे हैं। इस 4 दिन की दिवाली को नये तरीके से मनाएं,नये संकल्प, नई आदत,से दिवाली को यादगार बनाएं। अपने अंदर के रावण काम, क्रोध, लोभ को मारने का संकल्प करें।
इस दिवाली के प्रकाश से संस्कार का दीया जलाएं। प्यार की भाषा, सबको आदर ,और प्यार, देकर, खुशियाँ जगाएं। प्रसन्नता की संस्कृति को लाएं ,नई दुनिया बनाएं।
इस दिवाली मन के दाग साफ़ कर दे।
पुरानी बातें दबी है। गलतफहमी की धुल चढ़ी है। यादें जिनकी अब जरूरत नहीं। आईए दिवाली के अवसर पर घर के साथ-साथ मन के भी कोने कोने की सफाई करें।
दिवाली पर नया सामान क्यों लेते है।
दिवाली पर हम सब नए कपड़े ,बर्तन घर लाते हैं ,किंतु आइए इस दिवाली पर हम नई सोच,ज्ञान, ऊर्जा, व्यवहार और संस्कार, की नई आदत, अपने जीवन में लाकर अपने जीवन को खुशनुमा बनाने के लिए काम करें, संकल्प लें।
दीवाली के पटाखों से सीखें।
इस दिवाली पर पटाखों से सीखें, जिस तरह हम पटाखे जलाने के बाद ,उसमें आग लगाने के बाद ,उसे छोड़कर भागना पड़ता है, उसी तरह इस संसार में जो हमारे आस -पास है, एक दिन वो सब हमें छोड़नी है। जिस दिन परमात्मा के द्वारा वह अग्नि तत्व हमारे पास आता है उस दिन हमें सब छोड़ना है, इस ज्ञान को हम सीखें और इसकी अभी से तैयारी करें।
दिलखुश मिठाई खायें, और खिलाएं।
इस दिवाली पर रिश्तो पर मिठास भरें। मीठे बोल, सम्मान और आदर की बोली से सामने वाले व्यक्ति के जीवन को खुशियों से रंग कर प्यार की मिठाई, दिलखुश खिलाएं।
हर दिवाली पर हम सब एक दूसरे को मिठाई चॉकलेट, फूल ,और विभिन्न तरह के तोहफे को देकर प्रसन्न होते हैं, और अपने मित्रों रिश्तेदार और अपने आसपास के लोगों को भी प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं,आइए इस दिवाली पर जो जैसा है, उसे वैसे ही अपने जीवन में एक्सेप्ट करें, और प्रसन्नता दें।
दिवाली दियों का त्यौहार, इस त्योहार पर खुद को देने वाले बनाएं, खूब बाँटें।
दिवाली पर आइए ,देने का उत्साह को जीवन में अपनाएं। यादें ,खुशियां, सम्मान का एक दिया जगाएं, जो जीवन में (अनेकों) को खुशियां दे, प्रकाश दे सके। एक ऐसे दिये बनें जो हजारों दिलों के जीवन में खुशी का दिया जलाये, प्यार, खुशी ,आदर, सम्मान का दिया देकर उनके जीवन में प्रकाश करने वाले बनें।हम देने वाले बनें।
दिवाली पर अपने मित्र, रिश्तेदार और अपने आसपास के लोगों को प्यार की भावना दे ,शुभ भावना दे, उनके लिए दुआएं करें ,उनके लिए अच्छा सोचें। उनके लिए कुछ देना हो तो उन्हें क्षमादान दे।
सबको क्षमा करें।
किसी के प्रति जाने अनजाने में कोई तरह की भूल हुई हो ,किसी तरह की कोई बात हम पकड़ कर बैठे हैं, तो उसे हम क्षमा करें। क्षमा पर्व -यह क्षमा मांगने के त्यौहार के रूप में मनाए, जिन से बोलचाल बंद है, जिनके यहां आना जाना नहीं है, उन्हें फोन करके उनसे क्षमा मांगे ,और जीवन में खुशियों के अकाउंट में बैलेंस बढ़ाएं।
गिफ्ट दे।
दुआ का तोहफा, दें। सोच और भावना का तोहफा दें। आज blessing का तोहफा दें।मजबूरी है और देना होगा, ऐसी सोच का गिफ्ट बंद करें। माफ़ी का गिफ्ट,प्यार का गिफ्ट दें।
नई चीजे, नवीनता लाएं।
सोच, आदत, संस्कार, बोल, सोने, उठने, का समय आदि सब में नवीनता लाएं। अपने को गहराई से देखें। need a new world, positive thought,
विचारों के कपड़े।
हमारे विचार हमारे मन के कपड़े होते हैं। हम दिवाली के दिन योजना बनाते हैं हम कैसे कपड़े पहने, कैसे हम तैयार हों, कैसे हम सुंदर दिखे, उसी तरह अपने मन के विचार रूपी कपड़ों की भी तैयारी करें, और संकल्प लें, मैं ऐसा करूंगा, ऐसा सोचूँगा, ऐसा बोलूंगा! इस तरह अच्छे और नए विचारों के कपड़े, मन को पहनाने के लिए भी तैयारी करें, ताकि वर्ष भर हमारे जीवन में खुशियां बनी रहे।
दीवाली पर नई अकाउंट बुक |
जैसे हम नया खाता बही व्यापार में डालते हैं। दीवाली पर पुरानी कोई बात हो, पुराने कार्मिक अकाउंट बातचीत बंद है, किसी बात को लेकर मस्तिष्क में किसी तरह के विचार हैं, जिस वजह से हम उस इंसान को भुला नहीं पा रहे ,तो उसके अकाउंट को खत्म करें। नया एकाउंट शुरू करें। past is past
आत्मा का टिका लगाएं|
मैं आत्मा हूं – मेरा नाम ,मेरा शरीर, मेरे रिश्ते ,मेरी संपत्ति ,मेरा वादा ,मेरा धर्म ,और सब कुछ तो मेरा है, और मैं आत्मा हूं। पवित्रता प्रेम और शांति निराधार मेरा धर्म है। मैं आत्मा हूं – इस बात का टीका लगाएं! आत्मा से भाई का रिश्ता बनाएं, प्यार के फूल बरसायें।
अपने एक दिए से हजारों दियों को जगाना है, सारी दुनिया को सजाना है।ऐसा भाव मन में रखें।सिर्फ घर की सफाई से नहीं, अब अपने साथ और अपने आसपास के सभी रिश्तो और अपने से जुड़े सभी लोगों के दिलों की सफाई और सुंदरता पर ध्यान दें।
दीवाली पर अपने लिए और क्या करें।
पिछले साल से तुलना करके देखें। आप कहाँ है। अगर आपकी फाइनेंशियल ग्रोथ नहीं हुई ,तो उस कमी को खोजें। उस पर काम करें, नया income source बढ़ाने पर काम करें।
खुद की आर्थिक स्वतंत्रता के लिए काम करें। क्यों की धन की पर्याप्त व्यवस्था से ही जीवन में खुशी और आनंद बना रहता है
दिवाली पर गिफ्ट क्यों देते है।
पिछले १२ महीने से जो भी कपड़े ,बर्तन, जूते काम नही आये हो, उन सब चीजों को जरूरत मंद को दे दें, शायद किसी के बहुत काम आ जाय।
दोस्ती में नया जान डालें, दोस्ती अनमोल।
दोस्ती के रिश्ते में नई जान डालें ,अधिक से अधिक दोस्तों से मिलने का प्रयास करें। सिर्फ whatsapp par न सल्टाएं।
एक नया मित्र बनाएं (सुझाव) कृष्ण को, कोई भी रिश्ता बनाएं।
इस दिवाली पर कृष्ण जैसा कोई एक मित्र बनाएं। कृष्ण जैसे मित्र का मतलब है, इस कलयुग में कृष्ण से जुड़े किसी व्यक्तित्व को अपना मित्र बनाएं। ऐसे व्यक्तित्व को खोजें, और उनसे मित्रता करें, जो कृष्ण से जुड़ा हो, जो कृष्ण को ही सिर्फ अपना सब कुछ मानता हो, कृष्ण ही जिसका सर्वस्व हो, यदि दूर-दूर तक ऐसा मित्र ना दिखे तो किसी कृष्ण कथा से जुड़ने का संकल्प लें, आपके जीवन में अपने आप वे मित्र रूप में प्रकट हो जाएंगे, और मित्रता निभाएंगे।
धन्यवाद फेस्टिवल के रूप में मनाएं
अदृश्य शक्ति को धन्यवाद दें। इस दीवाली के ४ दिन हर उन चीजों का धन्यवाद करें , जो कुछ ईश्वर ने हमें दी है, उन चीजों को खोज खोज कर उसके लिए अपने ईस्ट का धन्यवाद करें। जीवन भर में उन छोटे बड़े सभी रिश्तो का धन्यवाद करें, जो हमारे जीवन में हमें इस मुकाम तक पहुंचाने के लिए हमेशा हमारे साथ खड़े रहे। उसका धन्यवाद करें, जिसने हमारे जीवन को हमेशा आसान बनाया हो।
मिठाई और पटाखे ,share your money to needy.
उन घरों में दें जहाँ बहुत जरूरत हो। इस दिवाली पर हम यह भी संकल्प लें, और की जीवन में ब्रह्मांड के सहयोग से जो भी प्राप्त करते हों ,या कमाते हों, कमाई का दसवां हिस्सा कम से कम जरूरतमंद तक जरूर पहुंचाएं
हम बुद्धि और ज्ञानयोग द्वारा कृष्ण का पूजन करें। इससे कृष्ण के साथ साथ उनकी सभी शक्तियां श्री, विजय, विभूति ,लक्ष्मी, सब हमारे साथ चलेंगे, और हमारे जीवन में खुशियों के नए नए रंग भरेंगे।
इस बार नए कपड़ों के साथ हो नइ सोच,नई वाइब्रेशन, नई आदत बनाएं।
जय श्री कृष्ण
Thank you ।
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं।।