परीक्षा पे चर्चा 2022

बच्चे परीक्षा को परीक्षा न समझ कर प्रतियोगिता समझें।

इस प्रतियोगिता में जीतने की जिम्मेदारी सिर्फ और सिर्फ आपकी है और यह जिम्मेदारी स्वयं के लेने की है किसी को देने की नहीं। इसलिए पूर्ण आत्मविश्वास से प्रतियोगिता में डट कर हिस्सा ले।

सुबह उठकर थोड़ा एक्सरसाइज जरूर करें इससे मस्तिष्क में रक्त प्रवाह बढ़ता है, जिससे हमारी याददाश्त बढ़ जाती है,या अपने ध्यान को एकाग्र करने के लिए कुछ देर हम प्राणायाम या योग करें जिससे हमारा मन मस्तिष्क और शरीर की गति एक धारा में चलने लगती है। थोड़ी देर अगर टहल सकें तो यह भी काफी उत्तम होता है इस दौरान हम अपने नोट्स को याद भी कर सकते हैं।

अपने ध्यान को एकाग्र करने के लिए कुछ देर ओम का जाप करें या अगर रुचि बने तो गायत्री का जप बुद्धि की प्रगाढ़ता में काफी कमाल का परिवर्तन करता है।

 परीक्षा के समय खुद पर पूरा विश्वास रखें

Exam से डरकर ज्यादातर बच्चे कुछ ऐसी ऐसी बातों की कल्पना कर बैठ जाते हैं जो हुई ही नहीं इसकी जगह उन बातों की मस्तिष्क में छवि या मूवी बनाएं जो वह हकीकत में हम हुआ देखना चाहते हैं। अपनी सफलता अपने आत्मविश्वास भरे चेहरे पर मुस्कान और अव्वल नंबर से आगे आने की खुशी मनाते हुए की छवि बना कर अपनी सोच को केंद्रित करें। क्योंकि वह हम जो सोचते हैं,वही होता है।

परीक्षा के समय अपने दिनभर की सारी तैयारी और योजना बनाकर स्टडी टेबल के विजन बोर्ड पर चिपका कर रखे।

कुछ फार्मूला या चैप्टर जो याद नही रहते हैं हम भूल जाते हों, उन्हें भी अपने विजन बोर्ड पर लगा कर रखे। बार-बार देखते रहे,इससे वह परीक्षा के समय याद आ जाता है।

इंस्टाग्राम रील, फेसबुक स्टेटस, शॉटस, इंटरनेट की 5g से भी तीव्र गति हमारे मस्तिष्क में विचारों की है। उन विचारों को अपने मस्तिष्क को अपना दोस्त बनाएं, और उसे अपने साथ पढ़ने बैठाये। अपने मनोरंजन की जगह उसके साथ मंजन करें। social media se fasting जरूरी

अगर संभव हो तो ग्रुप study करें इससे एक दूसरे से अपने प्रश्न उत्तर को साझा कर हम खुद को स्ट्रेस फ्री महसूस करा सकते हैं।

एग्जामिनेशन पेपर मिलने से 5 मिनट पूर्व अपने मन को शांत करें।अगर संभव हो तो थोड़ा सांसो को अंदर बाहर करें। लंबी सांस लें, इससे हमारा ध्यान एकाग्र होता है। फिर परीक्षा पत्र पर फोकस कर आराम से लिखें

परिणामों की चिंता किए बिना अपने प्रश्नों के उत्तर लिखें।

एग्जाम के समय हमें डर तभी लगता है जब हम अपनी तैयारी पूरी नहीं किए होते अपनी पूरी तैयारी शुरू से लेकर अंत तक रोज पढ़ते रहें, किसी तरह का डर नहीं लगेगा।