happiness hormones
हंसने से खुशी के
रसायन मस्तिष्क
में बनते हैं इसलिए
खूब हंसें
इन विचारों और
भावनाओं
से इस रसायन को हमारा
मस्तिष्क
निर्माण
कर,छोड़ता है तब हम
खुशी महसूस
करते हैं।
जब हमारा कोई मान
सम्मान
करता है तब यह
रसायन
मस्तिस्क छोड़ता है
जब हम अपने आप को
सुरक्षित
महसूस करते हैं तब हमारा मस्तिष्क इन रसायनों को
रिलीज
करता है।
जब हमें
जरूरत
की या सोची हुई
चीज
मिल
जाती है तब भी यह रसायन हमारा
मस्तिष्क
छोड़ने लगता है।
हमारे
मनोअनुकूल
वस्तु की प्राप्ति होने से इन
रसायनों
को मस्तिष्क छोड़ने लगता है
जब हम किसी चीज
लक्ष्य
को प्राप्त करते हैं और हमें
गर्व
होता है तब भी यह रसायन
हमारा
मस्तिष्क छोड़ता है
थोड़ी देर योग
प्राणायाम
और व्यायाम के बाद हमारा मस्तिष्क
खुशी के
रसायन छोड़ने लगता है।
कई बार
रो लेने
से भी मन शांत महसूस करता है और उसके बाद हम खुशी को
अनुभव
करते हैं
बाकी खुश रहने के विभिन्न तरीकों को जानने के लिए जिनसे हमारा मस्तिष्क इन हैप्पी हार्मोन को छोड़ता है हमारी वेबसाइट को देखें
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