वास्तविक धनवान वही है जिसकी तिजोरी नोटों के साथ-साथ रिश्तो से भरी हो वास्तव में जीना वही जानता है जिसने रिश्तो को कमाना सीखा है क्योंकि जीवन के हर पड़ाव पर हमें परिवार और रिश्तों की जरूरत होती है