How Happiness is choice

हमारी खुशियां हमारी सोच पर निर्भर करती है,

और खुशी इस बात पर निर्भर करती है कि हम कैसा सोचते हैं और क्या सोचते हैं

हम जैसे लोगों के बीच रहते हैं वैसा सुख या दुख महसूस रहते हैं

इसलिए खुशी हमारे चुनाव पर निर्भर करती है कि हम कैसे लोगों के साथ अपना समय व्यतीत करते हैं

हम कैसा जीवन जीने की योजना बनाते हैं  

उसके अनुसार हमारी खुशियां का चयन हम करते हैं

हम क्या बोलते हैं कैसा बोलते हैं हमारे इस चुनाव पर भी हमारी खुशियां निर्भर करती है  

क्योंकि हम जैसा बोलते हैं,वैसे ही लोग हमारे संग होते हैं। 

खुशियां दूसरों को मान सम्मान देने से अपने आप हमें लौटकर मिलती है इसलिए यह हम पर निर्भर करता है  

कि हम हम दूसरों को कितना मान सम्मान देते हैं यह भी हमारे चुनाव पर निर्भर करता है 

दूसरे के किसी गुण को जान कर उसकी प्रशंसा करना हमें उनकी नजरों में उठाता है 

यह भी हमारी ही चुनी हुई आदत होती है कि हम कितनी प्रशंसा कर पाते हैं

चुनौती के समय दूसरों की मदद करना 

उनको सहयोग देने की आदत भी हमें खुशियां देती है। यह चुनाव खुशी देता है

स्वास्थ्य के प्रति नजरिया भी हमें खुशी देता है।हम कैसा जीवन जीते हैं हम क्या खाते पीते हैं

हम समय से सोते और उठते हैं या नहीं सब कुछ हमारे चुनाव पर निर्भर होता है 

हमारे रिश्तों के प्रति नजरिया भी हमें खुशियां देता है,हम अपने रिश्तो को कितना महत्व देते हैं 

इस पर भी खुशियों का माप तोल होता है हम अपने रिश्तो को कितना महत्व देते हैं यह भी हमारे जीवन में हम स्वयं चुनते हैं

खुश रहने का चुनाव भी हमारी सफलता समृद्धि वैभव धन संपत्ति का चुनाव करता है  

इसलिए हम जीवन में कितना खुश रहते हैं यह भी हमारे चुनाव पर निर्भर होता है। 

बाकी खुश रहने के विस्तृत तरीके जानने के लिए हमारे वेबसाइट को सब्सक्राइब करें लाइक करें कमेंट करें और उन चीजों का चुनाव करें जो हमें खुशियां ही खुशियां देती है ।