2022

लोगों को दूध दही की छाछ का शौक था इसलिए लोग गाय घर पर ही पालन पोषण करते थे

जहां जहां गौमाता जाती है वहां वहां गोपाल जरूर जाते हैं 

मिट्टी की समृद्धि और पर्यावरण की रक्षा के लिए गो का संरक्षण करना बहुत जरूरी है 

गाय एक ऐसी मातृशक्ति है जो ऑक्सीजन भी लेती है और ऑक्सीजन छोड़ती है 

गोपाष्टमी के दिन ही पहली बार कृष्ण ने गौचरण आरंभ किया वह गाय चराने गए 

गौमाता एक ऐसी शक्ति है जो घास और खाती है और बदले में हमें दूध जैसा अमृत प्रदान करती है 

गोपाष्टमी के दिन गौ माता की पूजा और सेवा करने से जीवन में सौभाग्य समृद्धि सफलता धन वैभव बढ़ता है 

हमारे पूर्वज इस गौ शक्ति की पूजा करते थे इसे अपने साथ रखते थे और ज्यादा सुखी और प्रसन्न रहते थे 

अधिक खुशी और प्रसन्नता के लिए हमारे वेबसाइट को देखें