अमीर सोच की आदत

पैसों के लिए सकारात्मक ही सोचते हैं 

पैसों के लिए मन ही मन अच्छी बातें करते हैं हमेशा ऐसा सोचते हैं कि वह चाहे उतना पैसा कमा सकते हैं 

वे अपने पैसों के लिए अपना एक निश्चित लक्ष्य बनाते हैं कि उन्हें इतना रुपया चाहिए जैसे मुझे स्वयं को 100 करोड़ रुपए चाहिए 

उस पैसे को लिखित रूप से लिखकर रखते हैं, उस लिखा हुआ को वे बार-बार देखते हैं,  

उस पैसे को प्राप्त करने के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति रखते हैं और हर संभव उसे प्राप्त करने का प्रयास करते हैं

अपने बारे में अच्छा सोचते हैं और वैसा ही वे बनते हैं। वे खुद के दिमाग में अमीर व्यक्ति जैसी छवि बनाते हैं,

वैसा ही व्यवहार करते हैं वैसे ही रहते हैं, और 1 दिन अमीर बन ही जाते हैं, 

वे वैसे ही लोगों के बारे में पढ़ते हैं, वे जो किये, वे वो ही करते हैं

वे अमीर और सकारात्मक लोगों के साथ अपना समय बिताते हैं 

वे सिर्फ और सिर्फ सकरात्मक ऊर्जा से जुड़ कर रहते हैं।

वे असफल होने के बावजूद भी बार-बार रिस्क लेते हैं 

एक बार और की नीति के तहत प्रयास जारी रखते हैं

अपने दिमाग में सिर्फ और सिर्फ सकारात्मक विचारों को ही सोचते हैं जो एक दिन उन्हें अब उनकी मंजिल तक पहुंचा देते हैं  ऐसे ही जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट को सब्सक्राइब करे